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भारत में म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें?
म्यूचुअल फंड उद्योग एक प्रकार का निवेश वाहन है जो कई निवेशकों से स्टॉक, निवेश खाता बॉन्ड, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट आदि जैसी प्रतिभूतियों में निवेश करने के लिए धन एकत्र करता है। पेशेवर मनी मैनेजर म्यूचुअल फंड का प्रबंधन करते हैं, संपत्ति आवंटित करते हैं और निवेशकों के लिए पूंजीगत लाभ का उत्पादन करने का प्रयास करते हैं। म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो संरचित और उनके प्रॉस्पेक्टस में उल्लिखित निवेश उद्देश्यों से मेल खाने के लिए प्रबंधित होते हैं। व्यक्ति और छोटे व्यवसाय म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं, जो उन्हें स्टॉक, बॉन्ड आदि के पेशेवर रूप से प्रबंधित पोर्टफोलियो तक पहुंच प्रदान करते हैं। शेयरधारक फंड के लाभ या हानि को आनुपातिक रूप से साझा करते हैं। आम तौर पर, म्यूचुअल फंड का प्रदर्शन फंड के कुल मार्केट कैप में बदलाव पर आधारित होता है, जो फंड के अंतर्निहित निवेश के प्रदर्शन को जोड़कर प्राप्त किया जाता है।
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बच्चों की पढ़ाई के लिए कैसे निवेश करें?
आपके बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कई निवेश विकल्प हैं कुछ निवेश बच्चों की अलग अलग जरूरतों जैसे कि पढ़ाई और शादी के लिए किये जाते हैं, जबकि कुछ अन्य निवेश जैसे कि इक्विटी म्यूचुअल फंड, गोल्ड ईटीएफ आदि भी बच्चों के लाभ के लिए खरीदे जा सकते हैं। प्रत्येक योजना की अपनी विशेषताएं होती हैं और यह अलग तरह से काम करती हैं। इसलिए, उन्हें अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए उनमें निवेश करने का तरीका जानना महत्वपूर्ण है।
बच्चों की पढ़ाई के लिए निवेश राशि कितनी होनी चाहिए
इससे पहले कि आप बच्चों की पढाई के लिए बचत योजनाएं चुनें, आपको यह जानना बेहद जरूरी है कि आपको लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कितनी बचत की आवश्यकता है।
उदाहरण के लिए, महंगाई सालाना 6 फीसदी की दर से बढ़ रही है, एक इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम जिसकी लागत वर्तमान में 5 लाख रुपये है, वह 15 साल बाद लगभग 12 लाख तक हो जाएगी। महंगाई की दर को देखते हुए आपको सालाना 12 प्रतिशत की अनुमानित वृद्धि पर 15 साल बाद 5 लाख रुपये प्राप्त करने के लिए 1000 रुपये प्रति माह बचाने की जरूरत है। इसलिए, 12 प्रतिशत की वृद्धि दर पर, आपको 15 वर्षों के बाद 12 लाख रुपये के लक्ष्य तक पहुँचने के लिए प्रति माह लगभग 2500 रुपये अलग रखने की जरूरत है।
सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई)
आप सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में निवेश कर सकते हैं। यह योजना खासतौर पर लड़कियों के लिए है। किन्तु आप इस योजना में तभी निवेश कर सकेंगे, अगर आपकी बेटी की उम्र 10 साल से कम है। SSY एक सरकारी योजना है और यह एक परिवार में दो लड़कियों के लिए अधिकतम दो खाते खोलने की अनुमति देती है।
सुकन्या समृद्धि योजना डाकघर या बैंक में खोली जा सकती है। आप चाहें तो इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से भी अपना खाता खोल सकते हैं, यानी, संबंधित डाकघर या बैंक में ई-ट्रांसफर करें यदि उनमें कोर बैंकिंग सुविधा मौजूद है।
SSY खाता खोलने के लिए, न्यूनतम 250 रुपये की प्रारंभिक राशि जमा करवाने की आवश्यकता होती है। इसके बाद खाते में सालाना न्यूनतम 250 रुपये से लेकर अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा किए जा सकते हैं। SSY खाता खोलने पर, निवेश खाता शुरुआती 15 वर्षों के लिए इसे जमा करते रहना होता है, हालाँकि यह योजना 21 वर्षों के लिए होती है। अगर बच्चे की उम्र 6 साल है तो SSY स्कीम बच्चे की उम्र 27 साल होने पर मैच्योर हो जाएगी।
आपको बता दें कि 18 साल की उम्र में, माता-पिता बच्चे के विवाह के उद्देश्य से पैसे वापस ले सकते हैं।
सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ)
अगर आपके पास अपने नाम पर पहले से पीपीएफ खाता है, तो भी आपको अपने बच्चे के नाम पर दूसरा खाता खोलने की अनुमति है। हालांकि, एक साल में उनमें (पैरेंट प्लस माइनर अकाउंट) अधिकतम 1.5 लाख रुपये डाले जा सकते हैं। अपने स्वयं के खाते के अलावा, बच्चे के नाम पर एक पीपीएफ चाइल्ड खाता खोलें और उन दोनों में योगदान करते रहें। पीपीएफ में निवेश किया गया मूलधन आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 सी के तहत एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक की कटौती के लिए योग्य है। आप अपने और बच्चे के खाते पर कर कटौती में भी लाभ पा सकते हैं।
प्रीमियम की छूट के साथ चाइल्ड प्लान (WOP)
बच्चों की पढ़ाई के लिए निवेश करने हेतु बहुत सी ऐसी बीमा योजनाएं भी हैं जहां आपको प्रीमियम पर अच्छी खासी छूट मिलती है। यह योजनाएं बच्चों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से अनुकूल हैं। जीवन बीमा पॉलिसी में प्रीमियम की छूट की विशेषता यह सुनिश्चित करती है कि पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद या पॉलिसीधारक के प्रीमियम का भुगतान करने में असमर्थता होने पर भी पॉलिसी समाप्त या निष्क्रिय नहीं होती है। बीमाकर्ता बीमा राशि का भुगतान करता है और नियत तारीख पर योजना में प्रीमियम भी डालता रहता है। यह सुनिश्चित करता है कि फंड का मूल्य वांछित उम्र में बच्चे के लिए है।
बच्चों के भविष्य के लिए म्यूचुअल फंड
बच्चों की पढ़ाई के लिए निवेश योजनाओं की सूचि में म्यूचुअल फंड भी एक बेहतर विकल्प है। युवा माता-पिता इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं। लार्ज-कैप और मिड-कैप फंडों में निवेश खाता लगातार अच्छा करने वाली योजनाओं के साथ एक कोर पोर्टफोलियो बनाएं। कुछ हिस्सा इंडेक्स फंड में भी लगाया जा सकता है लेकिन महत्वपूर्ण रूप से बच्चे के लक्ष्यों के लिए एक अलग पोर्टफोलियो बनाएं और लक्ष्य तीन साल दूर तक का ही रखें।
गोल्ड ईटीएफ खरीदना
माता-पिता के रूप में, कई लोग सोना खरीदकर बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए बचत करने की सोच रखते हैं। गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) सोने में निवेश करने का एक अधिक लागत प्रभावी तरीका है। गोल्ड ईटीएफ पेपर गोल्ड का प्रतिनिधित्व करते हैं और यह कुछ हद तक एमएफ यूनिट खरीदने के समान हैं। कोई भी नियमित आधार पर कम से कम 1 ग्राम सोना खरीद सकता है और लंबी अवधि तक सोना जमा कर सकता है।
वैकल्पिक तौर पर, सरकार द्वारा नियमित रूप से जारी किए गए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) होते हैं जिन्हें खरीदा भी जा सकता है। SGB आठ साल की परिपक्वता अवधि के साथ आता है (5वें वर्ष से लॉक-इन समाप्त होता है)।
निष्कर्ष
इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश के साथ-साथ, एक पीपीएफ खाता खोलें, और बच्चों की पढाई के लिए निवेश करने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना ऑनलाइन खरीदें। गोल्ड निवेश का चयन करते समय, गोल्ड ईटीएफ और एसजीबी का मूल्यांकन करते समय टैक्स जैसे कारकों को ध्यान में रखें। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बाजार की स्थितियों के कारण बच्चों की पढाई के लिए बचत योजनाओं में निवेश करना बंद न करें। उम्मीद करते हैं कि इस लेख के माध्यम से आपके मन में उठ रहे सवाल, बच्चों की पढाई के लिए निवेश कहां करें? का जवाब मिल गया होगा।
Post Office Scheme: पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में करें निवेश, बेहतर ब्याज के कारण 5 साल बाद होगी अच्छी कमाई
Post Office MIS पोस्ट ऑफिस की इस योजना पर मोदी सरकार भी मेहरबान है और ब्याज दर में वृद्धि कर दी है। इ योजना पर अभी तक 6.6 फीसदी ब्याज मिल रहा था, लेकिन केंद्र सरकार ने आंशिक बढ़ोतरी करते हुए अब इसे 6.7 फीसदी कर दिया है।
Post Office MIS। अगर आप अपना भविष्य सुरक्षित करने के लिए निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो पोस्ट ऑफिस आपके लिए एक शानदार निवेश योजना लेकर आया है। पोस्ट ऑफिस की मासिक आय योजना (MIS) एक ऐसी बचत योजना है, जिसमें निवेश करके ग्राहक लंबे समय तक अच्छा लाभ कमा सकता है और अपना भविष्य सुरक्षित कर सकता है। पोस्ट ऑफिस की इस योजना पर मोदी सरकार भी मेहरबान है और ब्याज दर में वृद्धि कर दी है। इ योजना पर अभी तक 6.6 फीसदी ब्याज मिल रहा था, लेकिन केंद्र सरकार ने आंशिक बढ़ोतरी करते हुए अब इसे 6.7 फीसदी कर दिया है।
मासिक आय योजना (MIS) में हर माह करें निवेश
पोस्ट ऑफिस की मासिक आय योजना (MIS) में हितग्राही को हर माह निवेश करने का विकल्प रहता है। हितग्राही को इस योजना के तहत 5 साल साल तक अपनी राशि जमा करने होती है और 5 साल की अवधि के बाद पूरी राशि निकाली जा सकती है। इसमें एकल और संयुक्त खाते खोलने की सुविधा है। गौरतलब है कि रिटायरमेंट के बाद पेंशन के तौर पर लाभ कमाने के लिए कई लोग इस स्कीम का फायदा ले रहे हैं।
ऐसे समझें मासिक आय योजना (MIS) का गणित
पोस्ट ऑफिस की इस योजना में ब्याज दर को बढ़ाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया गया है। इस योजना के तहत हितग्राही एक खाते में अधिकतम 4.5 लाख रुपए और संयुक्त खाते में 9 लाख रुपए तक की राशि का निवेश कर सकता है। अगर आपने 9 लाख रुपए इस योजना में निवेश किए हैं तो 6.7 फीसदी सालाना ब्याज दर के हिसाब से हितग्राही को कुल ब्याज 60,300 रुपए प्राप्त होगा। यह राशि वर्ष के 12 महीनों में वितरित की जाएगी। हर महीने का ब्याज करीब 5025 रुपए होगा। गौरतलब है कि एक खाते से 4,50,000 लाख रुपए जमा करते हैं तो मासिक ब्याज 2513 रुपए होगा।
बच्चों को भी मासिक आय योजना का लाभ
पोस्ट ऑफिस के मुताबिक मासिक आय योजना (MIS) का लाभ बच्चों को भी मिल सकता है। यह खाता 10 साल से अधिक उम्र के बच्चों के नाम से खोल सकते हैं और आप हर महीने मिलने वाले ब्याज से बच्चे की फीस वसूल सकते हैं।