मुहूर्त ट्रेडिंग का समय

मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है? Diwali Muhurat Trading ka Time
मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) Diwali Treding in stock market-
कई नए व्यापारी मुहूर्त ट्रेडिंग इवेंट को लेकर उत्सुक हैं। मुहूर्त ट्रेडिंग लक्ष्मी पूजन के अवसर पर भारतीय स्टॉक एक्सचेंज में आयोजित एक विशेष व्यापारिक कार्यक्रम है।
यह एक विशेष ट्रेडिंग इवेंट है जहां शाम को बाजार सिर्फ 1 घंटे के लिए ट्रेडिंग के लिए खुलते हैं। आज के लेख में हम मुहूर्त ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से चर्चा करने जा रहे हैं और मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन आप क्या कर सकते हैं।
मुहूर्त ट्रेडिंग के बारे में सब कुछ-
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि दिवाली रोशनी का त्योहार है, जो अंधेरे पर प्रकाश की जीत और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। शुभ अवसर के दौरान, लोग आम तौर पर स्टॉक, म्यूचुअल फंड और अन्य विभिन्न संपत्तियों में निवेश करते हैं क्योंकि लक्ष्मी पूजन को आपके पैसे का निवेश करने का सबसे अच्छा समय माना जाता है, और इस कारण से, शाम को बाजार खुला रहता है।
साथ ही, कुछ मान्यताओं के अनुसार, इस अंतराल के दौरान निवेश या व्यापार करने वाले लोगों के पास धन बनाने का अच्छा मौका होता है। यह अनोखा आयोजन केवल भारतीय शेयर बाजार में होता है। हर साल स्टॉक एक्सचेंजों द्वारा मुहूर्त ट्रेडिंग शेड्यूल की घोषणा की जाती है।
मुहूर्त ट्रेडिंग के अवसर पर नया निवेश–
मुहूर्त ट्रेडिंग को आमतौर पर विभिन्न संपत्तियों में निवेश करने का एक अच्छा समय माना जाता है। इसलिए अगर आप शेयर बाजार में अपना पैसा लगाने की सोच रहे हैं तो मुहूर्त ट्रेडिंग के अलावा और मुहूर्त ट्रेडिंग का समय कोई अच्छा आयोजन नहीं होगा। आम तौर पर मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन बाजार में तेजी रहती है, जो समृद्धि और धन का संकेत देता है।
दिवाली धन और समृद्धि लाने के लिए मनाई जाती है, इसलिए आम तौर पर यह उन लोगों के लिए एक अच्छा समय होता है जो पहली बार बाजार में निवेश कर रहे हैं। आप ऐसे ब्लू चिप स्टॉक की तलाश कर सकते हैं जो निफ्टी 50 का हिस्सा हैं और अगर आप पहली बार शेयर बाजार में अपना पैसा निवेश करने जा रहे हैं तो मुहूर्त ट्रेडिंग में उनमें निवेश करें।
निवेशकों को किसी भी शेयर में निवेश करने से पहले कंपनी के फंडामेंटल का अध्ययन करना चाहिए।
मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान व्यापारियों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए—
मुहूर्त ट्रेडिंग के अवसर पर आम तौर पर बाजार अस्थिर होते हैं क्योंकि ट्रेडिंग के लिए केवल एक घंटे का समय होता है, और मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के अंत में सभी ओपन पोजीशन एक्सचेंज द्वारा निर्धारित निपटान दायित्वों में परिणत होंगे।
लक्ष्मी पूजा के अवसर पर बाजार में अवकाश रहेगा और शाम के समय बाजार केवल एक घंटे के लिए खुलेंगे। मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सभी इक्विटी और डेरिवेटिव सेगमेंट को ट्रेडिंग के लिए खुला रखा जाएगा।
यह सलाह दी जाती है कि व्यापारियों को अपने सिस्टम का सख्ती से पालन करना चाहिए क्योंकि एक अस्थिर व्यापार सत्र की उच्च संभावना है। मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान नए व्यापारी पीछे की सीट ले सकते हैं क्योंकि यह अक्सर उच्च अस्थिरता के कारण व्यापार करने के लिए कठिन बाजारों में से एक होता है।
इक्विटी या इक्विटी डेरिवेटिव में ट्रेडिंग करते समय, कृपया सुनिश्चित करें कि उस विशेष स्टॉक में पर्याप्त मात्रा है ताकि आप बिना किसी परेशानी के अपनी स्थिति को स्क्वायर ऑफ कर सकें। साथ ही कुछ शेयरों में लिक्विडिटी कम होने की संभावना ज्यादा होती है, इसलिए कोशिश करें कि उन शेयरों में ट्रेडिंग करने से बचें।
मुझे उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आप मुहूर्त ट्रेडिंग की अवधारणा को समझ गए होंगे। मुझे उम्मीद है कि आप सभी लक्ष्मी पूजन के शुभ अवसर पर अपना कुछ पैसा स्टॉक या म्यूचुअल फंड में निवेश करेंगे।
शेयर बाजार में आज होगी Muhurat Trading, फटाफट चेक करें पूरा टाइमटेबल
आज तक 24-10-2022 https://www.aajtak.in
देश भर में आज दिवाली (Diwali) की धूम है. इस बीच शेयर बाजार (Stock Market) में छुट्टी के बावजूद इन्वेस्टर्स में जबरदस्त उत्साह है. दरअसल, आज होने वाली मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurt Trading) को लिए निवेशकों ने कमर कस ली है और उम्मीद है कि इस एक घंटे के विशेष सेशन के दौरान निवेशक विभिन्न शेयरों में जमकर निवेश करेंगे. ऐसे में अगर आप भी इस बेहद शुभ मानी जाने वाली मुहूर्त ट्रेडिंग में हिस्सा लेने के इच्छुक है, तो फिर ये खबर आपके लिए हैं. यहां हम बता रहे हैं कि बाजार में ट्रेडिंग किस समय चालू होगी और कौन से टिप्स अपनाकर आप मुनाफा कमा सकते हैं.
दिवाली पर निवेश को शुभ मानते हैं इन्वेस्टर्स
शेयर बाजार (Share Bazar) में दीपावली के पर्व पर मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) की परंपरा करीब 50 साल पुरानी है. Diwali का पर्व हिंदू नव वर्ष कैलेंडर की शुरुआत का प्रतीक है. पूरे भारत में इस उत्सव को धन, समृद्धि और सौभाग्य के स्वागत के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है. ठीक इसी तरह इस मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ भी कुछ ऐसी ही धारणा जुड़ी हुई है. शेयर बाजार के इन्वेस्टर्स (Share Bazar Investors) इस दिन को निवेश की शुरुआत के लिए बेहद खास मानते हैं.
इस समय पर ट्रेडिंग का मौका
स्टॉक एक्सचेंज में वैसे तो दिवाली के मौके पर छुट्टी घोषित होती है. लेकिन छुट्टी के दिन भी इसे विशेष तौर पर शाम के समय एक घंटे मुहूर्त ट्रेडिंग का समय के लिए खोला जाता है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहते हैं. आज 24 अक्टूबर 2022 को शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे तक बाजार मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए खुलेंगे. ब्लॉक डील सेशन 5.45 बजे से 6 बजे तक रहेगा, जबकि प्री-ओपनिंग सेशन शाम 6 बजे से लेकर 6.08 बजे तक होगा. पुराने आंकड़ों को देखें तो शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान जोरदार तेजी देखी जाती रही है. इस बार भी उम्मीद है कि इस विशेष ट्रेडिंग में सेंसेक्स 60 हजार के पार निकलेगा.
एक्सपर्ट्स की सलाह आएगी काम
Muhurat Trading के दौरान शेयरों में निवेश को लेकर कुछ खास बातों का ध्यान रखने से आप घाटे में नहीं रहेंगे, बल्कि जैसा सोचा है उसी हिसाब से मुनाफा मिल सकता है. इसके लिए शेयर बाजार एक्सपर्ट्स ने टिप्स बताए हैं. बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, विशेषज्ञों का कहना है कि निवेश के मूल सिद्धांतों के साथ बने रहें और कम अवधि में त्वरित रिटर्न के लिए जल्दबाजी में निर्णय बिल्कुल भी न लें. उन्होंने निवेशकों को मध्यम से लंबी अवधि के निवेश की सलाह दी है.
2021 पर सेंसेक्स पहुंचा था 60 हजार के पार
बीते साल 4 नवंबर, 2021 को दिवाली के मौके पर मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया गया था. इस एक घंटे के सेशन में बीएसई का सेंसेक्स 60 हजार के ऊपर पहुंच गया था. मुहुर्त ट्रेडिंग पर सेंसेक्स 60,067 अंकों के स्तर पर, जबकि निफ्टी 17,921 के लेवल पर बंद हुआ था. फिलहाल, सेंसेक्स की बात करें तो बीते शुक्रवार को यह 104.25 अंक चढ़कर 59,307.15 के स्तर पर बंद हुआ था.
आज शाम होगी मुहूर्त ट्रेडिंग, जानें इसका समय
एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज BSE 1957 से मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन करता आया है.
लोग इस दिन बही-खातों और तिजोरियों की पूजा करते हैं. गुजरातियों और मारवाड़ियों में यह चलन खासतौर से चर्चित है. मुहूर्त ट्रेडिंग से पहले स्टॉक एक्सचेंज में ब्रोकर खातों की पूजा करते हैं.
कब इसे रखा जाता है?
विशेष ट्रेडिंग सत्र दिन के सबसे शुभ मुहूर्त में रखा जाता है. इस साल यह रविवार को शाम 6.15 बजे से 7.15 बजे तक चलेगा.
सत्र के लिए क्या शेड्यूल है?
ब्लॉक डील सेशन : सायं 5.45 बजे से 6 बजे तक
प्री-ओपन : सायं 6 बजे से 6.08 बजे तक
नॉर्मल मार्केट : सायं 6.15 बजे से 7.15 बजे तक
कॉल ऑक्शन इललिक्विड सेशन : सायं 6.15 बजे से 7.15 बजे तक
क्लोजिंग सेशन : सायं 7.20 बजे से 7.30 बजे तक
ट्रेड मॉडिफिकेशन कट-ऑफ टाइम : सायं 6.15 बजे से 7.40 बजे तक
अंतिम एक मिनट में रैंडम क्लोजिंग
क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग का इतिहास?
एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज BSE 1957 से मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन करता आया है. एनएसई में 1992 से यह परंपरा चलती आ रही है. इस दिन ट्रेडिंग सांकेतिक होती है. माना जाता है कि इस दिन थोड़ी मात्रा में शेयर खरीदना शुभ होता है. इससे पूरे वर्ष माता लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है. दलाल स्ट्रीट के कुछ निवेशक अब भी मानते हैं कि इस दिन खरीदे गए शेयरों को बनाए रखना चाहिए ताकि इन्हें अगली पीढ़ी को ट्रांसफर किया जा सके.
मुहूर्त ट्रेडिंग में सूचकांकों का कैसा रहता है मिजाज?
अब तक देखा गया है कि इस स्पेशल ट्रेडिंग सत्र में बाजार का मिजाज सकारात्मक रहता है. लेकिन, ट्रेडिंग वॉल्यूम अमूमन कम रहता है. इस छोटे से सेशन के दौरान शेयरों की चाल भी एक सीमित दायरे में रहती है. पिछले 14 मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में 11 बार बीएसई सेंसेक्स बढ़त के साथ बंद हुआ है.
नए साल में क्या उम्मीद है?
विश्लेषक संवत 2076 को लेकर पॉजिटिव हैं. कई को लगता है कि अगले संवत तक निफ्टी 14,000 और सेंसेक्स 46,000 अंक के स्तर को पार कर जाएगा.
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मुहूर्त ट्रेडिंग का क्या मतलब है?
शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग दीपावली के दिन होती है. यह सत्र एक घंटे का होता है.
दिवाली को लक्ष्मी का त्योहार माना जाता है. इसी वजह से छुट्टी होने के बावजूद इस दिन शेयर बाजार कुछ समय के लिए खुलता है.
मुहर्त ट्रेडिंग के बाद प्रार्थना की जाती है कि नया साल शेयर बाजार के लिए अच्छा रहे. इस दौरन नफे-नुकसान की चिंता किए बगैर बाजार में सौदे किये जाते हैं.
क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग?मुहूर्त ट्रेडिंग का समय
भारतीय परंपरा के अनुसार, देश के कई हिस्सों में दिवाली के साथ ही नए वित्त वर्ष की शुरुआत होती है. इस शुभ मुहूर्त पर शेयर बाजार के कारोबारी विशेष शेयर ट्रेडिंग करते हैं. इसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है.
क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग का समय?
महुर्त ट्रेडिंग का समय बहुत पहले से निर्धारित नहीं होता. बीएसई और एनएसई दिवाली से कुछ दिन पहले शुभ मुहर्त के आधार पर इसका ऐलान करते हैं. पूरा सत्र एक घंटे का होता है. इस दौरान शेयरों की खरीद-फरोख्त सामान्य रूप से की जाती है. खास बात यह है मुहर्त ट्रेडिंग कारोबारी घंटों के इतर भी हो सकती है.
आम निवेशक भी मुहूर्त ट्रेडिंग में कारोबार कर सकते हैं. इस दौरान बीएसई पर टॉप वॉल्यूम वाले शेयरों का सम्मान किया जाता है. फिर लक्ष्मी पूजन होती है. इसके बाद ट्रेडिंग शुरू होती है. दोनों ही एक्सचेजों का स्पेशल मुहर्त ट्रेडिंग सत्र एक साथ शुरू होता है और साथ ही बंद होता है.
परंपराओं को मानने वाले पहला ऑर्डर अक्सर खरीद का देते हैं. दलाल स्ट्रीट के कुछ निवेशक अब भी मानते हैं कि इस दिन खरीदे गए शेयरों को अपने पास बनाए रखना चाहिए ताकि इन्हें अगली पीढ़ी को ट्रांसफर किया जा सके.
मुहूर्त ट्रेडिंग का इतिहास
एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज बीएसई 1957 से मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन कर रहा है. एनएसई में 1992 से यह परंपरा चली आ रही है. बीते सालों में इस दौरान मार्केट के प्रदर्शन पर नजर डालें तो, अधिकांश मौकों पर मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन स्टॉक मार्केट निश्चित दायरे में रहा है.
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