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जोश में निवेशक

जोश में निवेशक
शेयर बाजार 01 सितंबर 2022 ,15:15

दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला का निधन

शेयर बाजार के सबसे अमीर निवेशकों में शुमार राकेश झुनझुनवाला का आज निधन हो गया। मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉ​स्पिटल के एक डॉक्टर ने बताया कि 62 साल के दिग्गज निवेशक की मधुमेह और गुर्दे की समस्या अनियंत्रित हो गई थी। सुबह पौने सात बजे अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो चुकी थी। उनके परिवार में पत्नी रेखा, दो बेटे और एक बेटी हैं। उनके निधन की खबर से समूचा निवेशक समुदाय सकते में है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘राकेश झुनझुनवाला अजेय थे। वह जिंदादिल, हाजिरजवाब और गहरी समझ वाले थे। उन्होंने आर्थिक जगत पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। भारत की प्रगति के लिए उनके भीतर जुनून था।’ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने झुनझुनवाला को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, ‘निवेशक, जोखिम लेने का साहस दिखाने वाले, शेयर बाजार की जबरदस्त समझ रखने वाले और अपनी बात साफ-साफ रखने वाले… जिन्हें भारत की ताकत और क्षमता में भरोसा था।’

झुनझुनवाला के हिम्मत भरे दांव, निवेश के शानदार रिकॉर्ड और जुनून के कारण दलाल पथ पर लोग उन्हें श्रद्धा से देखते थे। उन्होंने निवेश का अपना सफर 1985 में महज 5,000 रुपये से शुरू किया था। दिग्गज निवेशक अंतिम समय तक शेयर बाजार में सक्रिय थे और करीब दर्जन भर कंपनियों में उनकी एक फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी थी, जिनका मूल्य इस समय 32,000 करोड़ रुपये से भी अ​धिक है। इसके अलावा कई गैर-सूचीबद्ध फर्मों जैसे देश की नई विमानन कंपनी आकाश एयर में भी उनका निवेश है।

उनसे जुड़े लोग बताते हैं कि झुनझुनवाला को लंबे समय से मधुमेह की समस्या थी और करीब एक साल से वह व्हीलचेयर पर थे। लेकिन उनकी सेहत पिछले कुछ दिनों में ज्यादा ही बिगड़ गई। फिर भी आखिरी वक्त तक उनके भीतर जोश रहा। यह जोश उस वीडियो में भी नजर आया, जिसमें वह व्हीलचेयर पर बैठे-बैठे ही बॉलीवुड के एक लोकप्रिय गाने पर नाच रहे थे। उन्होंने कुछ फिल्में भी बनाईं, जिनमें 2012 में आई श्रीदेवी अ​भिनीत ‘इं​गलिश विंगलिश’ प्रमुख है।

शेयर बाजार की गहरी समझ और मुनाफा कमाने वाले दांव खेलने के कारण झुनझुनवाला आम निवेशकों के बीच भी जाने-पहचाने नाम बन गए थे और उन्हें भारत का वारेन बफेट भी कहा जाता था। बफेट की तरह निवेश पर कही उनकी एक लाइन को भी निवेशक हाथोहाथ लेते थे। कई निवेशक उन्हीं की तरह अपना पोर्टफोलियो बदल लेते थे और जिन शेयरों में झुनझुनवाला निवेश करते थे, आम कई निवेशक भी उन पर दांव लगाने लगते थे।

मगर वह अक्सर निवेशकों से कहते थे कि आंख मूंदकर उनके निवेश की नकल नहीं करें। झुनझुनवाला टाइटन, ल्यूपिन आदि शेयरों के जरिये अपना निवेश कई गुना बढ़ाने में सफल रहे। कई विफल कंपनियों जैसे डीएचएफएल, ए2जेड मेनटेनेंस और डीबी रियल्टी जोश में निवेशक में निवेश पर उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ा था।

झुनझुनवाला के पास ट्रेडिंग और निवेश का दुर्लभ कौशल था। उन्होंने एक बार कहा था कि उनकी ट्रेडिंग कुशलता ने उन्हें न केवल लंबे समय जोश में निवेशक तक निवेश बनाए रखने के लिए पूंजी उपलब्ध कराई ब​ल्कि उनके निवेश कौशल को भी धार दी। पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट रहे झुनझुनवाला अपने निवेश वाली कंपनियों के तिमाही नतीजों की बैठकों में अक्सर शामिल होते थे और कंपनी प्रबंधन से तीखे सवाल भी पूछते थे।

​बीते दो दशक से भी लंबे समय से भारत की प्रगति की क्षमता पर भरोसा दिखाने, अर्थव्यवस्था और बाजार में तेजी के बयान और चुनौतियों के बावजूद लंबे समय तक निवेश के कारण उन्हें भारत का बिग बुल भी कहा जाता था। उनकी सफलता और बाजार के प्रति उनकी धारणा ने देश में कई निवेशकों को शेयर बाजार में आने के लिए प्रेरित किया, जबकि देश में 5 फीसदी से भी कम आबादी ही सीधे तौर पर शेयरों में निवेश करती है।

जोश ने क्रिएटर्स के लिए नए कैंपेन के जोश में निवेशक साथ दूसरी सालगिरह मनाई

शेयर बाजार 01 सितंबर 2022 ,15:15

जोश ने क्रिएटर्स के लिए नए कैंपेन के साथ दूसरी सालगिरह मनाई

© Reuters. जोश ने क्रिएटर्स के लिए नए कैंपेन के साथ दूसरी सालगिरह मनाई

नई दिल्ली, 1 सितम्बर (आईएएनएस)। भारत के सबसे तेजी से बढ़ते और सबसे व्यस्त शॉर्ट-वीडियो ऐप, जोश ने गुरुवार को घोषणा की है कि वह अपने लेटेस्ट डिजिटल कैंपेन का अनावरण करके और ऐप पर विविध किएटर कम्युनिटी के योगदान को पहचानकर अपनी दूसरी वर्षगांठ मना रहा है। कंपनी ने कहा कि नया अभियान जोश के क्रिएटर्स के जुनून को सामने लाता है और समुदाय की अनूठी प्रतिभाओं को सम्मानित करने के रूप में कार्य करता है।

वर्से इनोवेशन के मुख्य विपणन अधिकारी समीर वोरा ने एक बयान में कहा, जोश इसके क्रिटर्स से संबंधित है- वे सचमुच हमें वह सफलता दिलाते हैं जो हमें मिली है। जबकि यह अभियान जोश के दो साल के होने की घोषणा करता है, यह वास्तव में प्रत्येक रचनाकार के लिए एक सम्मान है। इसलिए यह उनका जन्मदिन है जितना हमारा है।

वोरा ने आगे कहा, क्रिएटर्स ने अपने दर्शकों के लिए गुणवत्तापूर्ण कंटेंट लाने का प्रयास किया है और हम अपने किएटर पारिस्थितिकी तंत्र की विविधता का जश्न मना रहे हैं। हम कंटेंट निर्माण के स्थान को फिर से परिभाषित करने और अपने दर्शकों के लिए बड़े और बेहतर अनुभव लाने के एक और वर्ष की आशा करते हैं।

व्हाट्स योर प्रॉब्लम- एक वंडरलैब कंपनी द्वारा परिकल्पित और निष्पादित अभियान है, उन सभी किएटर्स को सम्मान देता है जो ऐप को लोकप्रिय बनाते हैं।

वंडरलैब के सह-संस्थापक और सीसीओ अमित अकाली ने कहा, हम चाहते थे कि फिल्म उतनी ही स्टाइलिश और कूल दिखे, जितनी ये क्रिएटर्स बनाते हैं। साथ ही, यह महत्वपूर्ण है कि फिल्म वास्तविक दिखे, इसलिए हमने वास्तविक स्थानों पर वास्तविक क्रिएटर्स के साथ शूटिंग की। निर्देशक यश दानक ने दिलचस्प कैमरा मूवमेंट, शार्प एडिटिंग और बज्जी संगीत के साथ फिल्म में एक अद्भुत ऊर्जा लाई।

पिछले दो वर्षो में, जोश ने अपने क्रिएटर कम्युनिटी को मजबूत किया है और वर्तमान में मंच 1000 से अधिक सर्वश्रेष्ठ क्रिएटर्स का दावा करता है। जोश एक युवा भारत के लिए अवसर पैदा करने और युवाओं को प्रेरित करने वाले कंटेंट बनाने के लिए अवसर बनाने में विश्वास करता है।

वर्षगांठ समारोह के हिस्से के रूप में, जोश ने हैशटैग डबलधमाका चुनौती भी शुरू की है, जो 3 सितंबर तक चलेगी। यह यूजर्स को जोड़े में टीम बनाकर वीडियो बनाने के लिए आमंत्रित करता है।

आरआईएल एजीएम 2020: अंबानी के भाषण में निवेशकों को नहीं दिखा नया जोश, 24 घंटे में एक लाख करोड़ घटा मार्केट कैप, शेयर टॉप से 8 प्रतिशत टूटा

पिछली एजीएम यानी 12 अगस्त 2019 से देखें तो कंपनी ने मार्केट कैपिटलाइजेशन में 5.60 लाख करोड़ रुपए की राशि जोड़ी है - Dainik Bhaskar

साल 2019 की एजीएम में भारी-भरकम घोषणा कर 10 मिनट में शेयरों में बेतहाशा वृद्धि करनेवाले रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी इस बार निवेशकों में नया जोश भरने में विफल रहे हैं। इसका असर यह हुआ कि महज 20 घंटे में ही कंपनी का शेयर 8 प्रतिशत टूट गया। जबकि इसके मार्केट कैपिटलाइजेशन में एक लाख करोड़ रुपए की कमी आई है। गुरुवार को आरआईएल का शेयर 1,812 रुपए तक चला गया और मार्केट कैप 11.50 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया।

बुधवार को मार्केट कैप 12.54 लाख करोड़ तक पहुंचा था

बुधवार को एजीएम शुरू होने से पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 1,978 रुपए तक जा पहुंचा था। मार्केट कैप इसी समय 12.54 लाख करोड़ रुपए के ऊपर हो गया था। लेकिन जैसे ही मुकेश अंबानी ने एजीएम की शुरुआत की, शेयर में गिरावट शुरू हो गई। शेयर बुधवार को एक बार तो 9 प्रतिशत तक टूट गए। हालांकि शाम को यह 4 प्रतिशत के करीब गिरकर 1,845 रुपए पर बंद हुआ था।

गुरुवार को 1,850 रुपए पर खुला, लेकिन बाद में गिरा

गुरुवार को बाजार खुलने पर आरआईएल का शेयर बढ़त के साथ 1,850 रुपए पर खुला। लेकिन देखते ही देखते यह पहले ही घंटे में 1,812 रुपए पर पहुंच गया और मार्केट कैपिटलाइजेशन इसी दौरान 11.50 लाख करोड़ रुपए हो गया। इस तरह से बुधवार से गुरुवार की सुबह तक मार्केट कैपिटलाइजेशन में एक लाख करोड़ रुपए की कमी देखी गई। हालांकि दोपहर के बाद शेयरों में थोड़ा सुधार दिखा और यह बुधवार के बंद के स्तर पर पहुंच गया। जबकि मार्केट कैपिटलाइजेशन भी 11.69 लाख करोड़ रुपए हो गया।

एक हफ्ते में 9 प्रतिशत बढ़ा शेयर

इस पूरे हफ्ते में आरआईएल का शेयर 9 प्रतिशत से ज्यादा जोश में निवेशक बढ़ा है। जबकि एक महीने में यह 21 प्रतिशत और इस साल के शुरू से यह 29 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि पिछली एजीएम यानी 12 अगस्त 2019 से देखें तो कंपनी ने मार्केट कैपिटलाइजेशन में 5.60 लाख करोड़ रुपए की राशि जोड़ी है। इसका शेयर तब से 66 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि उस एजीएम में कंपनी के कर्ज मुक्त, जियो में हिस्सेदारी बेचने जैसी तमाम घोषणाओं का निवेशकों ने स्वागत किया। लेकिन इस बार पिछली घोषणाओं से ज्यादा कुछ खास नहीं था। जोश में निवेशक यही कारण है कि कंपनी के शेयरों पर दबाव दिख रहा है।

ऑटो और बैंक शेयरों ने शेयर बाजार में भरा जोश, सेंसेक्स 115 प्वाइंट बढ़कर बंद

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 115.27 प्वाइंट की तेजी के साथ 33370.63 पर बंद हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 33.20 प्वाइंट बढ़कर 10245 पर बंद हुआ

Reported by: Manoj Kumar @kumarman145
Published on: April 03, 2018 15:52 IST

Stock Market gains- India TV Hindi

Stock Market gains on buying in auto bank and oil marketing companies

नई दिल्ली। मार्च में ऑटो कंपनियों के शानदार नतीजों की वजह से इस सेक्टर के शेयरों में आई खरीदारी और बैंक शेयरों के प्रति निवेशकों के बढ़े आकर्षण की वजह से मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार एक बार फिर से मजबूती के साथ बंद हुए हैं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 115.27 प्वाइंट की तेजी के साथ 33370.63 पर बंद हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 33.20 प्वाइंट बढ़कर 10245 पर बंद हुआ।

शेयर बाजार में आज सबसे ज्यादा बढ़त पीएसयू बैंक, प्राइवेट बैंक, मीडिया और ऑटो सेक्टर इंडेक्स में देखने को मिली है। निफ्टी पर सबसे ज्यादा बढ़ने वाली कंपनियों में इंडियाबुल्स हाउसिंग, आईसीआईसीआई बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल, यश बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के शेयर रहे। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट की वजह से आज ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों में भी खरीदारी लौटी है।

इस बीच शेयर बाजार की नजर अब तिमाही नतीजों पर टिकी हुई है, अगले हफ्ते से कई बड़ी कंपनियों के मार्च तिमाही नतीजे आना शुरू हो जाएंगे और, बाजार की आगे की चाल मार्च तिमाही नतीजों पर निर्भर करेगी।

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