शेयर मार्केट की पूरी जानकारी हिंदी में

5. अनिल कुमार गोयल : इस दिग्गज निवेशक को स्मॉलकैप शेयरों में खास दिलचस्पी है. क्वालिटी स्मॉलकैप शेयरों में निवेश कर मोटी कमाई करने में ये माहिर हैं. गोयल के पास बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स की कम से कम 30 कंपनियों में अच्छी-खासी हिस्सेदारी है. अनिल कुमार गोयल (Anil Kumar Goel) का जेबीएम ऑटो, श्रीकलाहस्ती पाइप्स, तिरुमला केमिकल्स, कॉस्मो फिल्म्स, द्वारिकेष शुगर इंडस्ट्रीज, ओपी चेन्स, सांघ्वी मूवर्स और वर्धमान होल्डिंग्स में बड़ा निवेश किया है. गोयल की कुल नेटवर्थ (Anil Kumar Goel Net Worth) 1,330.9 करोड़ रुपये की है.
शेयर बाजार से कौन कमाता है सबसे ज्यादा पैसा, इन 5 को आप जानते हैं?
हर कोई शेयर बाजार से पैसा बनाना चाहता है. पिछले कुछ महीनों में शेयर बाजार के प्रति रिटेल निवेशकों का झुकाव बढ़ा है. लेकिन अधिकतर लोग शेयर बाजार से पैसे नहीं कमा पाते हैं. कम अनुभव और बाजार की चाल को सही से नहीं समझ पाने के कारण स्टॉक मार्केट में नाकामी मिलती है. लेकिन कई ऐसे लोग हैं, जो बाजार की नब्ज को समझते हैं और आज देश से बड़े निवेशक माने जाते हैं. आज हम आपको 5 ऐसी शख्सियत के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हर शेयर बाजार से करोड़ों कमाते हैं. एक तरह से ये शेयर बाजार के धनकुबेर हैं. (Photo: Getty Images)
शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट क्या है?
Share Market या स्टॉक मार्केट में दो तरह के लोग होते हैं, निवेशक और व्यापारी। निवेशक के पास अधिक समय के लिए स्टॉक होते हैं जबकि एक व्यापारी के पास कुछ समय के लिए स्टॉक होते हैं। जो व्यक्ति स्टॉक खरीदना चाहते हैं या बेचना चाहते हैं उन्हें हमेशा शेयर मार्केट की लाइव खबरों पर अपडेट रहना चाहिए। साधारण भाषा में शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है जहां पर इन्वेस्टर कंपनियों के शेयर खरीदते हैं और बेचते हैं।
जब काफी सारे लोग स्टॉक खरीदना चाहते हैं तो सभी लोग बोली लगाते हैं और उच्चतम दर को बोली मूल्य के रूप में जाना जाता है। इसी तरह जब विभिन्न विक्रेता शेयर को बेचना शुरू करते हैं तो वह एक विशिष्ट दर मांगते हैं और सबसे कम को पूछ मूल्य के रूप में लेवल किया जाता है। लेन-देन तभी होता है जब दोनों कीमतों का मिलान हो पाता है।
शेयर मार्केट के प्रकार
शेयर मार्केट दो प्रकार की होती है।
Primary Share Market
यह प्राथमिक बाजार में है कि कंपनियां अपने शेयर जारी करने और धन जुटाने के लिए खुद को पंजीकृत करती शेयर मार्केट की पूरी जानकारी हिंदी में हैं। इस प्रक्रिया को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग के रूप में भी जाना जाता है। प्राथमिक बाजार में प्रवेश करने का उद्देश्य धन जुटाना है और यदि कंपनी पहली बार अपने शेयर बेच रही है तो इसे प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) कहा जाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से, कंपनी एक सार्वजनिक इकाई बन जाती है।
Secondary Share Market
प्राथमिक बाजार में नई प्रतिभूतियों के बेचे जाने के बाद कंपनी के शेयरों का द्वितीयक बाजार में कारोबार होता है। इस तरह निवेशक अपने शेयर बेचकर बाहर निकल सकते हैं। द्वितीयक बाजार में होने वाले ये लेन-देन व्यापार कहलाते हैं। इसमें निवेशकों की एक-दूसरे से खरीदारी करने और सहमत मूल्य पर आपस में बेचने की गतिविधि शामिल है। एक दलाल एक मध्यस्थ है जो इन लेनदेन की सुविधा प्रदान करता है।
शेयर बाज़ार की जानकारी दिखाओ
Share Market या स्टॉक मार्केट – शेयर बाजार की जानकारी दिखाओ में इन्वेस्ट करने के लिए आपको शेयर बाजार की जानकारी होनी चाहिए। शेयर बाजार की लाइव अपडेट आपके पास होने चाहिए जिससे कि आप सही कंपनी के शेयर खरीद सकें। रोज शेयर बाजार की जानकारी प्राप्त करने के लिए आप गूगल के मदद ले सकते हैं। गूगल सर्च इंजन की मदद से आप सभी कंपनियों के शेयर के बारे में जानकारी प्राप्त कर पाएंगे। दी गई लिंक पर क्लिक करके आप आज के शेयर बाजार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। शेयर बाजार की जानकारी दिखाओ के लिए आप Google Finance वेबसाइट का इस्तेमाल करें। यह वेबसाइट शेयर मार्किट की जानकारी प्राप्त करने के लिए बहुत अच्छी है।
निवेश के लिए कैसे करें सही शेयर का चुनाव, ताकि कम जोखिम में मिल सके बेहतर रिटर्न
शेयर मार्केट में निवेश करते समय कुछ बुनियादी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
How To Invest For Better Returns: शेयर शेयर मार्केट की पूरी जानकारी हिंदी में मार्केट में सही निवेश की पहली सीढ़ी है ऐसे शेयर्स का चुनाव जो लंबे समय के दौरान अच्छा मुनाफा देने की संभावना रखते हैं हों. ऐसे शेयरों की पहचान यूं ही सिर्फ सुनी-सुनाई बातों या यहां-वहां से मिलने वाले टिप्स के आधार पर करना ठीक नहीं होता. अगर आप चाहते हैं कि कम से कम जोखिम में आप बाजार से बेहतर रिटर्न हासिल करें, तो आपको कुछ खास फिल्टर्स या कसौटियों पर नजर रखनी होगी. आइए जानते हैं, क्या हैं वो महत्वपूर्ण कसौटियां जिन पर ध्यान देकर आप सही शेयर का चुनाव कर सकते हैं.
अच्छी क्वॉलिटी के शेयर जिनकी कीमत अभी कम है
अच्छी क्वॉलिटी वाले शेयर की पहली कसौटी शेयर मार्केट की पूरी जानकारी हिंदी में है निवेश की सुरक्षा. यानी ऐसी कंपनी जिसकी वित्तीय स्थिति और हाल के वर्षों का परफॉर्मेंस अच्छा हो. निवेश की सुरक्षा के लिहाज से कम से कम 500 करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली कंपनी पर ध्यान देना एक अच्छी रणनीति साबित हो सकती है. इसके अलावा शेयर का PEG यानी Price-earnings to Growth रेशियो एक से कम होना चाहिए. इससे कंपनी के शेयर की सही वैल्यूएशन का पता चलता है.
Post Office TD: ये सरकारी स्कीम 10 लाख पर देगी 3.8 लाख ब्याज, 1 साल से 5 साल तक निवेश के हैं विकल्प
Ujjivan Bank FD Interest Rate: उज्जीवन बैंक ने बढ़ाई एफडी दरें, 560 दिनों की FD पर मिलेगा 8.75% ब्याज
अच्छा डिविडेंड देने वाले शेयर
निवेश के लिए बेहतर शेयर के चुनाव की एक और कसौटी अच्छा डिविडेंड भी हो सकता है. डिविडेंड यानी लाभांश का अर्थ है वो मुनाफे का वो हिस्सा जो कंपनी अपने शेयरधारकों में बांटती है. लगातार डिविडेंड से न सिर्फ शेयरधारक को सीधे-सीधे निवेश पर रिटर्न मिलता है, बल्कि इससे कंपनी की अच्छी वित्तीय सेहत का भी पता चलता है. निवेश से पहले कंपनी के पिछले 5 साल का डिविडेंड देने का रिकॉर्ड देखना चाहिए. साथ ही कंपनी का डिविडेंड-पे-आउट रेशियो 40 फीसदी से कम हो तो बेहतर. क्योंकि इससे पता चलता है कि कंपनी अपने लाभ का एक हिस्सा बांटने के बाद बाकी रकम बिजनेस के विस्तार में भी लगाती है.
अगर कोई शेयर ऊपर की दोनों कसौटियों पर खरा उतर रहा हो तो तीसरी बात उसके ‘डिस्काउंट-टू-बुक वैल्यू’ पर नजर डालनी चाहिए. अगर कंपनी बाकी हर लिहाज से मजबूत और बेहतर भविष्य वाली नजर आ रही है, फिर भी उसके शेयर अपनी बुक वैल्यू के मुकाबले कम कीमत पर मिल रहे हैं, तो उसमें आगे चलकर अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं. ऐसे शेयर में यह भी जरूर देखना चाहिए कि उसका डेट-इक्विटी रेशियो 1.5 से कम हो और हाल के वर्षों में रिटर्न ऑन नेट वर्थ 10 फीसदी से अधिक रहा हो.
ग्रोथ की अच्छी संभावना और वाजिब कीमत वाले शेयर
बेहतरीन शेयर के चुनाव के लिए यह भी एक अहम कसौटी हो सकती है. सवाल यह है कि ग्रोथ की अच्छी संभावना और वाजिब कीमत का अंदाजा कैसे लगाएं. फंडामेंटल रूप से मजबूत शेयर का P/E यानी प्राइस-टू-अर्निंग्स रेशियो अगर 15 से कम है, तो आमतौर पर कीमत को वाजिब मान सकते हैं. पिछले 5 साल में कंपनी की अर्निंग्स ग्रोथ कम से कम 20 फीसदी होनी चाहिए. YoY आधार पर पिछली तिमाही की अर्निंग्स ग्रोथ और पिछले 12 महीनों की ट्रेलिंग अर्निंग्स ग्रोथ भी कम से कम इतनी ही यानी 20 फीसदी होनी चाहिए.
इन तमाम कसौटियों पर खरा उतरने वाला शेयर आने वाले दिनों में कम जोखिम में अच्छा रिटर्न देने वाला साबित हो सकता है. हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि यहां कही गई बातें इनवेस्टमेंट टिप्स नहीं हैं. ये कसौटियां बेहतर निवेश के लिए अपनाई जाने वाली कुछ बुनियादी बातों में शामिल हैं. इनके अलावा शेयर से जुड़ी खबरों, संबंधित इंडस्ट्री की दशा-दिशा और पूरी इकॉनमी को प्रभावित करने वाले राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय हालात जैसी बातों पर नजर रखना भी जरूरी है.
शेयर मार्केट क्या है?, स्टॉक मार्केट क्या है? | What is Share Market In Hindi
आज हम इस पोस्ट में शेयर बाजार के बारे में जानेंगे की, Share Market क्या है, Share Market के कितने प्रकार होते है और Share Market में पैसा कैसे invest करना चाहिए। शेयर बाजार यह किसी भी विकसित देश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। उद्योग या व्यवसाय चलाने के लिये capital चाहिए होता है तो यह उन्हें शेयर बाजार से मिलता है। तो दोस्तों आज हम Share Market/शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट क्या है? के बारे विस्तारित रूप से जानेंगे।
What Is Share Market in Hindi? - शेयर बाज़ार क्या है?
Share का अर्थ होता है "हिस्सा" या "भाग" लेकिन शेयर बाजार या Share Market की भाषा में बात करे तो Share का अर्थ होता है कंपनियों में हिस्सा लेना, किसी कंपनी का Share खरीदना याने उस कंपनी का हिस्सेदार या भागीदार बन जाना।
शेयर बाज़ार के माध्यम से आम आदमी भी बड़े से बड़े उद्योग या व्यवसाय मे अपनी भागीदारी कर सकता है लेकिन Share Market यह एक ऐसी जगह है की, यहा पर बहुत से लोग पैसे कमा भी लेते है और पैसे गवा भी लेते है याने Share Market में किसी को बहुत फायदा होता है या फिर किसी का नुकसान भी हो जाता है।
Share Market में Share ख़रीदे और बेचे जाते है। भारत में मुख्य रूप से Bombay Stock Exchange (BSE) और National Stock Exchange (NSE) यह दो Stock Exchange है।
Share खरीदने और बेचने के लिए कई शेयर ब्रोकर्स यानी शेयर दलाल होते है, वो अपना कमीशन लेकर किसी व्यक्ति या कंपनी को शेयर खरीदने बेचने का काम करता है। शेयर बाजार में ब्रोकर या दलाल स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते है और सिर्फ वो ही स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
Types of Share Market in Hindi - शेयर मार्केट के कितने प्रकार होते है
मुख्यतः Share Market के दो प्रकार होते है एक Primary Share Market और दूसरा Secondary Share Market इसका विश्लेषण नीचे दिया गया है।
1. Primary Share Market (प्राथमिक शेयर मार्केट)
सबसे पहले कंपनी को अपने शेयर्स की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग करवाकर अपने शेयर को बेचती है पर उसे Initial Public Offering या IPO लाना पड़ता है और उसके बाद ही निश्चित किये हुए मूल्य पर अपने शेयर को पब्लिक को ख़रीदने के लिए उपलब्ध किया शेयर मार्केट की पूरी जानकारी हिंदी में जाता है।
स्टॉक एक्सचेंज जैसे BSE, NSE और ब्रोकर के जरिये कंपनियां प्राथमिक बाजार के माध्यम से निवेशकों तक पहुँचती हैं।
अगर कोई कंपनी को Initial Public Offering या IPO के लिए जाते समय उसको अपने बारे में, promoters, financials, businesses, अपने शेयर या स्टॉक और उनकी कीमत की पूरी जानकारी देनी होती है।
शेयर बाजार में पैसा कैसे निवेश करें? How to Money Invest in Share Market?
शेयर मार्केट में Invest करने से पहले हमारे सामने कई सवाल होते हैं जैसे कि, How to invest in share market, कहां निवेश और कैसे निवेश करें या Invest करने में कोई धोखा तो नहीं। इन ही बातो का हमने खयाल रखा तो हम आसानी से शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं।
- जब कभी भी Invest करना हो उससे पहले उस कंपनियों की हालातों पर नजर रखें।
- शेयर विकास दर कम हो या महँगाई दर ज्यादा हो तो तब बड़ी कंपनियों पर नजर रखें, क्योंकि ऐसी स्थिति में छोटी कंपनियों के मुकाबले बड़ी कंपनियों के शेयर अच्छी स्थिति में होते हैं।
- जब भी शेयर बाजार की हालत थोड़ी कमजोर हो तो बड़ी कंपनियों की तरफ ध्यान रखे।
- कोई भी शेयर खरीदने और बेचने के लिए हमेशा एक स्टॉक ब्रोकर की जरूरत होती है, जब आप स्टॉक मार्केट में निवेश या Invest करने के लिए स्टॉक ब्रोकर के पास जाते है, तो आपको सबसे पहले उनके पास से दो account खोलने पड़ते है " Demat Account " और " Trading Account " यह account खोलने के बाद आप आसानी से कोई भी शेयर की खरेदी-बिक्री कर सकते है।
- आपको स्टॉक ब्रोकर ऐसा चुनना चाहिए की, वह कम फ़ीस में आपको अच्छी और बेहतरीन सेवा दे।
- शेयर बाजार में पैसे लगाना ही सबकुछ नही है बल्कि आपको financial plan की भी जरूरत होती है। इन्वेस्ट करने से पहले आपको अपनी financial situation, cash flow और रिक्स लेने की क्षमता पर विचार करना चाहिए।
- शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने के लिए आपको उसके बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है वरना आपको बहुत बडी कीमत चुकानी पडती है। इसलिए आप किसी जल्दबाजी में कोई फैसला ना ले।
पिछले कुछ सालों में बढ़े हैं इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले
हाल ही में, कई मामलों में बहुत से लोगों पर Insider Trading (इनसाइडर ट्रेडिंग) का आरोप लगाया गया है. जिसमें उन्होंने अवैध लाभ में पांच मिलियन डॉलर से अधिक कमाए हैं. एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने ल्यूमेंटम होल्डिंग्स के पूर्व मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी 49 वर्षीय अमित भारद्वाज और उनके दोस्तों, धीरेनकुमार पटेल (50), श्रीनिवास कक्करा (47), अब्बास सईदी (47) और रमेश चित्तोर (45) पर आरोप लगाए हैं.
एसईसी का आरोप है कि कैलिफोर्निया में रहने वाले इन लोगों ने ल्यूमेंटम द्वारा दो कॉर्पोरेट अधिग्रहण घोषणाओं से पहले ट्रेडिंग की और 5.2 मिलियन अमरीकी डॉलर से ज्यादा अवैध फायदा कमाया. अब सवाल है कि आखिर Insider Trading या भेदिया कारोबार क्या है.
क्या है इनाइडर ट्रेडिंग
इनसाइडर ट्रेडिंग को इनसाइडर डीलिंग के रूप में भी जाना जाता है. जब कंपनी के कर्मचारी अवैध तरीके से कंपनी के शयर्स की खरीद-बिक्री करके मुनाफा कमाते हैं, तो इसे इनसाइडर ट्रेडिंग कहते हैं. यह खासकर कंपनी की किसी गोपनीय जानकारी के आधार पर किया जाता है और कर्मचारियों के पता होता है कि आने वाले समय में कंपनी के शेयर्स के दाम बढ़ेंगे.