ट्रेडिंग और निवेश

Updated on: November 14, 2022 16:20 IST
Investment Tips : आपको भी ललचा रहा शेयर बाजार तो कहां से करें शुरुआत?
नई दिल्ली. शेयर बाजार में अभी तगड़ा उछाल दिख रहा है और सेंसेक्स एक बार फिर 62 हजार की ओर जा रहा है. ऐसे में नए निवेशकों के मन में भी यह सवाल उठता है कि क्यों न चढ़ते बाजार में पैसा लगाया जाए. अब दिक्कत यह आती है कि इसकी शुरुआत कैसे की जाए. आपकी इसी समस्या को काफी हद तक हल करता है निफ्टी 50 ईटीएफ.
कई निवेशक जिन्हें इक्विटी के बारे में पूरी समझ नहीं हैं, वे अक्सर इस बात पर फंसते हैं कि सही निवेश के मौके आने पर शुरुआत कैसे करें. लोग इक्विटी की ओर आमतौर पर इसलिए आकर्षित होते हैं कि क्योंकि इसमें लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न मिलता है. अगर आप इक्विटी में नए हैं और सीधे शेयरों के साथ शुरुआत करना चाहते हैं, तो निवेश करने के लिए सही कंपनी पर निर्णय लेना आसान नहीं है. यहां पर निफ्टी 50 ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) काफी मददगार होता है. ईटीएफ विशिष्ट सूचकांक को ट्रैक करता है, इससे एक्सचेंजों पर स्टॉक की तरह कारोबार किया जाता है, लेकिन इसे एक म्यूचुअल फंड हाउस द्वारा पेश किया जाता है.
कैसे काम करता है निफ्टी का ईटीएफ
ऐसे निवेशकों के लिए निफ्टी 50 ईटीएफ बहुत कम राशि में भी एक्सपोजर देगा. ईटीएफ की एक यूनिट को काफी कम रुपये में खरीद सकते हैं. उदाहरण के लिए, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी 50 ईटीएफ एनएसई पर 185 रुपये की कीमत पर ट्रेड करता है. इस तरह आप 500-1000 रुपये में निवेश कर सकते हैं और एक्सचेंज से निफ्टी 50 ईटीएफ की यूनिट खरीद सकते हैं. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी 50 ईटीएफ का ट्रैकिंग एरर 0.03% है, जो निफ्टी 50 ईटीएफ यूनिवर्स में सबसे कम है. सीधे शब्दों में कहें तो यह संख्या जितना होगी, उतना ही बेहतर होगा रिटर्न पाना.
इसमें बड़ी कंपनियां शामिल
निफ्टी 50 इंडेक्स में बाजार पूंजीकरण (market capitalization) के मामले में सबसे बड़ी भारतीय कंपनियां शामिल हैं. इसलिए, निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश एक निवेशक के लिए शेयरों और सेक्टर्स में बड़ा डाइवर्सिफिकेशन देता है, क्योंकि यह सूचकांक पर आधारित होता है. आप बाजार में ट्रेडिंग समय के दौरान एक्सचेंजों से ईटीएफ के यूनिट्स खरीद और बेच सकते हैं. इस संबंध में निफ्टी 50 ईटीएफ पहली बार स्टॉक निवेशकों के लिए और सामान्य रूप से अपनी इक्विटी यात्रा शुरू करने वालों के लिए एक बेहतर शुरुआत देता है.
निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश अपेक्षाकृत सस्ता पड़ता है. चूंकि ईटीएफ निफ्टी 50 इंडेक्स को निष्क्रिय रूप से (passively) ट्रैक करता है और इंडेक्स में लागत कम होती है. एक्सपेन्स रेशयो या दूसरे शब्दों में, जो फंड हाउस चार्ज करते हैं, वह सिर्फ 2 से 5 आधार अंक (0.02-0.05%) है. इक्विटी और स्टॉक में एक नौसिखिया निवेशक के रूप में आपको कुछ कंपनियों के शेयरों की कीमतें काफी महंगी लग सकती हैं. निफ्टी बास्केट के भीतर ऐसे स्टॉक हैं जो 15,000 रुपये से 30,000 रुपये प्रति शेयर के बीच ट्रेड करते हैं. यह शेयर खरीदने के लिए आपको मोटा पैसा लगाना पड़ेगा, लेकिन ईटीएफ के जरिये हम बेहद कम पैसों में इन शेयरों के रिटर्न का लाभ ले सकते हैं.
निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश करके आप बहुत अधिक जोखिम उठाए बिना बाजार की बढ़त का लाभ उठा सकते हैं. इससे आपके रिस्क लेने की क्षमता पर भी ज्यादा असर नहीं पड़ता है. कुलमिलाकर नए निवेशक के तौर पर आप निफ्टी 50 ईटीएफ से शेयर बाजार का सफर शुरू कर सकते हैं.
Diwali Muhurat Trading 2021: जानिए क्या होती है 'मुहूर्त ट्रेडिंग', इस दिवाली कब है निवेश करने का ये शुभ समय
भारतीय परंपरा के अनुसार देश के कई हिस्सों में दिवाली के साथ ही नए वित्त वर्ष की शुरुआत भी होती है।
दिवाली का दिन शेयर बाजार के लिए बेहद खास होता है। वैसे तो इस दिन मार्केट बंद रहता है, उसके बावजूद भी एक घंटे के लिए 'मुहूर्त ट्रेडिंग' का आयोजन किया जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। अगर आप पैसे कमाने या निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो आप इस दिन पैसे लगा सकते हैं। यह दिन ट्रेडिंग के लिए काफी शुभ माना जाता है। आइए 'मुहूर्त ट्रेडिंग' के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या होती है 'मुहूर्त ट्रेडिंग'?
दिवाली के साथ नए साल की शुरुआत भी होती है। इस बार दिवाली के साथ संवत् 2077 शुरू होने जा रहा है। भारतीय परंपरा के अनुसार देश के कई हिस्सों में दिवाली के साथ ही नए वित्त वर्ष की शुरुआत भी होती है। इस शुभ मुहूर्त पर शेयर बाजार के कारोबारी स्पेशल शेयर ट्रेडिंग करते हैं। इसलिए इसे मुहूर्त ट्रेडिंग भी कहा जाता है। मुहूर्त ट्रेडिंग से धन और समृद्धि आती है। BSE के ऊपर इसकी प्रैक्टिस 1957 और NSE पर 1992 में शुरू हुई थी।
जानें क्यों होता है इस दिन ट्रेडिंग?
मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान शेयर बाजार में निवेश को शुभ माना जाता है। इस एक घंटे के मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान ज्यादातर निवेशक शेयर खरीदते हैं। मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है। हर साल मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए एक खास समय तय होता है। निवेशक इस शुभ मौके पर वैल्यू बेस्ड स्टॉक खरीदते हैं।
इस दिवाली क्या है 'मुहूर्त ट्रेडिंग' का समय
इस बार दीपावली के साथ संवत् 2077 शुरू होने जा रहा है। एक्सचेंजों के मुताबिक 4 नवंबर को शाम 6:15 से 7:15 बजे तक मुहूर्त ट्रेडिंग होगी। जबकि 4 नवंबर को शाम 6:00 से 6:08 बजे प्री-ओपन ट्रेड होगा। मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान ट्रेडिंग और निवेश शेयर बाजार में निवेश को शुभ माना जाता है। इस एक घंटे के मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान ज्यादातर निवेशक शेयर खरीदते हैं।
इस शेयर में निवेश कर राकेश झुनझुनवाला बने थे अमीर, जानिए उन्होनें कैसे तैयार किया था अपना पोर्टफोलियो?
शेयर बाजार में अच्छा रिटर्न पाने ट्रेडिंग और निवेश की चाहत रखने वालों के लिए राकेश झुनझुनवाला हमेशा प्रेरणास्रोत रहे हैं। आइए जानते हैं कि उनके जैसा कमाई करने के लिए अपना पोर्टफोलियो कैसे तैयार करें। उन्होनें कहां निवेश किया था?
Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Updated on: November 14, 2022 16:20 IST
Photo:INDIA TV टाटा ग्रुप के शेयर में निवेश कर राकेश झुनझुनवाला बने थे अमीर
भारतीय शेयर बाजार के वॉरेन बफेट कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला हमेशा अपने पोर्टफोलियो के लिए जाने जाते थे। उनकी समझ और चालाकी ने उन्हें शून्य से शिखर तक लाकर पहुंचा दिया था। दलाल स्ट्रीट के बिग बुल ने ₹5,000 के साथ शेयरों में निवेश करना शुरू किया था। फोर्ब्स के मुताबिक, राकेश ट्रेडिंग और निवेश झुनझुनवाला की कुल संपत्ति आज 5.8 बिलियन थी।
1985 में शुरू हुई थी बफेट की यात्रा
भारत के वॉरेन बफेट ने 1985 में शुरू की अपनी स्टॉक निवेश यात्रा में 5,000 रुपये से 5.8 बिलियन डॉलर तक का सफर तय किया था। हालांकि, जो लोग वैल्यू पिक्स के लिए बिग बुल की प्रोफाइल को स्कैन करते हैं, उनके लिए बता दें कि राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में टाटा समूह के शेयर हमेशा पसंदीदा शेयरों में से एक रहे हैं, लेकिन इसके पीछे की वजह बहुत कम लोग जानते हैं। दरअसल, राकेश झुनझुनवाला का पहला बड़ा मुनाफा टाटा समूह के स्टॉक से आया था और इसलिए 1985 में टाटा समूह के लिए उनका विश्वास समय बीतने के साथ और मजबूत होता गया।
बिग बुल का पहला बड़ा मुनाफा
राकेश झुनझुनवाला का पहला बड़ा लाभ 1986 में टाटा टी के शेयरों से आया था। उस समय उन्होंने ने टाटा टी के 5000 शेयर ₹43 प्रति शेयर के भुगतान पर खरीदे। टाटा टी खरीदने के केवल तीन महीनों में शेयर की कीमत 43 रुपये से बढ़कर लगभग 143 रुपये प्रति शेयर हो गई। अगले तीन वर्षों में राकेश झुनझुनवाला ने टाटा टी के शेयरों से लगभग 25 लाख रुपये कमाए, जो शेयर बाजार से उनका पहला सबसे बड़ा लाभ था।
राकेश झुनझुनवाला पोर्टफोलियो में टाटा समूह के शेयर
इस पहली बड़ी सफलता के बाद, बिग बुल का टाटा समूह के शेयरों के प्रति लगाव अगले 37 वर्षों तक बना रहा। टाटा मोटर्स, इंडियन होटल्स कंपनी, टाटा कम्युनिकेशंस और टाइटन कंपनी के शेयर टाटा समूह के शेयर हैं जो जून 2022 तिमाही के अंत के बाद तक राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में थे।
एक ट्रेडिंग कंपनी के भी थे मालिक
राकेश झुनझुनवाला एक निजी ट्रेडिंग कंपनी रारे (Rare) एंटरप्राइजेज के मालिक थे, जो उनके नाम (Ra) राकेश झुनझुनवाला से पहले दो अक्षर और उनकी पत्नी (Re) रेखा झुनझुनवाला के पहले दो अक्षर को मिलाकर रखा गया था है। अप्रैल से जून 2022 तिमाही के अंत के बाद आज राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में 47 कंपनियां हैं। स्टार हेल्थ, मेट्रो ब्रांड्स, केनरा बैंक, फोर्टिस हेल्थकेयर, रैलिस इंडिया, फेडरल बैंक के शेयर कुछ ऐसे प्रमुख शेयर हैं।
Image Source : INDIA TV
Paytm Share Price : पेटीएम के शेयर में भारी उटापटक संभव
Paytm Share Price : पेटीएम में प्री-आईपीओ पीरियड से पहले निवेश करने वाले निवेशकों के लिए लॉक इन पीरियड 18 नवंबर, 2022 को खत्म हो रहा है. माना जा रहा है कि इसी डेवलमेंट के तहत सॉफ्टबैंक अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रहा है. पेटीएम का शेयर अपने आईपीओ प्राइस 2150 रुपये से 72 फीसदी नीचे फिलहाल ट्रेड कर रहा है. गुरुवार के ट्रेडिंग सेशन में पेटीएम के शेयर ( Paytm Share Price) में बड़ा उठापटक देखने को मिल सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पेटीएम में निवेशित जापानी दिग्गज सॉफ्टबैंक ग्रुप ( SoftBank ट्रेडिंग और निवेश Group) ब्लॉक डील के जरिए पेटीएम की पैरेंट कंपनी One97 Communications के 200 मिलियन डॉलर के शेयर्स बेच सकती है.
माना जा रहा है 555 से 601 रुपये प्रति शेयर के भाव पर ये ब्लॉक डील संभव है. ब्लॉक डील के लिए लोअर बैंड का जो प्राइस तय किया गया है वो बुधवार के क्लोजिंग प्राइस 601.45 रुपये से 7.79 फीसदी कम है. सॉफ्टबैंक की पेटीएम में 17.45 फीसदी हिस्सेदारी है. इस ब्लॉक डील के बाद सॉफ्टबैंक की हिस्सेदारी घटकर 12.9 फीसदी पर आ जाएगी. सॉफ्टबैंक ने पेटीएम में 1.6 अरब डॉलर रुपये निवेश किया था.
पेटीएम में प्री-आईपीओ पीरियड से पहले निवेश करने वाले निवेशकों के लिए लॉक इन पीरियड 18 नवंबर, 2022 को खत्म हो रहा है. माना जा रहा है कि इसी डेवलमेंट के तहत सॉफ्टबैंक अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रहा है. पेटीएम का शेयर अपने आईपीओ प्राइस 2150 रुपये से 72 फीसदी नीचे फिलहाल ट्रेड कर रहा है. बीते साल नवंबर महीने में पेटीएम अपना आईपीओ लेकर आई थी और 18 नवंबर 2021 को कंपनी के शेयर की स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग हुई थी. उसके बाद से ही शेयर ने निवेशकों को निराश किया है.
दरअसल नवंबर में बाजार में लिस्ट होने वाली कई कंपनियों में निवेश करने वाले एंकर निवेशकों के लिए लॉक-इन पीरियड खत्म होने जा रहा है. एंकर निवेशक इन शेयरों में निवेश से एग्जिट कर सकते हैं जिसके चलते इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट आने की संभावना जताई जा रही है. हाल ही में नायका (Nykaa) और पॉलिसी बाजार ( PolicyBazaar) का लॉक इन पीरियड खत्म हुआ है. अब इन कंपनियों के शेयरों पर दबाव देखा जा रहा है.
विदेश में फैमिली ऑफिस खोलने जा रहे हैं Gautam Adani, इन दो देशों के नाम पर किया जा रहा विचार, पढ़िए क्या है पूरा प्लान
भारत और एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी विदेश में अपना फैमली ऑफिस खोलने जा रहे हैं. हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि किस देश में उनका यह नया ऑफिस खुलेगा. इसपर विचार विमर्श किया जा रहा है.
Gautam Adani
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 17 नवंबर 2022,
- (Updated 17 नवंबर 2022, 9:08 PM IST)
बड़े भाई विनोद अडानी रहते हैं दुबई
दूनिया में तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं गौतम अडानी
दुनिया के तीसरे और एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी इनदिनों कई कारणों से सुर्ख़ियों में हैं. अब खबर है कि वो विदेश में अपना फैमिली ऑफिस खोलने का प्लान कर रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार यह ऑफिस दुबई या न्यूयॉर्क में खोला जा सकता है. इसके लिए मैनेजरों की हायरिंग का काम चल रहा है. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार सिर्फ इस साल उनकी निजी संपत्ति में 58 अरब डॉलर का इजाफ़ा हुआ है. चलिए जानते हैं कि अडानी ये नया ऑफिस क्यों खोल रहे हैं और यहां से क्या काम होगा.
पर्सनल फंड का किया जाएगा निवेश
रिपोर्ट ट्रेडिंग और निवेश के मुताबिक अभी फिक्स नहीं है कि ऑफिस दुबई में खोला जाएगा या न्यूयॉर्क में. इसके लिए विचार विमर्श किया जा रहा है. इस ऑफिस से अडानी की संपत्ति के मैनेजमेंट का काम देखा जाएगा और उनके पर्सनल फंड को निवेश किया जाएगा. अगर वो ऑफिस खोलते हैं तो उनका नाम उन अमीरों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा जिनका ऑफिस निजी संपत्ति को मैनेज करने के लिए विदेशों में है.
कितनी है संपत्ति
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 135 बिलियन डॉलर है. इस संपत्ति के साथ वह न सिर्फ भारत के बल्कि एशिया के भी सबसे अमीर शख्स हैं. वहीं दुनिया में सबसे अमीर लोगों की सूची में वह तीसरे नंबर पर हैं. उनके आगे दूसरे नंबर पर बर्नार्ड अर्नाल्ट और पहले नंबर पर एलन मस्क हैं. इसी साल सितंबर महीने में उनकी संपत्ति में हुए इजाफे के बाद वे दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए थे. उस समय उनकी नेटवर्थ 12.34 लाख करोड़ थी. हालांकि बाद में फिर खिसक कर वे तीसरे नंबर पर पहुंच गए.
दुबई में रहते हैं बड़े भाई
गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी 1994 से दुबई में रहते हैं. शुगर, एल्युमीनियम, ऑयल, आयरन स्क्रैप और कॉपर की ट्रेडिंग करने वाले विनोद अडानी ने 1976 में वीआर टेक्सटाइल के नाम से पावर लूम्स की स्थापना की. उस समय उनका ऑफिस महाराष्ट्र के भिवंडी में था. इसके बाद उन्होंने अपना ऑफिस सिंगापुर में खोला. इसके बाद साल 1994 में वो दुबई गए और वहीं जाकर बस गए.