क्रिप्टोक्यूरेंसी में निवेश कैसे करें

प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण

प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण
Urdu poetry, urdu shayari, shayari in urdu, poetry in urdu

RekhtapermotedImg

प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण

सॉल्वड पेपर 2016 Up See इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा

प्रतिचुम्बकीय पदार्थ की चुम्बक .

Updated On: 27-06-2022

UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW!

Solution : प्रतिचुम्बकीय पदार्थ की चुम्बकीय प्रवृत्ति ऋणात्मक होती है और शून्य के निकट होती है अतः दिए गए विकल्पों से विकल्प (d) सही है।

Get Link in SMS प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण to Download The Video

Aap ko kya acha nahi laga

हेलो दोस्तों हमारा सवाल कह दिया गया है कि प्रति चुंबकीय पदार्थ की चुंबकीय प्रवृत्ति की कोठी एस आई इकाई में क्या होगी यह हमसे पूछा गया है ठीक है तो यहां पर सबसे पहले हम लोग यह समझ लेते हैं कि प्रति चुंबकीय पदार्थ की चुंबकीय प्रवृत्ति क्या होती है ठीक है तो हम लोग चुंबकीय प्रवृत्ति का पहले देखते हैं तो चुंबकीय प्रवृत्ति को हम लोग का आई एम से प्रदर्शित करते हैं कायम बराबर होता है आई प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण बटे एच ठीक है जहां पर आई क्या है यहां पर आई चुंबक अंकित रहता है ठीक है प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण क्या है चुंबक आने की तेरी बता ठीक है और एचकेएच यहां पर प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण चिंतन क्षेत्र का परिमाण है ठीक है क्या है चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण तो हम लोग

शोध : प्रविधि और प्रक्रिया/शोध क्या है?

व्यापक अर्थ में शोध या अनुसन्धान (Research) किसी भी क्षेत्र में 'ज्ञान की खोज करना' या 'विधिवत गवेषणा' करना होता है। वैज्ञानिक अनुसन्धान प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण में वैज्ञानिक विधि का सहारा लेते हुए जिज्ञासा का समाधान करने की कोशिश की जाती है। नवीन वस्तुओं की खोज और पुरानी वस्तुओं एवं सिद्धान्तों का पुनः परीक्षण करना, जिससे कि नए तथ्य प्राप्त हो सकें, उसे शोध कहते हैं। शोध के अंतर्गत बोधपूर्वक प्रयत्न से तथ्यों का संकलन कर सूक्ष्मग्राही एवं विवेचक बुद्धि से उसका अवलोकन-विश्लेषण करके नए तथ्यों या सिद्धांतों का उद्घाटन किया जाता है। शोध का परिचय देते हुए डॉ. नगेन्द्र लिखते हैं कि-"अनुसंधान का अर्थ है परिपृच्छा, परीक्षण, समीक्षण आदि। संधान का अर्थ है दिशा विशेष में प्रवृत्त करना या होना और अनु का अर्थ है पीछे, इस प्रकार अनुसंधान का अर्थ हुआ—किसी लक्ष्य को सामने रखकर दिशा विशेष में बढ़ना—पश्चाद्गमन अर्थात् किसी तथ्य की प्राप्ति के लिए परिपृच्छा, परीक्षण आदि करना।" [१]

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में हक़ीर के अर्थ देखिए

rd-app-promo-desktop प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण rd-app-promo-mobile

सिकुड़ना, लपेटना, ख़त्म करना, निबटाना, बिखरी हुई चीजों को इकट्ठा करना, बटोरना, यकजा करना, हासिल करना, जमा करना, पूरा करना, संभालना, छोटा करना, कम करना, प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण ग्रहण या धारण करना जैसे-किसी का सब्र समेटना, संक्षिप्त करना, समापन करना

एक प्रकार प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण का कपड़ा जिसकी बुनावट खेस के समान होती है

सिकुड़ना, बिखरी हुई वस्तुओं का इकट्ठा होना, संकुचित होना, समेटा जाना, पास आना, करीब आन, काम आदि का पूरा होना, समाप्त होना

सम्त-उल-क़दम

सम्ती-मिक़्दार

सम्त-उल-अक़्दाम

सम्त बदलना

सम्त-ए-मशरिक़

पूर्व की दिशा, पूर्व, प्राक्

और खोजिए

AD रेख़्ता का उपक्रम

RekhtapermotedImg

AD रेख़्ता का उपक्रम

RekhtapermotedImg

लोकप्रिय पोस्ट

Diwan: Rational Word with Irrational Meanings

Diwan: Rational Word with Irrational Meanings

Izafat: Making Sense of Knotty Grammar

Izafat: Making Sense of Knotty Grammar

Haan: All about Here, There, and Everywhere!

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में सारा के अर्थ देखिए

संदर्भग्रंथ सूची : रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए ( सारा )

चित्र अपलोड कीजिए अधिक जानिए

चित्र संलग्न कीजिए

मैं रेख़्ता को अपने चित्रों को उपयोग करने के लिए अधिकृत करता/करती हूँ और उसके कॉपीराइट के लिए स्वयं प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण उत्तरदायी हूँ।

और खोजिए

AD रेख़्ता का उपक्रम

RekhtapermotedImg

AD रेख़्ता का उपक्रम

RekhtapermotedImg

लोकप्रिय पोस्ट

Diwan: Rational Word with Irrational Meanings

Diwan: Rational Word with Irrational Meanings

Izafat: Making Sense of Knotty Grammar

Izafat: Making Sense of Knotty Grammar

Haan: All about Here, There, and Everywhere!

फैराडे और गॉय विधियों की तुलना

फैराडे तथा गॉय दोनों विधियाँ इस तकनीक पर आधारित है कि चुम्बकीय पदार्थ को यदि चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाए तो बाह्य चुम्बकीय क्षेत्र तथा पदार्थ के चुम्बकीय क्षेत्र की अंतर्क्रिया के कारण पदार्थ पर कुछ बल कार्य करेगा।

दोनों विधियों में पदार्थ को पहले चुम्बकीय क्षेत्र की अनुपस्थिति में तोलते है तथा फिर चुम्बकीय क्षेत्र लगाकर उसकी उपस्थित में पदार्थ को तोला जाता है। पदार्थ के तोल के अंतर से पदार्थ की चुम्बकीय प्रवृति का निर्धारण प्रवृत्ति की दिशा का निर्धारण किया जाता है। इसके उपरान्त भी दोनों विधियों में फैराडे विधि को गॉय तुला विधि की तुलना में बेहतर मानते है , इसके निम्नलिखित कारण है –

रेटिंग: 4.33
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 834
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *