बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ

बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ
Ethereum Cryptocurrency क्या है Ethereum किसने बनाया क्या है इतिहास?
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दोस्तों जब से इंटरनेट पर Cryptocurrency का जन्म हुआ है तब से इंटरनेट पर हजारों के रूप में Cryptocurrency बन चुकी है कुछ ऐसी Cryptocurrency इंटरनेट पर मौजूद है जिन Cryptocurrency पर लोग विश्वास करते है तो वहीँ कुछ ऐसी Cryptocurrency जिन पर ज्यादा विश्वास नहीं करते है तो इन्हीं Cryptocurrency में एक और Cryptocurrency है जिसका नाम Ethereum/ETH है तो Ethereum/ETH Cryptocurrency क्या है Ethereum किसने बनाया क्या है इतिहास क्या है इसकी विशेषता क्या हमें इसमें इन्वेस्ट करना चाहिए की नहीं तो आइये फिर जानते है ?
Ethereum Cryptocurrency क्या है?
Ethereum Cryptocurrency एक डिजिटल Cryptocurrency है यह भी बिटकॉइन जैसी डिसेंट्रलाइज Cryptocurrency है Ethereum पर किसी भी देश की सरकार का नियंत्रण नहीं रहता है यह Cryptocurrency बिटकॉइन के बाद सबसे पॉपुलर Cryptocurrency है इस Cryptocurrency का मुल्य अन्य सभी Cryptocurrency सबसे ज्यादा है लेकिन बिटकॉइन Cryptocurrency से कम है बिटकॉइन Cryptocurrency के लिमिटेड कॉइन है लेकिन Ethereum Cryptocurrency ऐसा नहीं है Ethereum Cryptocurrency अपने कॉइन को समय-समय पर बढ़ाते रहते है कुछ क्रिप्टो इन्वेस्टर का कहना है की बिटकॉइन Cryptocurrency से ज्यादा Ethereum Cryptocurrency अनुकूल है.
Ethereum Cryptocurrency कैसे काम करती है?
जिस तरह बिटकॉइन Cryptocurrency ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर काम करती है ठीक उसी प्रकार Ethereum Cryptocurrency भी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर काम करती है Ethereum Cryptocurrency भी Transaction Verification के लिए Miners होते और इन Miners भी कुछ कमीशन मिलता है Ethereum Cryptocurrency पर काम करने के लिए Ethereum Cryptocurrency जब ट्रांसक्शन होती है तब इनकी पहचान हाईड होती किसने बेचा और किसने ख़रीदा Ethereum Cryptocurrency की ट्रांसक्शन वेरिफिकेशन कुछ ही सेकंड में हो जाती है।
Ethereum किसने बनाया क्या है इतिहास?
Ethereum Cryptocurrency को Programmer Vitalik Buterin ने बनाया था और इसे 30 July 2015 को इंटरनेट पर लॉन्च कर दिया था 1 Ethereum Cryptocurrency का मूल्य 3153.89 डॉलर है और वहीं इंडिया में 240596.08 रूपये है Ethereum Cryptocurrency का भी मूल्य बाकि Cryptocurrency की तरह कम-ज्यादा होता रहता है
Ethereum Cryptocurrency बनने में Vitalik Buterin के अलावा कुछ और भी प्रोग्रामर का योगदान था जिनका नाम Gavin Wood, Charles Hoskinson, Anthony Di Iorio and Joseph Lubin है.
Ethereum Cryptocurrency इन्वेस्ट करे या नहीं?
जैसे की हमने बताया है की किसी भी Cryptocurrency किसी भी देश की सरकार या थर्ड पार्टी का नियंत्रण नहीं रहता है ठीक उसी प्रकार Ethereum Cryptocurrency का भी किसी भी देश का नियंत्रण नहीं रहता है यह भी बिटकॉइन जैसा काम करती है इसका भी मार्किट प्राइस एक दम से गिर जाता है और एक दम से बढ़ भी जाता है अगर आपके पास ऐसा पैसा है जिसका यूज़ अभी नहीं है फालतू पड़ा है तो आप Try कर सकते है Ethereum Cryptocurrency में पैसा लगाने का लेकिन आप Ethereum Cryptocurrency में पैसा लगाने से पहले Cryptocurrency एक्सपर्ट से जरूर सलाह ले तभी Ethereum Cryptocurrency में पैसा इन्वेस्ट करे.
Cryptocurrency: जानिए किस तरह खरीद सकते हैं क्रिप्टोकरेंसी और कहां कर सकते हैं स्टोर
Cryptocurrency: क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर यदि आप जाएंगे तो वहां बायर्स और सेलर्स ट्रेडिंग करते हैं। कई एक्सचेंज ऐसे होते हैं जो एक साथ कई करेंसीज़ को सपोर्ट करते हैं- जैसे बिटकॉइन, रिपल, एथर, टेदर, कारडानो। हालांकि अब भारत में भी कई एक्सचेंज काम करने लगे हैं। लेकिन एक्सचेंज पर ट्रेडिंग शुरू करने से पहले यह देख लें कि ये एक्सचेंज अच्छी वजहों से चर्चा में है न कि बुरी वजहों से।
नई दिल्ली। देश-दुनिया में तेजी से अपनी अलग पहचान बनाने वाली क्रिप्टो करेंसी में लोगों की काफी दिलचस्पी बढ़ गई हैं। आज करोड़ों लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं, जिसका अच्छा खासा फायदा भी लोगों को मिल रहा है। लेकिन आज भी हर किसी को नहीं पता कि बिटकॉइन या ऐसी कोई दूसरी क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदी जा सकती है या उसे स्टोर कैसे किया जा सकता है। ये दो चीजें निवेशों को थोड़ी मुश्किल लगती है। लेकिन हम आपको बता दें कि यह दोनों ही चीजें काफी आसान है। आज क्रिप्टोकरेंसी की पॉपुलैरिटी को देखते हुए सामान्य व्यक्ति भी इसमें निवेश करने के बारे में सोच रहा है। ऐसे में हर किसी के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि आखिर यह तकनीक काम कैसे करती है।
कैसे खरीदें क्रिप्टोकरेंसी
क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर यदि आप जाएंगे तो वहां बायर्स और सेलर्स ट्रेडिंग करते हैं। कई एक्सचेंज ऐसे होते हैं जो एक साथ कई करेंसीज़ को सपोर्ट करते हैं- जैसे बिटकॉइन, रिपल, एथर, टेदर, कारडानो। हालांकि अब भारत में भी कई एक्सचेंज काम करने लगे हैं। लेकिन एक्सचेंज पर ट्रेडिंग शुरू करने से पहले यह देख लें कि ये एक्सचेंज अच्छी वजहों से चर्चा में है न कि बुरी वजहों से। हमेशा चेक कर लें कि उस एक्सचेंज का ऑफिस भारत में बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ हो और इसकी फाउंडिंग टीम में ऐसा स्टाफ हो, जिसकी हिस्ट्री साफ रही हो। ऐसा इसलिए क्योंकि डिजिटल मार्केट में काफी फ्रॉड भी किया जा रहा है। इसके साथ ही सतर्क रहने की जरूरत इसलिए भी है क्योंकि औसतन एक एक्सचेंज को एक दिन में 20 करोड़ का नुकसान होता है।
कैसे करें एक्सचेंज का इस्तेमाल
बता दें कि लगभग सभी बड़े एक्सचेंज एक जैसा ही प्रोसेस फॉलो करते हैं। जिसके मुताबिक आपको एक अकाउंट बनाना होगा, फिर भारत स्थित एक्सचेंज आपको KYC वेरिफिकेशन करने को बोलेंगे। यह वेरेफिकेशन किसी फ्रॉड वगैरह को रोकने के लिए किया जाता है और आपको इस दौरान अपना आईडी प्रूफ देना होगा। यह पूरा प्रोसेस बहुत ही कम समय में पूरा हो जाता है। जिसके बाद आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। जिसके लिए आप अपना बैंक अकाउंट अपने क्रिप्टो अकाउंट से लिंक कर सकते हैं। साथ ही ट्रांजैक्शन के लिए आप सीधे डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेटबैंकिंग का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। वहीं जब लॉगइन और अकाउंट सेटअप का पूरा प्रोसेस पूरा हो जाएगा, तो आपका एक्सचेंज आपको पहला ऑर्डर प्लेस करने के लिए नोटिफाई भी कर देगा। जिसके बाद ऑर्डर प्लेस करने के लिए आपको किसी क्रिप्टोकरेंसी का सिंबल यानी कि बिटकॉइन के लिए BTC, एथर के लिए ETH और डॉजकॉइन के लिए DOGE, डालना होगा और वो अमाउंट डालना होगा, जितने में आप वो कॉइन खरीदना चाहते हैं।
इस तरह स्टोर कैसे करें क्रिप्टोकरेंसी
क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के बाद अगला स्टेप होता है उसे स्टोर करना। हालांकि आप क्रिप्टो एक्सचेंज पर ही अपने कॉइन्स छोड़ सकते हैं, और अगर आप एक्टिव ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो इसके लिए यह बेहतर तरीका माना जाता है। अगर आप किसी भी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत पर नजर डालें तो देखेंगे कि बिटकॉइन और एथर जैसे कॉइन्स ने लंबे समय में ज्यादा रिटर्न दिया है. बीच-बीच में बाजार में आए उतार-चढ़ाव के बावजूद इन कॉइन्स की लॉन्ग टर्म में वैल्यू में बढ़ोत्तरी ही दर्ज की गई है।
Information About Bitcoin in Hindi (बिटकॉइन से सम्बंधित पूरी जानकारी)
बिटकॉइन से सम्बंधित पूरी जानकारी (Information About Bitcoin in Hindi Language)
Bitcoin in Hindi : इस लेख में हम जानेंगे कि संसार भर में लोकप्रिय हो चुकी बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी क्या है, Bitcoin कैसे कमाया जाता है, बिटकॉइन का इतिहास क्या है, किसने इसे बनाया, क्या Bitcoin का कोई भविष्य है तथा Bitcoin के फायदे या नुकसान क्या है |
आपने अब तक पैसे के कई रूप देखे होंगे जैसे की रुपया, डॉलर, येन, यूरों, पाउंड इत्यादि | इनमें से ज्यादातर करेंसी कागज की बनी होती है जिन्हें आप आँखों से देख सकते है और हाथों से छू कर महसूस भी कर सकते है लेकिन अब विश्व की अर्थव्यवस्था जगत में एक नई करेंसी बिटकॉइन ने जन्म लिया है जो आज के टाइम में बहुत ज्यादा पॉपुलर है और जिसका विश्लेषण दुनिया के सबसे मूल्यवान करेंसी के रूप में किया जा रहा है |
Bitcoin in Hindi
दुनिया भर में बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी की लोकप्रियता का ही नतीजा है कि यह हर दिन हर समय एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रही है | आज की तारीख में तो बिटकॉइन ने लोगों को 1200% से अधिक का return दिया है यही वो सबसे बड़ी बजह है कि दुनिया का हर कोई इस नई मुद्रा के बारे में जानना चाहता है |
बिटकॉइन क्या है (Bitcoin Kya Hai)
बिटकॉइन सामूहिक कम्पूटर नेट्वर्क पर आपसी भुगतान के लिए क्रिप्टोग्राफी से सुरक्षित की हुई एक नई तरह की मुद्रा है जो खासतौर पर डिजिटल (digital) या वर्चुअल (virtual) रूप से दुनिया के लिए बनाई गई है और जो की डिजिटल पर्स में ही रखी जाती है |
दूसरे शब्दों में कहे तो बिटकॉइन दुनिया की पहली डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल करेंसी है जो ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर पर आधारित है जिसका इस्तेमाल विश्व में कभी भी कही भी किया जा सकता है |
दुनिया की इस पहली विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा में सन 2017 में 1200% से अधिक का इजाफ़ा हो चुका है और लोकप्रियता बढ़ने से आने वाले समय में इसकी कीमत और बढ़ने की सम्भावना है |
बिटकॉइन शिकागो बोर्ड वायदा एवं विकल्प एक्सचेंज पर सूचीबद्ध हुई है और मौजूदा दौर में दुनिया भर के हजारों प्रोग्रामर बिटकॉइन के फीचर्स को ज्यादा मजबूत बनाने में लगे हुए है जिससे इसके इस्तेमाल को और ज्यादा सुरक्षित बनाया जा सकेगा |
बिटकॉइन का इतिहास
बिटकॉइन की शुरआत 3 जनवरी 2009 को हुई थी जिसे छद्म नाम धारी सातोशी नकामोतो नामक एक इंजीनियर ने विकसित की थी | जब बिटकॉइन शुरू किया गया था तो इसका असली मकसद ये साबित करना था कि पैसों का क़ानूनी लेन – देन बिना थर्ड पार्टी के भी संभव है |
22 मई 2010 को पहली बार एक पिज्जा के बदले 10 हजार बिटकॉइन की पेशकश की गई थी यानि तब एक बिटकॉइन की कीमत 10 सेंट से भी कम थी लेकिन आज बिटकॉइन की कीमत कई हजार गुना बढ़ चुकी है जिससे बिटकॉइन को ज्यादा से ज्यादा लोग खरीदने की कोशिश करने लगे है और बिटकॉइन की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है |
बिटकॉइन कैसे काम करता है और बिटकॉइन के क्या फायदे है
बिटकॉइन का आदान – प्रदान peer to peer तकनीक के जरिए होता है यानि इसमें डिजिटल रकम एक कम्प्यूटर से सीधे दूसरे कम्प्यूटर में पहुंचती है लेकिन इस लेन – देन को सुरक्षित बनाते है वो हजारों लोग जो अपने ताकतवर कम्प्यूटर्स की मदद से इन ट्रांजक्शन पर नजर रखते है और इनकी जांच करते है और जो भी व्यक्ति ऐसा सफलतापूर्वक कर लेता है उसे इनाम के तौर पर कुछ बिटकॉइन दिए जाते है | इसे बिटकॉइनिंग की माइनिंग कहा जाता है |
दरअसल कोड लैंग्वेज़ में होने वाले इस आदान – प्रदान को वेरीफाई करने वाले हजारों लोग इस प्रक्रिया में बैंक के एक क्लर्क की तरह काम करते है और इन्हें ही माइनर्स कहा जाता है |
ये लोग transactions पर नजर रखते है की इसका गलत इस्तेमाल न हो लेकिन इस प्रक्रिया को पूरी करने के लिए इन miners को एक mathematical प्रॉब्लम solve करनी होती है | जो miner जितनी जल्दी इस प्रॉब्लम को solve कर लेता है उसे प्रॉब्लम solve करने के बदले में कुछ बिटकॉइन दिए जाते है | और इस तरह से बिटकॉइन डिजिटल बाजार में आ जाते है | बिटकॉइन की अर्थव्यवस्था का निर्माण इस बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ तरह से किया गया है कि एक निश्चित समय के बाद बिटकॉइन की संख्या घटकर आधी रह जाती है |
शुरुआत में एक ब्लाक से 50 बिटकॉइन निकला करते थे | प्रति ब्लाक बिटकॉइन की संख्या हर 4 वर्ष में घटकर आधी रह जाती है | आज से 125 वर्षों के बाद नए बिटकॉइन का निर्माण बिल्कुल बंद हो जाएगा | एक गणना के अनुसार तब तक दुनिया में कुल 2 करोड़ 10 लाख बिटकॉइन आ चुके होगे | बिटकॉइन भविष्य की करेंसी है और भविष्य में ख़त्म भी हो जाएगी | इसलिए लोगो में ज्यादा से ज्यादा बिटकॉइन खरीदने की होड़ मची हुई है |
इन बिटकॉइन का एक खास लाभ ये भी है कि कोई व्यापारी अपने उत्पाद के लिए भुगतान के रूप में इन्हें स्वीकार भी कर सकता है | बिटकॉइन से ऑनलाइन भुगतान के अलावा पारम्परिक मुद्राओं से भी बदला जा सकता है | बिटकॉइन की खरीद बिक्री के लिए विनिमय बाजार भी है तथा कुछ देशों में बिटकॉइन के ATM भी हो गए है |
फ़िलहाल इसकी लोकप्रियता और लोगो का ध्यान आकर्षित करने का एक कारण यह भी है कि बीते साल पूरी दुनिया में संभवतया बिटकॉइन से ज्यादा प्रतिफल किसी और निवेश से नहीं मिला | बिटकॉइन से मिलने वाले बेतहाशा रिटर्न ने tax की चोरी की आशंका से सभी देश की सरकारों को चिंता में डाल दिया है |
बिटकॉइन के संभावित खतरे या नुकसान
वित्तीय लेन – देन का सुरक्षित, तेज और आधुनिक तरीका होने के बावजूद बिटकॉइन के अपने कई खतरे या नुकसान भी है | इसलिए बहुत सारे देश अभी तक ये तक नहीं कर पाए है कि बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दी जाए या नहीं |
इसके अलावा जहाँ किसी भी मुद्रा की कीमत उस देश की अर्थव्यवस्था सरकार और केन्द्रीय बैंक की विश्वसनीयता और नीतियों पर निर्भर करती है वही ऐसा कोई आधार न होने के कारण बिटकॉइन भरोसे के लायक नहीं है |
बिटकॉइन की कीमत आखिर किस कीमती चीज की कीमत है ? किसी वित्तीय संस्था या देश या किसी वास्तविक वस्तु से न जुड़े होने का अर्थ यह भी तो है कि इसके पीछे कोई वास्तविक आधार ही नहीं है | अगर इस तरह सोचे तो फिर यह आभासी रूप से बनाई हुई एक सैद्धांतिक मुद्रा के अतिरिक्त कुछ भी नहीं है | इसका अर्थ यह हुआ कि इसकी कीमत महज सट्टे पर आधारित है अर्थात इसकी बढ़ी हुई कीमत महज एक अटकल और वित्तीय बुलबुला है |
इसके अतिरिक्त बिटकॉइन की प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल होने के कारण कम्पूटर और हैंकिंग से जुड़े खतरे भी है | इससे जुड़े कई तरह के तकनीकी सवाल भी अभी तक अनुत्तरित है जैसे encrypted होने की वजह से ड्रग्स और हथियारों की तस्करी करने वाले माफिया तथा दूसरे अपराधिक तत्व का वित्तीय लेन देने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करने के लिए स्वाभाविक ही प्रोत्साहन देगा जो की खतरानाक है |
बिटकॉइन का क़ानूनी दायरे में नहीं आना भी एक बड़ा खतरा है | बिटकॉइन के लेनदेन किसी क्लियरिंग एजेंसी से होकर नहीं जाते अर्थात कुछ गड़बड़ हुई बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ तो किसी की जिम्मेदारी नहीं है | इसके लिए कोई नियंत्रण संस्था भी नहीं है |
Bitcoin Millionaire : 14 साल का लड़का बिटकॉइन से बना करोड़पति? दिखाया लग्जरी कारों का कलेक्शन
ट्रेंडिंग डेस्क. एक ओर जहां बिटकॉइन और तमाम क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) पिछले 6 महीनों से बुरे हाल में हैं, वहीं ये खबर चौंकाने वाली है। मलेशिया के 14 वर्षीय टीनएजर ने दावा किया है कि बिटकॉइन ने उसे करोड़पति बना दिया, जिसके बाद उसने दुनिया की कई सबसे महंगी और लग्जरी कारें खरीदी हैं।
3.3 करोड़ की लैम्बॉर्गिनी का मालिक
सोशल मीडिया पर मलेशिया के 14 वर्षीय हाजिक नासरी ने एक वीडियो बनाकर डाला है, जिसे देखकर यूजर्स हैरान हैं। नासरी ने वीडियो में अपना कार कलेक्शन दिखाया है। इसमें वो रेंज रोवर स्पोर्ट, फेरारी से लेकर लैम्बॉर्गिनी एवेंटाडोर (Lamborghini Aventador) दिखाता हुआ नजर आता है। इस कार कलेक्शन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अकेले लैम्बॉर्गिनी एवेंटाडोर की कीमत ही 3.3 करोड़ रु है।
10 साल की उम्र में खरीदी थी पहली कार
नासरी ने दावा किया कि बिटकॉइन (Bitcoin) से उसने 2018 में इतनी दौलत कमाई कि सबसे पहले 10 साल की उम्र में टोयोटा आई क्यू खरीद ली थी। इसके बाद वो रुका नहीं। सोशल मीडिया पर नासरी के 40 हजार फॉलोअर्स हैं। हालांकि, उसके इस वीडियो को देखकर किसी को भी यकीन नहीं है कि ये इस बच्चे की कार हैं। सोशल मीडिया पर नासिर का कार बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ कलेक्शन देखकर एक यूजर ने लिखा, 'इतनी महंगी कारों का कलेक्शन पर अफसोस 14 साल की उम्र में तुम एक भी नहीं चला सकते।' वहीं ज्यादातर यूजर्स ने कहा कि ये लड़का झूठ बोल रहा है।
क्रिप्टो एटीएम से खरीदिए बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी, जानिए कैसे काम करते हैं एटीएम
बिज़नस न्यूज़ डेस्क- एक रिपोर्ट के अनुसार, 30 दिसंबर, 2021 तक दुनिया भर में लगभग 34,000 बिटकॉइन एटीएम स्थापित किए जा चुके हैं। एक साल पहले, दिसंबर 2020 तक, 13,000 से कम बिटकॉइन एटीएम थे। इसका मतलब है कि एक साल में 20,000 से अधिक नए एटीएम लगाए गए हैं। वर्ल्ड रिपोर्ट के अनुसार, जब 2014 में बिटकॉइन एटीएम लॉन्च किए गए थे, तब दुनिया भर में केवल 301 एटीएम थे। जब होंडुरास ने इस साल अगस्त में अपना पहला बिटकॉइन एटीएम खोला, तो उसके पड़ोसी अल सल्वाडोर ने बिटकॉइन कानूनी निविदा की घोषणा की।एटीएम उपयोगकर्ताओं को फिएट मनी के साथ क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और एक्सचेंज करने का विकल्प देते हैं, जिसे बिटकॉइन एटीएम भी कहा जाता है। यह एक विशिष्ट एटीएम मशीन की तरह नहीं है क्योंकि यह ब्लॉकचेन-आधारित लेनदेन करता है जो एक क्यूआर कोड के माध्यम से उपयोगकर्ता के डिजिटल वॉलेट में क्रिप्टो भेजता है।बिटकॉइन एटीएम और अन्य क्रिप्टो एटीएम लेनदेन के लिए इंटरनेट-आधारित क्रिप्टोक्यूरेंसी पोर्टल का उपयोग करते हैं। बिटकॉइन एटीएम के मामले में, उपयोगकर्ता अपनी नकदी जमा करते हैं और मशीन नकदी को क्रिप्टो में परिवर्तित करती है और इसे आपके बिटकॉइन वॉलेट में भेजती है जिसमें आप अपने बिटकॉइन प्राप्त करते हैं। उपयोगकर्ता एक साथ कई क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर सकते हैं और सभी फंड एक ही वॉलेट में सुरक्षित हैं।
बिटकॉइन एटीएम बिटकॉइन खरीदने, भेजने या बेचने का सबसे सुरक्षित तरीका है। पहला महत्वपूर्ण तत्काल लेनदेन आपको बिटकॉइन की अस्थिरता से बचाता है। दूसरा, पासवर्ड और 2-कारक सत्यापन आपके खाते को दूसरों से सुरक्षित रखते हैं। बिटकॉइन एटीएम किसी तीसरे पक्ष का उपयोग नहीं करते हैं और आपके फंड सीधे ब्लॉकचेन में जाते हैं।Coinatmradar.com के डेटा से पता चलता है कि दिसंबर 2021 तक, दुनिया भर में 33,896 बिटकॉइन एटीएम स्थापित किए जा चुके हैं। अमेरिका (29,801) में दुनिया के कुल बिटकॉइन एटीएम का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा है, इसके बाद कनाडा (2,133), यूरोप (1,384), स्पेन (168), ऑस्ट्रिया (144), स्विट्जरलैंड (137) और यूके (101) का नंबर आता है। ) है।