विदेशी मुद्रा पैसे उल्हासनगर

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महाराष्ट्र में कल्याण रेलवे स्टेशन से अपहृत बच्चा उल्हासनगर से छुड़ाया गया
कल्याण रेलवे पुलिस की निरीक्षक अर्चना दुसाने ने कहा, "बच्चे की मां विदेशी मुद्रा पैसे उल्हासनगर बिहार में घर पर झगड़ा होने के बाद अपने बच्चे को लेकर वहां से यहां महाराष्ट्र चली आई। वह कल्याण रेलवे स्टेशन पर रह रही थी और आसपास के क्षेत्र में कुछ काम कर रही थी। बृहस्पतिवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे वह बच्चे को रेलवे प्लेटफॉर्म पर सोता हुआ छोड़कर खाने के लिए कुछ लेने चली गयी।"
पुलिस अधिकारी ने कहा, "जब महिला प्लेटफॉर्म पर वापस लौटी तो बच्चा दिखाई नहीं दे रहा था। इस बारे में पुलिस को सूचना मिलने पर हमने प्लेटफार्मों और आस-पास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। जांच के विदेशी मुद्रा पैसे उल्हासनगर दौरान एक वीडियो क्लिप में एक पुरुष और महिला बच्चे के साथ दूर जाते हुए दिखाई दे रहे थे।"
पुलिस अधिकारी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सोलापुर के अमीत शिंदे और मराठवाड़ा की पूजा मुंडे के रूप में हुई है।
Mumbai: शुरुआती कारोबार में रुपया 15 पैसे टूटकर 80.93 प्रति डॉलर पर
इंडिया ग्राउंड रिपोर्ट डेस्क
मुंबई:(Mumbai) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को शुरुआती कारोबार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। घरेलू शेयर बाजारों (domestic equity markets) की कमजोर शुरुआत से भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई।
सवाल हमारे, जवाब आपके?
कमजोर होती अर्थव्यवस्था
आयात का बढ़ना किसी भी विकासशील देश के लिए घातक ही होता है क्योंकि आयात का बढ़ना मतलब स्वदेशी उत्पादन कम विदेशी मुद्रा पैसे उल्हासनगर होना माना जाता है। इससे देश की अर्थव्यवस्था भी कमजोर होती है। केंद्र को कुछ कठोर और निर्णायक कदम उठाने होंगे।
-सिद्धार्थ उपाध्याय, डोंबिवली
डॉलर की चाहत
जब आयात बढ़ेगा तो निश्चित ही रुपया कमजोर होगा क्योंकि हर देश तकरीबन डॉलर में ही अपने माल की कीमत चाहता है। यही वजह है कि विदेशी मुद्रा भंडार घटता जा रहा है।
-सोनलता दुबे, कल्याण
केंद्र की नीतियां जिम्मेदार
केंद्र सरकार की नीतियां ही विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के लिए जिम्मेदार हैं। आयात का बढ़ना और निर्यात का घटना बड़ी चिंता का विषय है। इससे हमारी अर्थव्यवस्था बिगड़नी ही है। केंद्र को व्यापार नीति में बदलाव लाने की जरूरत है।
-दीपक उपाध्याय, विदेशी मुद्रा पैसे उल्हासनगर अंबरनाथ
महंगाई पर असर
देश में `मेक इन इंडिया’ का सब्जबाग दिखानेवाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अजब-गजब नीतियों की वजह से आयात बढ़ता जा रहा है और निर्यात घटता जा रहा है। इससे विदेशी मुद्रा पैसे उल्हासनगर देश में विदेशी मुद्रा भंडार कम होता जा रहा है और डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार गिरता जा रहा है। इसका असर देश की आर्थिक स्थिति पर पड़ रही है और दिन-प्रतिदिन महंगाई में वृद्धि होती जा रही है।
-अजीम तांबोली, भायंदर
पड़ रहा अकाल
मोदी सरकार की अलग-थलग नीतियों के चलते विदेशी मुद्रा का अकाल पड़ता दिखाई दे रहा है। विदेशी माल का आयात काफी हो रहा है, जिसके कारण रुपया कमजोर हो रहा है। यह देश के लिए विकट परिस्थितियों के संदेह को प्रकट कर रही है। विदेशी मुद्रा देश में अधिक वैâसे आए? इस विषय पर गंभीर होने की जरूरत है।
-राजेश पवार, उल्हासनगर
मजबूत बनाने की जरूरत विदेशी मुद्रा पैसे उल्हासनगर
आज देश को मजबूत बनाने के लिए विदेशी मुद्रा के मुकाबले रुपए को मजबूत करने की जरूरत है। आज एक विदेशी मुद्रा के मुकाबले रुपया ८३ रुपए के करीब हो गया है। मुद्रा का रेट बढ़ने के कारण देश मे आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण मंहगाई से मुकाबला करना कठिन हो रहा है। क्या यही है मेक इन इंडिया?
-रोहित प्रजापति, अंबरनाथ