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कौन सा दिन का ट्रेडिंग इंडिकेटर सबसे अच्छा है?

कौन सा दिन का ट्रेडिंग इंडिकेटर सबसे अच्छा है?

trading kaise kare in hindi ट्रेडिंग कैसे करे

trading kaise kare in hindi आर्टिकल में आप जानकारी प्राप्त करने वाले है की शेयर मार्किट में ट्रेडिंग कैसे करते है. काफी लोगो को जानकारी नहीं होती है की शेयर मार्किट से शेयर कैसे खरीदते है.शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपके पास Demat Account और Trading Account होना जरुरी है. आप किसी भी कौन सा दिन का ट्रेडिंग इंडिकेटर सबसे अच्छा है? ब्रोकर के पास अपना डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कर सकते है.

डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट साथ में ही खुलते है आपको अलग अलग से ओपन करने की जरुरत नहीं होती है. ब्रोकर आपके दोनों अकाउंट साथ में ही ओपन कर देते है.

डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने के बाद आप अपना ट्रेडिंग सुरु कर सकते है.

share market me trading kaise kare in hindi आर्टिकल में आपको ये भी जानकारी मिलने वाली है की शेयर मार्किट में trading kaise kare.

trading kaise kare -शेयर मार्किट में ट्रेडिंग कैसे करे-

Table of Contents

शेयर मार्किट से शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते है. शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए कई मेथड है. जैसे की Intraday Trading, Swing Trading, Future and option Trading,Investmetn अब में trading kaise kare in hindi आर्टिकल में आपको ट्रेडिंग के इस प्रकार के बारे में डिटेल में जानकारी देता हु.

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? What is intraday trading in hindi

शेयर मार्किट में इंट्राडे ट्रेडिंग काफी लोकप्रिय है. इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको शेयर खरीदने और बेचने के लिए एक दिन का समय मिलता है. इंट्राडे ट्रेडिंग में आप एक से ज्यादा दिन के लिए शेयर नहीं रख सकते है.

शेयर मार्किट ओपन होने के बाद ख़रीदे गए शेयर को आपको उसी दिन मार्किट बंध होने से पहले बेच देना पड़ता है. आपको लोस हो या प्रॉफिट हो आपको शेयर उसी दिन ही बेचने पड़ते है.

जैसे की अगर आज आपने रिलायंस के शेयर १००० के भाव से १०० शेयर सुबह ख़रीदे और अभी मार्किट बंध होने से पहले इनका भाव १०२० चल रहा है तो आप मुनाफा वसूल करके बेच सकते है.

१०० शेयर के हिसाब से आपको २००० मुनाफा होगा. उसी तरह अगर रिलायंस शेयर का भाव कम भी चल रहा है तो भी आपको ये बेचने पड़ेंगे चाहे लोस क्यों ना हो रहा हो.

इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको मार्जिन मनी मिलती है. मार्जिन मनी का मतलब होता है की अगर आपके पास 10000 रुपये है तो आप ब्रोकर के हिसाब से 50000-100000 तक के शेयर खरीद सकते है. भारत में कई सारे ब्रोकर्स है जो मार्जिन मनी की सुविधा देते है.

इंट्राडे ट्रेडिंग जोखमी ट्रेडिंग होता है क्यूंकि आपको इसमें शेयर रखने के लिए सिर्फ एक दिन का समय मिलता है. अगर आप गलत साबित हुए तो लोस होने का पूरा खतरा रहता है. अनुभव और शेयर मार्किट के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद ही इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहिए.

What is swing trading in hindi स्विंग ट्रेडिंग क्या है?

शेयर मार्किट में स्विंग ट्रेडिंग भी बहुत लोकप्रिय ट्रेडिंग है. स्विंग ट्रेडिंग का मतलब होता है शेयर में आ रहे उछाल और गिरावट का फायदा उठाके कम समय में ज्यादा रिटर्न्स पाना.

शेयर मार्किट के इस ट्रेडिंग प्रकार में आप का आशय कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाना होता है. इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में ये तफावत होता है की इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको ख़रीदे हुए शेयर उसी दिन बेच देने पड़ते है जबकि स्विंग ट्रेडिंग में आप अपने शेयर २-३ दिन से लेकर महीने तक रख सकते है. आपको ये शेयर कितने समय तक रखना है ये आपके ऊपर निर्भर करता है.

फ्यूचर एंड आप्शन ट्रेडिंग क्या है- What is future and option Trading hindi

फ्यूचर एंड आप्शन ट्रेडिंग में आपको शेयर खरीदने के लिए निश्चित समय अवधि मिलती है. आपको इन समय अवधि के दरम्यान शेयर खरीदने और बेचने पड़ते है.

Future and option Trading hindi में आपको जानकारी देना चाहता हु की ये ट्रेडिंग भारत में सिर्फ एन.एस.इ स्टॉक एक्सचेंज में ही होती है. भारत के बी.एस.इ स्टॉक एक्सचेंज में आप फ्यूचर एंड आप्शन के सौदे नहीं कर सकते है.

फ्यूचर एंड आप्शन में आप ज्यादा से ज्यादा ३ महीने के लिए शेयर खरीद या बेच सकते है. फ्यूचर एंड आप्शन को डेरिवेटिव कहते है. भारत में हाल ही में आप्शन में Weakly आप्शन समय अवधि सुरु हुई है जिसमे आप आप्शन एक विक से लेकर ३ महीने की समय अवधि के लिए खरीद या बेच सकते है.

इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग से फ्यूचर एंड आप्शन का तफावत ये है की आप यंहा पर जो शेयर खरीदते है वो लोट के हिसाब से ख़रीदे जाते है. लोट का मतलब होता है किसी भी कंपनी के द्वारा निश्चित की गयी शेयर्स की संख्या. जैसे की निफ्टी का लोट ७५ का होता है अगर आप निफ्टी फ्यूचर लेना चाहते है तो आप को एक लोट याने की ७५ की संख्या में निफ्टी खरीदनी पड़ेगी.

फ्यूचर एंड आप्शन में आप्शन भी एक डेरिवेटिव है जिनका उपयोग अपने पोर्टफोलियो को हेज करने याने की सुरक्षित करने के लिए किया जाता है. आप्शन के बारे में डिटेल में जान ने के लिए आप्शन क्या है इन आर्टिकल को मेरी वेबसाइट पर पढियेगा.

trading kaise kare in hindi-Trading Strategies in hindi

शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए कई स्ट्रेटजी है. आप इन स्ट्रेटजी का उपयोग करके आप अच्छा मुनाफा कमा सकते है.इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग, फ्यूचर एंड आप्शन में ट्रेडिंग करने की कई स्ट्रेटजी है जिस के बारे में आपको trading kaise kar e इस आर्टिकल में जानकारी देने वाला हु.

  • कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स का उपयोग
  • मूविंग एवरेज का उपयोग
  • आर.एस.आई इंडिकेटर का उपयोग
  • एम्.ए.सि.डी इंडिकेटर का उपयोग
  • सपोर्ट एंड रेसिस्टेंट लेवल का उपयोग
  • चार्ट पैटर्न का उपयोग आदि.

ऊपर दी गयी टेक्निक का उपयोग करने को शेयर मार्किट में टेक्निकल एनालिसिस कहा जाता है. सफल ट्रेडिंग करने के लिए आपको टेक्नीकल एनालिसिस सीखना चाहिए. टेक्निकल एनालिसिस से आपको ये पता चलता है की कौन सा शेयर खरीदना चाहिए, कब खरीदना चाहिए, शेयर के भाव में कितनी बढ़ोतरी या गिरावट आ सकती है इनका पता आपको टेक्नीकल एनालिसिस के जरिये चलता है.टेक्निकल एनालिसिस सिखने के लिए मैंने मेरी वेबसाइट पर कई आर्टिकल पोस्ट किये है जिसे आप पढके टेक्निकल एनालिसिस सिख सकते है.

ट्रेडिंग करते समय किन बातो का ख्याल रखे:

share market me trading kaise kare in hindi आर्टिकल में अब में आपको जानकारी देना चाहता हु की ट्रेडिंग करते समय किन बातो का ख्याल आपको रखना चाहिए.

  • अपने कैपिसिटी की हिसाब से शेयर ख़रीदे.
  • शेयर में मिल रहे प्रॉफिट को बुक करते रहे
  • ज्यादा लालच न रखे
  • अपनी भावनाओ पर काबू रखे
  • भय पर काबू रखे
  • ट्रेडिंग में स्टॉपलोस का उपयोग करे
  • सही समय का इंतजार करे
  • रिसर्च करके शेयर ख़रीदे
  • शेयर मार्किट के बारे में नोलेज प्राप्त करे
  • आवेश में आकर ट्रेडिंग ना करे

निष्कर्ष :

trading kaise kare इन आर्टिकल में हमने सिखा की ट्रेडिंग क्या है. ट्रेडिंग के कितने प्रकार है. टेक्नीकल एनालिसिस कैसे करे. ट्रेडिंग के अलग अलग प्रकार में क्या तफावत है. ट्रेडिंग में सफल होने के लिए क्या जरुरी है.

आर्टिकल से जुड़े कोई भी प्रश्न के कौन सा दिन का ट्रेडिंग इंडिकेटर सबसे अच्छा है? लिए आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करे. hindisafar.net को विजिट जरुर करे. आशा करता हु आपको मेरा आर्टिकल trading kaise kare in hindi पसंद आया होगा.

Fixed Time Trade, Forex में ट्रेड करने के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है?

Olymp Trade, IQ Option, Binomo जैसे किसी भी ब्रोकर पर FTT, FOREX ट्रेडिंग के लिए ट्रेड करने का समय बहुत महत्वपूर्ण होता है| इंडिकेटर, रणनीतियों और कैंडलस्टिक के बारे में जान लेना ही पर्याप्त नहीं है, आप जो समय चुनते हैं वह भी आपकी ट्रेड पर बहुत प्रभाव डालता है| यह लेख उन कारणों का विश्लेषण करेगा कि आपको पैसे कमाने के लिए ट्रेडिंग का सही समय क्यों चुनना होगा| ट्रेडरों के ट्रेड का यह नया बहुत बढ़िया तरीका है|

सही ट्रेडिंग समय चुनने की रणनीति

टाइम फ्रेम यानि समय चुनना अत्यंत महत्वपूर्ण है और Olymp Trade, IQ Option, Binomo जैसे एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग करने के लिए इसे एक कला माना जाता है|

ऐसा क्यूँ है?

क्योंकि हर टाइम फ्रेम के लिए अपने लाभ और हर एसेट के लिए एक अलग ट्रेडिंग स्टाइल होगी| मान लेते हैं कि आप एक ऐसे व्यक्ति हैं जिसे 1 मिनट या 5 मिनट की छोटी अवधि के साथ FTT में ट्रेड करना पसंद है, तो आपको ऐसी मुद्रा जोड़ी चुननी होगी जिस पर ख़बरों का कम असर होता हो और जो कम परिवर्तनशील हो| अगर आप हमेशा ख़बरों पर नज़र रखते हों और लंबी अवधि की ट्रेड लगाने की आदत हो, तो आप ऐसी मुद्रा जोड़ी का चुनाव करेंगे जिस पर ख़बरों का प्रभाव होता हो और जो बहुत अधिक परिवर्तनशील हो|

ट्रेडिंग टाइम फ्रेम का चुनाव

Forex में ट्रेड करते समय, आप 24 घंटे और सप्ताह में 5 दिन ट्रेड कर सकते हैं| अगर आप नए हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि forex का सिर्फ एक बाज़ार नहीं होता|

और इस कारण, अलग-अलग देशों का अलग-अलग समय होता है, जो मुद्रा जोड़ी की कीमत पर प्रभाव डालेगा|

लेकिन वे सभी एक ही नियम का पालन करते हैं, वह यह कि, देश अपनी खबरे सुबह 7 से शाम 5 बजे के बीच पोस्ट करते हैं| और दिन के इन घंटों के दौरान फॉरेन करेंसी में लेनदेन बढ़ जाते हैं|

Choose a safe trading time frame when price is affected by news

यहाँ महत्वपूर्ण टाइम ज़ोन दिए गए हैं जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए:

  • एशियाई: GMT +9 (टोक्यो), GMT +10 (सिडनी)
  • यूरोपीय: GMT +0 (लन्दन), GMT +1 (लन्दन – Daylight Saving Time )
  • अमेरिकी: GMT -5 (न्यू यॉर्क)

बाज़ार खुलने और बंद होने का समय न चुनें

अगर आप इंडिकेटर के आधार पर ट्रेडिंग नहीं करते हैं तो आपको निम्नलिखित टाइम फ्रेम नहीं चुनने चाहिए:

  • किस सत्र की समयावधि के प्रारम्भ और अंत का समय
  • सप्ताह की शुरुआत या सप्ताहांत का समय

अगर आप इस समय ट्रेड करना चाहते हैं, तो आपको समाचार विशेषज्ञ होना चाहिए, एक ऐसा व्यक्ति जो खरीद/ बिक्री के लिए समाचार के अनुसार अनुमान लगा सके| या फिर आपके पास कोई तेज और सटीक स्रोत उपलब्ध हो|

सार्वजनिक अवकाश का दिन न चुनें

आपको अमेरिका और यूके में बैंक के सार्वजनिक अवकाश के दिनों पर ध्यान देना होगा| इन देशों में लेनदेन न होने पर, लेनदेन की संख्या सामान्य से कम होगी|

हर टाइम फ्रेम की विशेषताएं

जैसे ही सत्र सक्रिय होता है करेंसी में गतिविधियाँ और उनकी संख्या उस समय के अनुसार प्रभावित होती हैं| उदाहरण के लिए, अमेरिकी सत्र में, डॉलर के लेनदेनों की संख्या में सबसे ज्यादा उतार चढ़ाव आता है क्योंकि यूएस फॉरेन ट्रेड एक्सचेंज की कम्पनियाँ अन्य देशों की कंपनियों के साथ ट्रेड करती हैं|

और हर टाइम फ्रेम की अलग रणनीति और ट्रेड का अलग तरीका होता है| सबसे अच्छा टाइम फ्रेम चुनना आपकी वरीयताओं पर निर्भर करता है| आप विश्लेषण के आधार पर सुरक्षित ट्रेड लगाना चाहते हैं, ख़बरों पर ट्रेड करना चाहते हैं या आप छोटी अवधि की ट्रेड लगाना चाहते हैं?

Choose a reasonable trading time on Olymp Trade, IQ Option, Binomo

Asian Trading Hours – एशियाई सत्र

एशियाई सत्र तब शुरू होता है जब सिडनी के बाज़ार 21:00 GMT +0 पर खुलते हैं, चूंकि इस समय केवल सिडनी का बाज़ार ही खुलता है इसलिए अन्य टाइम फ्रेम की तुलना में मूल्य में उतार-चढ़ाव कम होते हैं|

अगला बाज़ार टोक्यों का बाज़ार है जो 22:00 GMT +0 पर खुलता है, JPY की संख्या और लेनदेनों में उतार-चढ़ाव में तेजी से वृद्धि होती है| लेकिन इस बाज़ार का वास्तविक वॉल्यूम बहुत ज्यादा नहीं है, बस औसत स्तर पर है, लिक्विडिटी भी कौन सा दिन का ट्रेडिंग इंडिकेटर सबसे अच्छा है? कम है| इसलिए यह अमेरिका और यूरोप के करेंसी पर प्रभाव नहीं डालेगा| इस दौरान सबसे ज्यादा ट्रेड होने वाली मुद्रा जोड़ी AUD / JPY और USD / JPY हैं|

European Trading Time – कौन सा दिन का ट्रेडिंग इंडिकेटर सबसे अच्छा है? यूरोपीय सत्र

07:00 GMT +0 वह समय है जब लन्दन का बाज़ार खुलता है और यह वह समय भी है जब टोक्यो अपनी आखिरी ट्रेड के ट्रांजैक्शन करता है| इसलिए इस समय के दौरान सबसे ज्यादा ट्रेडर ट्रेड करते हैं| इससे बाज़ार के वॉल्यूम में बड़ा बदलाव आता है क्योंकि टोक्यो के डेटाइम ट्रेडर एग्जिट कर चुके होते हैं और उसी समय यूरोपीय ट्रेडर प्रवेश करते हैं| यूरोपीय सत्र के दौरान सभी मुद्रा जोड़ियों में ट्रेड होता है, इसलिए बड़ी मुद्रा जोड़ियों का वॉल्यूम बहुत अधिक रहता है|

यह समय ट्रेडिंग के लिए बहुत उपयुक्त रहता है, क्योंकि इससे बाज़ार में लिक्विडिटी सुनिश्चित होती है| जापानी बाजारों में ट्रेडिंग वॉल्यूम 6%, अमेरिकी बाजारों में 17% होता है, यह दोनों को जोड़कर भी यूरोपीय ट्रेडिंग वॉल्यूम 38% के बराबर नहीं होता|

Americas Trading Time – अमेरिकी सत्र

यूएस यानि न्यू यॉर्क का सत्र 12:00 GMT +0 पर शुरू होता है| इस समय, लन्दन बाज़ार अभी भी खुला होता है और टोक्यो बाज़ार बंद हो गया होता है| ऑनलाइन यूएस और यूरोपीय बाज़ारों में अन्य सत्रों के मुकाबले वॉल्यूम और लिक्विडिटी अधिक होते हैं|

17:00 GMT +0 पर, लन्दन का बाज़ार बंद हो जाता है| अमेरिकी सत्र एशियाई बाजारों के खुलने तक खुला रहता है| हालाँकि इस समय न्यू यॉर्क का बाज़ार सक्रिय रहता है, वॉल्यूम फिर भी एशियाई सत्र से अधिक ही रहता है| यूरोपीय ट्रेडर इस समय ट्रेड छोड़ देते हैं|

इस सत्र के दौरान, सभी मुद्रा जोड़ियां सक्रिय होती हैं|

निष्कर्ष

अब आप पहले से ही उन सत्रों के फायदे और नुकसान को जानते हैं। आपको अपनी आदत, अपनी शैली, अपनी मुद्रा जोड़ी के साथ संबंधित समय का विश्लेषण करना चाहिए।

Bazaar Aaj Aur Kal: कल के शेयर बाजार पर अनिल सिंघवी की दमदार स्ट्रैटेजी

निफ्टी 17,800 के करीब मजबूत सपोर्ट करेगा. निफ्टी 18,100 से 18,125 तक जाने की कोशिश करेगा. बैंक निफ्टी 39,125 से 39,250 के बीच सपोर्ट करेगा. बैंक निफ्टी 39,500 को पार टिका तो बनेगी मजबूती. बैंक निफ्टी 39,750 से 39,900 तक जाने की कोशिश करेगा: अनिल सिंघवी

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शेयर बाजार में स्टॉक कैसे चुनें? (How to pick Stocks in Share Market?)

शेयर मार्किट (Share Market) में आप किन शेयरों का व्यापार करते हैं, यह आपके अनुभव के स्तर, आपके पास कितनी पूंजी उपलब्ध है, और आप किस प्रकार की ट्रेडिंग कर रहे हैं, सहित कई मुद्दों पर निर्भर करते हैं। चाहे आप दिन के कारोबार के लिए सबसे अच्छा स्टॉक खोजने (Pick Stocks) की कोशिश कर रहे हों, या आप स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) , पोजीशन ट्रेडिंग (Position Trading ) या निवेश (Investment) जैसी अन्य शैलियों को पसंद करते हैं ।

स्टॉक चुनने के लिए आपके मानदंड को ट्रेडिंग प्लान (Trading Plan)

के हिस्से के रूप में लिखा जाना चाहिए (अधिक के लिए जोखिम प्रबंधन देखें) एक योजना विकसित करने पर विवरण)। आपकी ट्रेडिंग योजना गतिशील है, और इस प्रकार, जैसे-जैसे आप सीखना, कौशल विकसित करना और अपनी ताकत और कमजोरियों को उजागर करना जारी रखेंगे, यह विकसित होगा।

स्टॉक चुनने से पहले कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए

• अपने जोखिम के स्तर को समझें और तय करें कि क्या उचित है।
• आपके व्यक्तित्व प्रकार से कोई फर्क नहीं पड़ता, निवेश करने के लिए स्टॉक चुनने के लिए एक रणनीति विकसित करें।
• एक स्टॉक चुनकर (Pick Stocks) शुरू करें और फिर परिणामों का विश्लेषण करें।
• स्टॉक की हलचल और संपूर्ण बाजार को समझने के लिए ट्रेडिंग चार्ट का उपयोग करें।
• अंत में, अपनी योजना पर कायम रहें!

अपने व्यक्तित्व के आधार पर स्टॉक चुनो (Pick Stocks Based on Your Personality)

साथ ही, आपका व्यक्तित्व प्रकार आपके द्वारा ट्रेड किए जाने वाले स्टॉक के प्रकारों में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा। उदाहरण के लिए, यदि आप २३ वर्ष के हैं, वीडियो गेम में पले-बढ़े हैं, आपका दिमाग तेज़ है और ध्यान केंद्रित रहने के लिए आपको बहुत अधिक कार्रवाई करने की आवश्यकता है, तो आपके लिए अल्पकालिक, स्केलिंग सही हो सकती है। दूसरी ओर, यदि आप 65 वर्ष के हैं, तो निर्णय लेने से पहले चीजों के बारे में सोचना पसंद करते हैं, तो हो सकता है कि स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) कम अस्थिरता वाले स्टॉक अधिक उपयुक्त हों।

आप जो भी निर्णय लें, उस पर विचार अवश्य करें। आपको यह समझने की जरूरत है कि शेयरों में उतार-चढ़ाव के विभिन्न स्तर होते हैं और कीमतों में उतार-चढ़ाव का वेग होता है। अपनी जानकारीके लिए इंडिकेटर जैसे टूल का उपयोग करके, आपको यह देखने में सक्षम होना चाहिए कि कौन शेयर खरगोश है और कौन सा शेयर कछुआ।

स्टॉक चुनते समय जोखिम प्रबंधन को ध्यान में रखें ( Keep Risk Management in Mind When Picking Stocks)

निर्धारित करें कि आप किस हद तक जोखिम के साथ रह सकते हैं और बर्दाश्त कर सकते हैं। स्टॉक चुनने (Pick Stocks) की रणनीति बनाने पर ध्यान दें जो पूंजी को संरक्षित करने और जोखिम को नियंत्रित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य पूंजी को संरक्षित करना होना चाहिए। आपको यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि खेल में बने रहने के लिए अपनी पूंजी को संभालना बहोत ही महत्वपूर्ण है ।

व्यापार करने के लिए स्टॉक का एक पूरा स्पेक्ट्रम है, प्रत्येक में विभिन्न स्तरों की अस्थिरता, मूल्य और मात्रा विशेषताओं के साथ। जोखिम कम करके शुरुआत करें। जैसे-जैसे आपके कौशल, अनुभव और आपकी सफलता में वृद्धि होती है, आप उन शेयरों से जुड़े जोखिम को बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं जिन्हें आप व्यापार के लिए चुनते हैं।

नए व्यापारियों द्वारा की जा सकने वाली सबसे खराब गलतियों में से एक है “बस व्यापार शुरू करें” और “देखें कि यह कैसा चल रहा है।” आपको सूचित और शिक्षित व्यापारिक निर्णय लेने, विश्लेषण और गणना करने की आवश्यकता है। जैसे कोई व्यवसाय शुरू करने या बढाने के लिए एक पूर्व योजना आवश्यक है।

जब आप निवेश करने के लिए स्टॉक चुनते हैं तो इसे सरल रखें ( Keep it Simple When You pick Stocks to Invest In)

अपनी स्टॉक चुनने की प्रक्रिया (Picking Stocks Process) को सरल रखें! लंबी अवधि में आप जो भी स्टॉक चुनने की रणनीति तय करते हैं, केवल एक स्टॉक का व्यापार करके शुरू करें, देखें, अध्ययन करें और सीखें । प्रत्येक स्टॉक का अपना व्यक्तित्व और विशेषताएं होती हैं। आदर्श चाल चलने का अनुमान लगाने के लिए आपको इन “आदतों” को समझने की जरूरत है। चार्ट का अध्ययन कई समय सीमा में करें – इंट्राडे, दैनिक और साप्ताहिक। समय के साथ, एक और स्टॉक जोड़ना शुरू करें, और फिर दूसरा, इत्यादि। जब आप एक स्टॉक का व्यापार कर रहे हों, तो कुछ अन्य शेयरों के व्यवहार का अध्ययन करना और उनके व्यवहार को सीखना ठीक है।

एक बार जब आप “लर्निंग कर्व” के साथ आगे बढ़ जाते हैं, तो आप जिन अन्य शेयरों का अध्ययन कर रहे हैं, उनमें से एक का व्यापार करना शुरू करें। जब से आप इसे देख रहे हैं, तब से आपको इसके व्यवहार की समझ पहले से ही होगी। उन शेयरों पर ध्यान दें जो आपकी ट्रेडिंग योजना के साथ संरेखित हों और निरंतरता कौन सा दिन का ट्रेडिंग इंडिकेटर सबसे अच्छा है? की अनुमति दें।

ट्रेडिंग दिवस के दौरान अपना मानदंड न बदलें – केवल तभी जब बाजार बंद हो। अपनी योजना के साथ रहो। व्यापार के बीच में एक योजना बदलने से आप अपनी योजना पर मानसिक रूप से “धोखा” धोका देने जैसे होगा । इससे अनुशासन का सामान्य विघटन होता है।

कुछ वास्तविक जीवन के उदाहरण नीचे सूचीबद्ध हैं:

• खुदपे विश्वास होने तक एक बार में केवल 5 स्टॉक चुनने चाहिए और १ ही शेयर में व्यापार करना चाहिए।
• शेयर की कीमत ₹ 150 और ₹ 250 के बिच की होनी चाहिए ।
• शेयर्स की अस्थिरता की मध्यम डिग्री होनी चाहिए ।
• कोई बायोटेक स्टॉक नहीं (उच्च इंट्राडे अस्थिरता) ।
• हर रात अपने ५ शेयरों का कई समय सीमा में अध्ययन करना जरुरी है ।

स्टॉक्स स्विंग ट्रेडिंग चुनने के तरीके (2 दिन से 3 सप्ताह तक)

• व्यापार करने के लिए 50 स्टॉक चुने – १ एक बार में अच्छी समझ के साथ इसमें बहुत शोध हो सकता है।
• शेयर कीमत ₹ २०० से ऊपर के ऊपर हो ।
• एक दिन में ३० शेयर चुने जिनका वॉल्यूम ५,००,००० से ऊपर हो ।

२५ लंबी घड़ी सूची के लिए ( 25 for Long watch list)

  • मौलिक रूप से मजबूत (Strong fundamentally ) – (प्रमुख क्षेत्रों में बढ़ती राजस्व और कमाई, उच्च सापेक्ष ताकत, )
  • 200 मूविंग एवरेज के ऊपर ( Above 200 moving average)
  • जो निफ़्टी ५० (Nifty 50) फ्यूचर्स का अनुसरण कर रहे हो।

25 लघु घड़ी सूची के लिए ( 25 for Short watch list)

  • मौलिक रूप से कमजोर (कमजोर क्षेत्रों में राजस्व और कमाई में गिरावट, कम सापेक्ष ताकत)
  • 200 मूविंग एवरेज से नीचे ( Below 200 moving average)
  • जो निफ़्टी ५० फ्यूचर्स का अनुसरण कर रहे हो।

जरुरी संपर्क (LINKS) इन शेयर मार्किट – NSE & BSE INDIA : IMPORTANT LINKS

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