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किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं?

किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं?
डिजिटल रुपये से संबंधित मुद्दे क्या क्या हैं?

क्रिप्टोकरेंसी

क्रिप्टोकरेंसी क्या है? | What is Cryptocurrency in Hindi

नमस्कार दोस्तों, Moneyyojna में आपका स्वागत है आज हम जिस विषय के बारे में बात करने जा रहे हैं वह आजकल इंटरनेट की दुनिया में तहलका मचा रहा है वह विषय है "क्रिप्टोकरंसी" जी हां, क्रिप्टोकरंसी एक ऐसा विषय है जो अभी तक आम जनता की समझ से बाहर है और उसी को समझाने के लिए हम यह लेख आपके लिए लेकर आए हैं!

जैसा कि "क्रिप्टोकरंसी" शब्द में ही जुड़ा है "करंसी" अर्थात यह भी एक प्रकार की मुद्रा ही है! और इस मुद्रा के आगे लगने वाला शब्द "क्रिप्टो" इसे खास बनाता है! और यह शब्द "क्रिप्टो" अब तक लोगों के लिए एक रहस्य बना हुआ है! हालांकि लोग इस शब्द को लेकर यह जरूर सुन रहे हैं कि इससे लोग अरबपति और करोड़पति बन रहे हैं! वही किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? कई लोगों के लाखों करोड़ डूब भी गए है! इसलिए यह अब तक असमंजस का विषय बना हुआ है! तो जानते हैं की दुनिया में पहले से ही इतनी सारी करेंसी मौजूद है इसके बावजूद इस "क्रिप्टोकरंसी" की दुनिया को क्या आवश्यकता पड़ गई!

मुद्रा(करंसी) का इतिहास | History of Curency in Hindi

सदियों पहले लेन-देन के लिए वस्तुओं का आदान-प्रदान किया जाता था अर्थात एक वस्तु के बदले में किसी दूसरी वस्तु से बदल लिया जाता था! और लोग उन वस्तुओं का उपयोग कर लिया करते थे!

उदाहरण के तौर पर समझ लीजिए, दो व्यक्ति A और B हैं A के पास सेवफल है और B के पास तरबूज है व्यक्ति A, व्यक्ति B से 4 सेवफल के बदले में एक तरबूज ले लेता है! इस प्रकार का सौदा तब तक सही होता है जबकि दोनों व्यक्तियों को सेवफल और तरबूज की आवश्यकता हो पर अगर व्यक्ति A को तरबूज की आवश्यकता है पर व्यक्ति B को सेवफल नहीं लेना है! तब क्या किया जाए!

  1. दोनों ही किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? व्यक्तियों को तरबूज और सेवफल की आवश्यकता ना हो तो वह लेनदेन, और किस वस्तु से कर सकते हैं!
  2. लेनदेन के समय जिन वस्तुओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है! क्या दोनों वस्तुओं का मूल्य बराबर होगा!
  3. और इस प्रकार के लेनदेन में वस्तुओं को हर जगह लेकर घूमना संभव भी नहीं है!

क्रिप्टोकोर्रेंसी की आवश्यकता क्यों पड़ी? | Need to किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? Cryptocurrency in Hindi

यह मॉडर्न करेंसी बैंकों के द्वारा रेगुलेट की जाती है और हर देश का एक सेंट्रल बैंक होता है जिसके नियमों के अनुसार बाकी सारी बैंक में करंसी का रख-रखाव और लेन देन का रिकॉर्ड रखा जाता है!

देखा जाये तो आज हम समय के सबसे अच्छे दौर में हैं! जहां केवल एक क्लिक से वस्तुओं का लेन-देन कर लेते हैं! फिर भी एक समस्या लोगों को परेशान करती रही है! और वह है, आपके और आपके पैसे के बीच में बैंकों का होना!

आप कुछ सामान खरीदने मार्केट में गए आपको कोई सामान पसंद आया अब वहां पर आप E-wallet के माध्यम से पेमेंट करना चाहते हैं! जैसे ही आप E-wallet से पेमेंट करते हैं तो आपका मैसेज आपकी बैंक को जाता है! आपकी बैंक आपके सारे रिकॉर्ड चेक करती है! और दुकानदार के बैंक A/C को वह पैसा भेज देती है! दुकानदार के बैंक A/C में पैसा जाते ही दुकानदार के मोबाइल पर पैसा रिसीव होने का मैसेज आ जाता है! इस तरह से आपके और दुकानदार के बीच हुए लेनदेन में बैंक किस प्रकार कार्य करती है!

क्रिप्टोकरेंसी क्या है? (What is Crypto Currency?)

क्रिप्टोकरेंसी

क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की डिजिटल करेंसी है। इसे आभाषी करेंसी भी कहा जाता है। यह कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसका कोई मालिक नहीं होता। यह करेंसी किसी भी एक अथॉरिटी या सरकार के काबू में भी नहीं होती। क्रिप्टोकरेंसी का लेन-देन पूरी तरह से दो लोगों के बीच में होता है और इसमे किसी भी सरकार या बैंक की किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? कोई भूमिका नहीं होती है।

आसान शब्दों में कहें तो यह एक ऐसी करेंसी है जिसे आप फिजिकली महसूस नहीं कर सकते यानि न तो उसे देख सकते हैं, न छू सकते हैं और न ही उसे अपनी जेब में रख सकते है और किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? न ही इसे नोटों की तरह छापा जा सकता है। इसे ऑनलाइन खरीदा या बेचा जा सकता है।

5) Dash Coin

क्रिप्टोकरेंसी

इस लिस्ट में हमने पाँचवे स्थान पर रखा है डैश कॉइन को। 2014 में इसकी लॉन्चिंग के वक्त इस कॉइन की कीमत 1 डॉलर से भी कम थी लेकिन 2018 में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में जबर्दस्त तेजी के कारण इसकी भी कीमत तेजी से किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? बढी थी। वर्तमान में आज 6 मार्च 2020 को इसकी कीमत लगभग 90 डॉलर यानि भारतीय मुद्रा में करीब 6600 रूपए है। वहीं 1 कुवैती दिनार लगभग 239 रूपए के बराबर है।

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4) इथिरियम (Ethereum)

क्रिप्टोकरेंसी

इस लिस्ट में सबसे भरोसेमंद नामों में से एक है इथिरियम क्रिप्टोकरेंसी। इसे शॉर्ट में इथर भी कहा जाता है। पूरी दुनिया में यह दूसरी सबसे ज्यादा ट्रेडिंग की जाने वाली क्रिप्टोकरेंसी है। आज 6 मार्च 2020 को इथिरियम की कीमत लगभग 229 डॉलर है जो इंडियन करेंसी में 16780 रूपए के बराबर है। जाहिर सी बात है कि इसकी कीमत दुनिया की सबसे मजबूत फिजिकल करेंसी कुवैती दिनार से कहीं ज्यादा है। लेकिन अभी तो ये शुरूआत है। अभी और भी क्रिप्टोकरेंसी के नाम आपको बताउंगा जिनकी कीमत सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे।

3) Bitcoin Cash

Crypto Currency

बिटकॉइन के ऑप्शन के तौर पर लॉन्च हुआ बिटकॉइन कैश भी आज एक भरोसेमंद क्रिप्टोकरेंसी बना हुआ है। इसे शॉर्ट में BCH कहा जाता है। अपने लॉन्चिंग के कुछ महीनों के अंदर ही इसकी कीमत 2000 डॉलर को पार कर गई थी। हालांकि क्रिप्टो मार्केट में गिरावट के कारण इसकी भी वैल्यू डाउन हुई। आज 6 मार्च को BCH की कीमत लगभग 334 डॉलर है जो भारतीय मुद्रा में 24,400 रूपए के बराबर है।

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E Rupee किस तरह से काम करेगा

अब आप सोचते होंगे कि E Rupee का डाटा आरबीआई को कैसे मालूम चलेगा तो हम आपको बता दे कि यह E Rupee उन्ही सभी प्रिंसिपल और टेक्नोलॉजी पर काम करेगा जिस पर बिटकॉइन और एथेरियम जैसे क्रिप्टो करेंसी काम करते है। यह E Rupee भी ब्लॉकचैन टेक्नोलोजी पर काम किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? करता है।

आपको बता दे कि E Rupee को कुछ ऐसे इस्तेमाल करने से रेग्यूलेट किया जाएगा जिससे आपके बैंक पासबुक पर भी इसकी जानकारी रिफ्लेक्ट करेगी।

E Rupee कहा पर इस्तेमाल किया जाएगा

अभी के लिए E Rupee को केवल पायलट प्रोजेक्ट के लिए लाया जा रहा है। पायलट प्रोजेक्ट की बात करे तो इसमें होल सेल मार्केट जिस पर सरकार लेन देन करती है किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? अभी केवल वही इस E Rupee का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे ही सेंट्रल बैंक ऑफ डिजिटल करेंसी पायलट टेस्टिंग का नाम से रही है।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया पहले ही कह चुकी है कि इस डिजिटल करेंसी को भारत के बाजार में लाने का मकसद केवल भारत के बाजार में मौजूद लेन देन के तरीके को बदल कर अच्छा बनाना है। E Rupee के कारण आने वाले समय में लोगो को मौजूदा करेंसी के अलावा एक और भुगतान का तरीका मिल पायेगा जिससे वो लेन देन कर पाने में सक्षम हो पायेंगे।

E Rupee Digital Currency के फायदे क्या है

E Rupee Digital Currency के ऐसे तो कई फायदे है जिसमे से कुछ के बारे में हमने विस्तार से बताने का प्रयास किया है। तो चलिए शुरू करते हैं।

  • डिजिटल करेंसी आने के बाद आपको अपने पास नोट रखने की चिंता खत्म करनी होगी। जिससे लोगो को अपने पैसे को लाने जाने में जो भी असुविधा होती है उससे भी गुजरना नही पड़ेगा।
  • E Rupee को सेंट्रल बैंक को किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? डिजिटल करेंसी द्वारा जारी किया जा रहा है। तो आप सभी के मोबाइल में वॉलेट ऐप के तौर पर मौजूद होगी जिससे आप कुछ ही समय के अंदर ट्रांजेक्शन कर पाने में सक्षम हो जाएंगे।
  • E Rupee Digital Currency के आने के बाद आपको चेक, बैंक पासबुक की जरूरत ही नही होगी। आप इनके बिना भी लोगो के साथ ट्रांजेक्शन कर पाने में सक्षम हो पायेंगे।
  • E Rupee Digital Currency के आने के बाद बाजार में जो नकली नोट की समस्या आ जाती है लोगो को उससे भी राहत प्राप्त होगी।

Cryptocurrency और E Rupee Digital Currency में अंतर क्या है

ऐसे देखा जाए तो Cryptocurrency और E Rupee Digital Currency दोनो ही ब्लॉक चैन की टेक्नोलॉजी पर कार्य कर रही है।

क्रिप्टो करेंसी की बात करे तो इसे किसी एक कंपनी के द्वारा रेग्यूलेट किया जा रहा है और सरकार का इस पर कोई भी नियंत्रण नहीं है जिसके चलते क्रिप्टो करेंसी का प्राइस काफी ज्यादा ऊपर नीचे होता रहता है वो अगर आप क्रिप्टो करेंसी में अपना पैसा लगाते है तो यह ज्यादा रिस्की साबित होता है।

वही E Rupee Digital Currency की बात करे तो यह सरकार द्वारा नियंत्रित होती है। E Rupee Digital Currency को आप बाद में नोटो में भी तब्दील कर सकते है। E Rupee Digital Currency के प्राइस की बात करे तो वो कोई घटता बढ़ता नही है।

सबसे मुख्य अंतर जो क्रिप्टो करेंसी और डिजिटल करेंसी में है वो यह है कि क्रिप्टो करेंसी को लोग इन्वेस्टमेंट के तौर पर इस्तेमाल करते है वही E Rupee Digital Currency को लोग मुख्य तौर पर लेन देन के लिए इस्तेमाल करेंगे।

4) इथिरियम (Ethereum)

क्रिप्टोकरेंसी

इस लिस्ट में सबसे भरोसेमंद नामों में से एक है इथिरियम क्रिप्टोकरेंसी। इसे शॉर्ट में इथर भी कहा जाता है। पूरी दुनिया में यह दूसरी सबसे ज्यादा ट्रेडिंग की जाने वाली क्रिप्टोकरेंसी है। आज 6 मार्च 2020 को इथिरियम की कीमत लगभग 229 डॉलर है जो इंडियन करेंसी में 16780 रूपए के बराबर है। जाहिर सी बात है कि इसकी कीमत दुनिया की सबसे मजबूत फिजिकल करेंसी कुवैती दिनार से कहीं ज्यादा है। लेकिन अभी तो ये शुरूआत है। अभी और भी क्रिप्टोकरेंसी के नाम आपको बताउंगा जिनकी कीमत सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे।

3) Bitcoin Cash

Crypto Currency

बिटकॉइन के ऑप्शन के तौर पर लॉन्च हुआ बिटकॉइन कैश भी आज एक भरोसेमंद क्रिप्टोकरेंसी बना हुआ है। इसे शॉर्ट में BCH कहा जाता है। अपने लॉन्चिंग के कुछ महीनों के अंदर ही इसकी कीमत 2000 डॉलर को पार कर गई थी। हालांकि क्रिप्टो मार्केट में गिरावट के कारण इसकी भी वैल्यू डाउन हुई। आज 6 मार्च को BCH की कीमत लगभग 334 डॉलर है जो भारतीय मुद्रा में 24,400 रूपए के बराबर है।

इसे भी पढें: ये हैं दुनिया की 10 सबसे महंगी करेंसी, नम्बर 1 के आगे डॉलर भी Fail है

2) Maker Coin

Crypto Currency

इथिरियम ब्लॉकचेन पर वर्क करने वाला मेकर कॉइन वर्तमान में दुनिया की दूसरी सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी है। मेकर को 30 जनवरी 2017 को लॉन्च किया गया था तब इसकी शुरूआती कीमत 23 डॉलर के बराबर थी। आज 6 मार्च 2020 को इसकी वर्तमान कीमत $544.5 के बराबर है। इंडियन करेंसी में इसकी वैल्यू लगभग 39,800 रूपए के बराबर है।



1) बिटकॉइन (Bitcoin)

क्रिप्टोकरेंसी

इस लिस्ट में नम्बर 1 पर है सभी क्रिप्टोकरेंसी का बादशाह बिटकॉइन जिसे BTC भी कहा जाता है। बिटकॉइन ही दुनिया की पहली क्रिप्टोकरेंसी थी। इसे 2009 में जापानी इंजीनियर सतोशी नाकामोतो द्वारा बनाया गया था। उस वक्त इसकी कीमत भारतीय मुद्रा में करीब 9 रूपए के बराबर थी। लेकिन अगले कुछ सालों के अंदर ही बिटकॉइन बहुत तेजी से ग्रो करते हुए करोड़ों लोगों की पसंद बन किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? गया।

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2017 में क्रिप्टो मार्केट में आए बूम के वक्त इसकी कीमत 20000 डॉलर को पार कर गई थी। वर्तमान में 6 मार्च 2020 को इसकी कीमत 8921 डॉलर यानि करीब 6,52,000 रूपए के बराबर है। इस तरह यह पूरी दुनिया की सबसे महंगी करेंसी है। इसके अलावा पूरी दुनिया में जितनी भी क्रिप्टोकरेंसी मौजूद है उन सभी को खरीदने के लिए बिटकॉइन का ही यूज किया जाता है।

क्या आज डिजिटल रुपये की आवश्यकता है?

पि छले दिनों की आरबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, सीबीडीसी (सेन्ट्रल बैंक डिजिटल करेंसी) को अभी एक पायलट प्रोजेक्ट की तरह देखा जा रहा है और इस साल के अंत तक होलसेल व्यापारों के लिए यह उपलब्ध होगा। इससे पहले वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन ने 2022- 23 के बजट में बताया था कि केंद्रीय बैंक इस साल के अंत तक सीबीडीसी लाएगा।

आरबीआई के अनुसार, “सीबीडीसी डिजिटल रूप में केंद्रीय बैंक द्वारा जारी एक कानूनी टेंडर है। यह फ़िएट मुद्रा के समान है और फ़िएट मुद्रा के साथ एक दूसरे से एक्सचेंज किया जा सकेगा।” ब्लॉकचेन द्वारा समर्थित वॉलेट का प्रयोग करके डिजिटल फिएट मुद्रा या सीबीडीसी का लेन-देन किया जा सकता है। जबकि सीबीडीसी का कॉन्सेप्ट सीधे तौर पर देखा जाए तो बिटकॉइन से प्रेरित है यह विकेंद्रीकृत (डिसेंट्रलाइज्ड) आभासी(वर्चुअल) मुद्राओं और क्रिप्टो संपत्तियों से अलग है। क्रिप्टो करेंसी राज्य द्वारा नहीं जारी की जाती है और इसमें लीगल टेंडर का अभाव भी देखा जा सकता है।

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