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प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी

प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी
Crypto Fans: क्रिप्टोकरेंसी के दीवानों में सिर्फ टेस्ला के एलन मस्क नहीं, ये दिग्गज भी हैं शामिल

क्रिप्टोकरेंसी का दुनिया के बाजार में चलता है सिक्का, जानें इसके बारे में सबकुछ

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है। इसे यह नाम इसलिए मिला क्योंकि इसके सुरक्षित ट्रांजेक्शन्स के लिए इनक्रिप्शन का इस्तेमाल होता है। इसका अर्थ है कि क्रिप्टोकरेंसी के डाटा को ट्रांसमिट करने और वालेट में स्टोर करने के लिए एक बहुत ही एडवांस कोडिंग का इस्तेमाल होता।

भुगतान का तरीका
क्रिप्टकरेंसी असल में एक डिजिटल पेमेंट सिस्टम है। मगर इस सिस्टम में अन्य डिजिटल माध्यमों की तरह ट्रांजेक्शन के लिए किसी बैंक की अनुमति की जरूरत नहीं होती। यह पीयर-टू-पीयर नेटवर्क सिस्टम से संचालित होती है और कोई भी कहीं से इसे भेज सकता है और प्राप्त कर सकता है।

क्या है पीयर-टू-पीयर सिस्टम
पीयर-टू-पीयर सिस्टम में कोई अपना एक सर्वर नहीं होता। सभी कंप्यूटर नेटवर्क से जुड़े होते हैं।
कहां रखी जाती है डिजिटल करेंसी डिजिटल करेंसी अपके डिजिटल वालेट में रहती है। जब कोई अपना डिजिटल करेंसी फंड ट्रांसफर करता है तो यह पब्लिक लेजर में दर्ज होता है।

कैसे काम करती है यह
क्रिप्टोकरेंसी एक पब्लिक लेजर जिसे ब्लॉकचेन कहते हैं के जरिए चलती है। इसमें करेंसी का सारा ट्रांजेक्शन अपडेट होता है और यह करेंसी होल्डर के पास रहता है।

कैसे बनती है
क्रिप्टोकरेंसी बनाने की प्रक्रिया माइनिंग कहलता है इसमें कंप्यूटर की जटिल गणितीय समस्याओं को सुलझाने की क्षमता का इस्तेमाल सिक्के का डिजिटल रूप बनाने के लिए किया जाता है।

कहां से मिलती हैै
क्रिप्टोकरेंसी को ब्रोकर्स से खरीदा जाता है और इसे क्रिप्टोग्राफिक वालेट में रखा जाता है और वहीं से खर्च किया जा सकता है।

क्या खरीद सकते हैं
बिटकॉइन को जब लांच किया गया था तो यह सोचकर किया गया था कि यह दैनिक मार्केटिंग के लिए होगी और इससे एक कप कॉफी से लेकर कंप्यूटर और टिकट तक खरीदे जा सकें। मगर जल्द ही इसकी मांग बढ़ी और इसके दाम काफी ऊंचे हो गए। अब ये बड़े भुगतान में इस्तेमाल होती है।

उपलब्ध क्रिप्टोकरेंसियां
बिटकॉइन: पहली क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है। इसे 2009 में बनाया गया। इसके प्रति लोगों ने खूब रुचि दिखाई और इसकी कीमत आसमान छूने लगी।

इथेरियम: ईथर या इथेरियम नाम से प्रचल्लित इस क्रिप्टोकरेंसी को 2015 में विकसित किया गया। बिटकॉइन के बाद यह दूसरी सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी है।

लाइटकॉइन: इसे बिटकॉइन की तर्ज पर ही विकसित किया गया है मगर आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल की बजे से इसे ज्यादा तेजी से ट्रांसफर किया जा सकता है।

रिपल: यह डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर सिस्टम है, जिसे 2012 में बनाया गया था। यह असल में यह केवल क्रिप्टोकरेंसी ही नहीं है, बल्कि एक यह विभिन्न तरह के ट्रांजेक्शन को ट्रेक करने वाला सिस्टम है। इसके पीछे जो कंपनी है, वह विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के लिए काम करती है।

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प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी के नाम की सूची और उनकी कीमत | Top cryptocurrency Name list with price in India in hindi

आजकल हर न्यूज चैनल, अखबार और सोशल मीडिया में क्रिप्टोकरेंसी का खूब जिक्र किया जा रहा है. वहीं हर कोई व्यक्ति जानना चाहता है कि आखिर क्यों क्रिप्टोकरेंसी इतने कम समय में एक महत्वपूर्ण चीज बन गई है. दुनिया की लगभग हर जगह पर क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लोगों के बीच काफी उत्साह है. वहीं जिन लोगों को क्रिप्टोकरेंसी के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी है, वो ये जानना चाहते हैं कि इनका इस्तेमाल किस तरह से किया जाता है. लेकिन काफी कम लोगों को ये पता है कि इस वक्त बाजार में कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं. वहीं आज हम आपको अपने लेख में क्रिप्टोकरेंसी किसे कहते हैं और दुनिया में इस वक्त इस्तेमाल की जा रही विभिन्न तरह की क्रिप्टोकरेंसी के बारे में बताने जा रहे हैं.

किन्हें कहते हैं क्रिप्टोकरेंसी (What is the meaning of Cryptocurrency?)

क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल दुनिया की देन है. आए दिन डिजिटल दुनिया में कई तरह की खोज की जा रही हैं. और इन्हीं खोजों में से एक खोज का नाम क्रिप्टोकरेंसी है. क्रिप्टोकरेंसी के नाम से ही आपको अंदाजा लग गया होगा, कि ये किसी प्रकार की मुद्रा या करेंसी हैं. क्रिप्टोकरेंसी की सही परिभाषा दी जाए, तो क्रिप्टोकरेंसी को एक ई-करेंसी या डिजिटल करेंसी के रूप में देखा जाता है. ये अन्य करेंसियों जैसी नहीं होती है. वहीं इन करेंसियों से किसी भी देश का कुछ लेना देना नहीं है. इन करेंसी का लेन-देन कंप्यूटर के माध्यम से ही किया जाता है. आप क्रिप्टोकरेंसी को यूरो, डॉलर या फिर किसी भी मुद्रा से खरीद सकते हैं.

आखिर क्यों रखा गया क्रिप्टोकरेंसी नाम (Why call it cryptocurrency)

क्रिप्टोग्राफी के इस्तेमाल से दो लोगों के बीच डिजिटली हो रहे लेन-देन को सुरक्षित तरीके से किया जा सकता है. ई-करेंसी को, डिजिटल या वास्तविक करेंसी के आदान-प्रदान के लिए क्रिप्टोग्राफी का प्रयोग किया जाने लगा है. जिसके कारण ई-करेंसी, डिजिटल या वास्तविक करेंसी को क्रिप्टोकरेंसी कहा जाने लगा.

cryptocurrency

प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी के नाम की सूची और उनकी कीमत ( Top cryptocurrency Name list with price in India in hindi )

दुनिया में आज कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं. इन क्रिप्टोकरेंसी को लोगों द्वारा खूब खरीदा भी जा रहा है. इन क्रिप्टोकरेंसी को अलग-अलग नामों से जाना जाता है और इन्हीं क्रिप्टोकरेंसी के बारे में नीचे आपको बताया गया है.

  • बिटकॉइन(Bitcoin) – दुनिया की सबसे पहले बनाई जाने वाली क्रिप्‍टोकरेंसी या डिजिटल करेंसी की बात करें तो वो बिटकॉइन है. बिटकॉइन क्रिप्‍टोकरेंसी की खोज साल 2009 में की गई थी. कहा जाता है कि इस करेंसी की खोज एक प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी जापान के निवासी द्वारा की गई थी जिसका नाम सतोशी नाकामोतो बताया जाता है. वहीं इस वक्त 1 बिटकॉइन की कीमत भारतीय रुपए के अनुसार लगभग 12,13744 रुपए हैं. इतना ही नहीं प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी दुनिया के ताकतवर देशों में बिटकॉइन को कानूनी रूप से स्वीकार भी कर लिया गया है और इन देशों के नाम इस प्रकार हैं, अमेरिका, कनाडा, यूरोप के कई देश, जापान और इजरायल.
  • लाइटक्वाइन (Litecoin)- लाइटक्वाइन एक तरह की क्रिप्टोकरेंसी है जिसको चार्ल्स ली द्वारा बनाया गया है. वहीं इस मुद्रा का चिह्न LTC है. इस क्रिप्टोकरेंसी को साल 2011 में बाजार में उतारा गया था. इस वक्त एक 1 LTC की कीमत भारतीय रुपए के अनुसार करीब 20,908 रुपए है.
  • इथेरियम (Ethereum) – इथेरियम को 2015 में शुरू किया गया था. इस मुद्रा को विटालिक बटरिन द्वारा बनाया गया है. वहीं साल 2016 में इथेरियम दो भागों में बांटी गई थी जिसमें से एक भाग इथेरियम के नाम से जाना जाता है और एक इथेरियम क्लासिक के नाम से. इथेरियम क्रिप्टोकरेंसी का चिह्न ETH है. वहीं इस मुद्रा के मूल्य की बात करें तो 1 ETH का भारतीय मूल्य 46692.35710 रुपए है.

इथेरियम क्लासिक क्रिप्टोकरेंसी का चिह्न ETC है. भारतीय रुपए की कीमत के हिसाब से एक ETC की कीमत 2459.85870 रुपए हैं. इस मुद्रा से जुड़ी एक ethereumclassic.github.io वेबसाइट भी है जहां पर आपको इससे जुड़ी कई सारी जानकारी मिल जाएगी.

  • रिपल (Ripple) – साल 2012 से शुरू हुई रिपल करेंसी को XRP चिह्न से जाना जाता है. इस क्रिप्टोकरेंसी को क्रिस लार्सन और जेड मैकालेब द्वारा बनाया गया है. वहीं इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत की बात करें, तो एक XRP की भारतीय रुपए में कीमत केवल 46.47848 रुपए की है.
  • बिटकॉइन कैश (बीसीएच)- बिटकॉइन कैश का निशान BCH है. 1 BCH क्रिप्टोकरेंसी की कीमत भारतीय रुपए के हिसाब 119505.77664 रुपए हैं. इस करेंसी को इसी साल अगस्त, 2017 को शुरू किया गया है. काफी कम समय में इस मुद्रा की बाजार में अच्छी खासी कीमत हो गई है.
  • मॉनिरो (Monero)- मॉनिरो भी एक तरह की क्रिप्टोकरेंसी है, जिसको XMR चिह्न से जाना जाता है. इस मुद्रा को तीन साल पहले यानी 2014 में बाजार में लाया गया था. मॉनिरो को मॉनिरो कॉर टीम द्वारा बनाया गया है. वहीं 1 XMR की इस समय भारत में 22157.99615 रुपए की कीमत है.
  • एनईएम (NEM)- इस क्रिप्टोकरेंसी को 2014 में शुरू किया गया था. इसकी एक वेबसाइट भी है जो कि https://nem.io/ है. वहीं इस मुद्रा का चिन्ह XEM है. भारत में इस समय एक XEM की कीमत महज 47.95956 रुपए है.
  • डिजिटलनॉट (DigitalNote)- इस क्रिप्टोकरेंसी को XDN चिह्न दिया गया है. वहीं ये मुद्रा बाजार में 2014 में आई थी. इस मुद्रा की कीमत की बात करें तो इस समय भारत के 1 XDN की कीमत 0.796341 रुपए है.
  • वेस प्लेटफार्म (Waves Platform)- वेस प्लेटफार्म करेंसी को WAVES चिह्न से पहचाना जाता है. 1 WAVES की कीमत इस समय भारत में 937.71502 रुपए है. ये क्रिप्टोकरेंसी साल 2016 में शुरू हुई थी जिसे साशा इवानोव द्वारा बनाया गया है. इस मुद्रा की वेबसाइट https://wavesplatform.com पर जाकर आप इस मुद्र से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
  • डॉगीक्वाइन (Dogecoin)- डॉगीक्वाइन को साल 2013 में शुरू किया गया था. इस क्रिप्टोकरेंसी को जैक्सन पामर और बिली मार्कस द्वारा बनाया प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी गया है. वहीं इसको XDG का निशान दिया गया है. इसके मूल्य की बात करें तो 10 XDG भारतीय रुपए के हिसाब से केवल 4.18 रुपए के बराबर होते हैं.
  • डैश (DASH)- इस क्रिप्टोकरेंसी को 2014 में बाजार में लाया गया है. डैश को बनाने के पीछे इवान डफिल्ड और काइल हगन की मेहनत जुड़ी हुई है. वहीं इस क्रिप्टोकरेंसी को DASH का चिह्न दिया गया है. 1 DASH भारतीय रुपए के हिसाब से 78,476.80 रुपए के बराबर है.
  • पॉटक्वाइन (Potcoin)- पोटक्वाइन कोर देव टीम द्वारा पॉटक्वाइन क्रिप्टोकरेंसी को बनाया गया है. इस क्रिप्टोकरेंसी को 2014 में शुरू किया गया था. 1 POT भारतीय रुपए के हिसाब से 22.1 रुपए का है.

क्रिप्टोकरेंसी को कई देशों में मान्यता प्राप्त नहीं

इस वक्त दुनिया में करीब 1300 के आसपास क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं. क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल को ज्यादातर देश में कानूनी रुप से स्वीकार नहीं किया गया है. इसलिए अगर आप इन क्रिप्टोकरेंसी में से किसी करेंसी पर पैसा लगाना चाहते हैं, तो एक बार सोच समझ लें.

भारत में भी नहीं है मान्यता प्राप्त

भारत में भी क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता प्राप्त नहीं हुई है. भारत के आयकर विभाग द्वारा भारत के उन लोगों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाही की जाएगी जिन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में अपना पैसा निवेश किया हुआ है.

Cryptocurrency: क्रिप्टो बाजार में Bitcoin को पछाड़ सकती यह क्रिप्टोकरेंसी, ग्राहक भी हैं उत्साहित

डेटा प्लेटफॉर्म CoinMarketCap के अनुसार क्रिप्टो बाजार में बिटकॉइन का मूल्य इस साल जून के बीच महीने में 47.5 प्रतिशत से गिरकर 39.1 प्रतिशत तक रह गया है। दूसरी ओर ईथीरियम 16 प्रतिशत से बढ़कर 20.5 प्रतिशत हो गया है।

नई दिल्ली, एजेंसी। क्रिप्‍टो मार्केट (Crypto) की शुरुआत के बाद क्र‍िप्‍टोकरेंसी (Cryptocurrency) के रूप में बिटकॉइन (Bitcoin) ने ही इस क्षेत्र में अपना दबदबा कायम रखा है। हालांकि, अब बिटकॉइन को दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी करेंसी एथेरियम (Ethereum) से चुनौती मिली रही है।

समाचार एजेंसी रॅायटर्स के मुताबिक, कुछ दिनों के बाद एथेरियम एक सॉफ्टवेयर अपडेट की योजना बना रहा है। एथेरियम फाउंडेशन इसे 'एथेरियम मर्ज' कहता है। रिपोर्ट के अनुसार संभावित मर्ज (merge) इवेंट के बाद एथेरियम दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी डिफ्लेशनेरी (deflationary) हो जाएगी।

क्रिप्टो बाजार में बढ़ा ईथीरियम का मूल्य

डेटा प्लेटफॉर्म CoinMarketCap के अनुसार, क्रिप्टो बाजार में बिटकॉइन का मूल्य इस साल जून के बीच महीने में 47.5 प्रतिशत से गिरकर 39.1 प्रतिशत तक रह गया है। दूसरी ओर, एथेरियम 16 प्रतिशत से बढ़कर 20.5 प्रतिशत हो गया है। साल 2021 के जनवरी महीने के समय क्रिप्‍टो मार्केट में बिटकॉइन का डोमिनेंस 72 प्रतिशत था जबकि एथेरियम का बाजार में 10 प्रतिशत डोमिनेंस था।

फंड मैनेजमेंट फर्म सोलराइज फाइनेंस में वित्तीय रणनीति के प्रमुख जोसेफ एडवर्ड्स (Joseph Edwards) ने कहा, 'एथेरियम नेटवर्क की सफलता देखते हुए ग्राहक अब एथेरियम को भी अनिवार्य रूप से एक सुरक्षित संपत्ति (Asset) के रूप में देख रहे हैं। बता दें कि बुधवार को मर्ज होने की उम्मीद है। मर्ज के साथ ही संभावित रूप से ईथर की कीमत बढ़ सकती है। हालांकि, क्रिप्टो बाजार में कुछ भी निश्चित नहीं है।

बिटकॉइन अभी भी है नंबर-1

डिजिटल एसेट रिसर्च के सीईओ डौग श्वेन्क ने कहा, 'हम कुछ निवेशकों के ईथर को लेकर दिलचस्पी बनी हुई है। हालांकि, उन्होंने आगाह किया कि ईथर अभी भी बिटकॉइन से बहुत पीछे है। बता दें कि बिटकॉइन अभी भी सबसे प्रसिद्ध क्र‍िप्‍टोकरेंसी है। बाजार में बिटकॅाइन का 427 बिलियन डॉलर का मार्केट कैप है। वहीं, ईथर का मार्केट कैप 210 बिलियन डॉलर है। कुछ बाजार सहभागियों का कहना है कि क्रिप्टो क्राउन (नंबर-1) पर बिटकॉइन की पकड़ अभी भी मजबूत है।

Crypto Fans: क्रिप्टोकरेंसी के दीवानों में सिर्फ टेस्ला के एलन मस्क नहीं, ये दिग्गज भी हैं शामिल

क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrencies) एक डिजिटल मुद्रा (Digital Money) है। यह किसी सिक्के या नोट की तरह ठोस रूप में उपलब्ध नहीं हो प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी सकता। क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) पूरी तरह ऑनलाइन होती है और बिना किसी नियम के इसका व्यापार होता है। क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) न तो कोई सरकार, न कोई बैंक जारी करता है, इसीलिए इसे लेकर कोई नियम नहीं है।

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Crypto Fans: क्रिप्टोकरेंसी के दीवानों में सिर्फ टेस्ला के एलन मस्क नहीं, ये दिग्गज भी हैं शामिल

क्रिप्टो के दीवानों में कौन?

हाल में ही जेपी मॉर्गन (JPMorgan) की तरफ से जारी एक नोट में कहा गया है निवेशकों ने बिटकॉइन (Bitcoin) की जगह सोने को तरजीह देना शुरू कर दिया है। पिछली दो तिमाही की तुलना में यह बिल्कुल उलट ट्रेंड है। इसके साथ प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी ही निवेश गुरु वारेन बफे (Warren Buffett ) ने भी क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrencies) का समर्थन नहीं किया है। रे डेलीयो जैसे दिग्गज हालांकि बांड की जगह बिटकॉइन (Bitcoin) पर अधिक भरोसा करते हैं। क्या आप प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी यह जानते हैं कि दुनिया भर के रईस और प्रसिद्ध लोगों में से कौन क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrencies) के फैन है?

एलन मस्क के पास बिटकॉइन

अगर सभी क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency) के भाव में उतार-चढ़ाव की बात करें तो यह बिटकॉइन (Bitcoin) और डॉगीकॉइन के साथ चढ़ते-उतरते हैं। एलन मस्क (Elon Musk) कई बार क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency) के बारे में अपने बयान की वजह से उसमें उतार-चढ़ाव करा देते हैं। बिटकॉइन (Bitcoin) के चाहने वाले वास्तव में एलन मस्क (Elon Musk) के इस कदम से बहुत परेशान भी हैं क्योंकि एलन मस्क के बयान से क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency) का भाव एक दिन में टूट जाता है। सवाल यह है कि एलन मस्क (Elon Musk) के पास कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं? ग्लोबल हेज फंड स्काइब्रिज कैपिटल के संस्थापक एंथनी के मुताबिक एलन मस्क (Elon Musk) के पास बिटकॉइन (Bitcoin) में $5 अरब की संपत्ति है।

एशिया के रईस क्रिप्टो निवेशक

अगर क्रिप्टो करेंसी के एशियाई निवेशकों की बात करें तो इनमें माइक्री झान, झाओ और अन्य शामिल है। जापान के क्रिप्टो निवेश सतोषी नाकामोतो भी इनमें शामिल है। चीन के माइक्री झान के पास बिट्मेन (Bitmain) नाम की एक कंपनी है जो दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी माइनिंग कंपनी है। बाइनेंस (Binance) के फाउंडर और सीईओ चेंगपेंग झाव भी एशिया के ही रहने वाले हैं। बिटमेन (Bitmain) के सह संस्थापक जिहान और ओके कॉइन डॉट कॉम (OKCoin.com) के संस्थापक मिंग सिंग शु के साथ ली लिन नाम के निवेशक भी एशिया से ही हैं। इनके पास दुनिया की लीडिंग डिजिटल करेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म huobi है।

क्रिप्टो की वजह से बने पहले अरबपति

कैमरॉन और टाइलर विंकलवॉस बिटकॉइन (bitcoin) की वजह से पहले अरबपति माने जा सकते हैं। विंकल कई क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency) में निवेश करते हैं। इसके साथ ही विंकल ब्लॉकचेन रिलेटेड बिजनेस में भी निवेश करते हैं। जेमिनी एक्सचेंज में भी उनका निवेश प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी है। बिटकॉइन (Bitcoin) के अलावा यह दोनों भाई इथेरियम में भी निवेश करते हैं। दावा यह भी किया जाता है कि सरकुलेशन में जितना बिटकॉइन (Bitcoin) है उसका एक फीसदी इन्हीं दोनों भाइयों के पास है। अनुमान लगाया जाता है कि इन दोनों के पास 1,80,000 बिटकॉइन है।

केले से बिटकॉइन की तुलना

भारतीय ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म या क्रिप्टोकरेंसी पॉलीगॉन (Polygon) में अमेरिका के अरबपति एंटरप्रेन्योर मार्क क्यूबन (Mark Cuban) ने बड़ा निवेश किया है।मार्क क्यूबन एक बार बिटकॉइन (Bitcoin) की तुलना केले से कर चुके हैं। उन्होंने कहा है कि वह क्रिप्टो करेंसी खरीदने की जगह केला खरीद सकते प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी हैं। अब तक वह 10 ब्लॉक चैन स्टार्टअप (blockchain startup) में निवेश कर चुके हैं। उनके पोर्टफोलियो में 60 फ़ीसदी बिटकॉइन (Bitcoin), 30 फीसदी इथेरियम और अन्य डिजिटल करेंसी शामिल है।

भारी उतार-चढ़ाव वाली करेंसी: साल 2022 में कैसी रहेगी क्रिप्टोकरेंसी की चाल, इस साल 7000% तक रही बढ़त

क्रिप्टोकरेंसी में ब्लूचिप मानी जाने वाली करेंसी बिटकॉइन और एथरियम की कीमत साल 2021 में 35 से 40% बढ़ी हैं। हालांकि इसमें काफी उतार-चढ़ाव रहा। बिटकॉइन की कीमत अप्रैल में 51 लाख रुपए तक चली गई थी। मई और जून में यह करीबन 50% गिरकर 28 लाख रुपए तक चली गई थी। ऐसा इसलिए क्योंकि टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने इस करेंसी को लेकर चिंता जाहिर की थी।

चीन ने लगाया प्रतिबंध

अप्रैल-मई में ही चीन ने क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाने की बात कह दी और कारोबार पर पाबंदी लगा दी। इस वजह से कुछ क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें एक ही घंटे में 30-40% तक गिर गई थीं। सितंबर आते-आते खरीदार फिर लौटे। इसके बाद बिटकॉइन की कीमत फिर से नवंबर में 54 लाख रुपए को पार कर गई। अब 40 लाख रुपए के आस-पास है। इस साल की शुरुआत से यह 32% ऊपर है।

सरकार की नीतियों पर निर्भर रहेगी चाल

अगले साल की बात करें तो क्रिप्टोकरेंसी की चाल बहुत हद तक कई सरकारों की नीतियों पर निर्भर होगी। दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो बाजार चीन था, जिसने इस पर सितंबर में प्रतिबंध लगा दिया था। भारत में सरकार इसके रेगुलेशन पर काम कर रही है। माना जा रहा है कि सरकार इसे रेगुलेट करके मंजूरी दे सकती है। हाल में संसद के समाप्त हुए सत्र में इससे संबंधित बिल को लाया जाना था, पर इसे टाल दिया गया।

क्रिप्टो पर रोक लगाने की मांग

इस बिल में सभी क्रिप्टोकरेंसी पर रोक लगाने की मांग है। साथ ही कुछ रेगुलेशन के साथ इसे मंजूरी भी दिए जाने की बात इसमें है। वैसे जानकार मानते हैं कि ज्यादा जोखिम वाली क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों को मामूली निवेश करना चाहिए। पिछले कुछ महीने से यह 5 से 6 हजार पर्सेंट बढ़ चुकी है। ऐसे में कोई भी निवेश इसमें आगे घाटा भी दे सकता है। अगर आप जोखिम लेना चाहते हैं तो फिर अपने कुल निवेश का 10% हिस्सा इसमें लगा सकते हैं।

भारी उतार-चढ़ाव होता है

भारी उतार-चढ़ाव भी इस करेंसी में होता है। मई में जिस तरह से इसमें एक ही दिन में की 70-80% तक की गिरावट आई थी, ऐसे में इसी रफ्तार से इसमें कभी प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी भी उतार-चढ़ाव बना रहा सकता है। बिटकॉइन जैसी प्रसिद्ध करेंसी में भी नवंबर में भारी गिरावट आई और वहां से अब तक इसमें 25% तक की कमी आई है। अगर आप इस तरह के उतार-चढ़ाव को झेलने में सक्षम हैं तो फिर आप इसमें निवेश कर सकते हैं।

विश्नसनीय प्लेटफॉर्म को चुनें

निवेश करने के लिए आपको एक विश्वसनीय प्लेटफॉर्म को चुनना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत में यह रेगुलेटेड नहीं है। ढेर सारे प्लेटफॉर्म इस करेंसी के हैं। आपको एक अच्छे और विश्वसनीय प्लेटफॉर्म के जरिए इसमें निवेश करना चाहिए। अगर आप किसी विदेशी प्लेटफॉर्म के जरिए निवेश करना चाहते हैं तो फिर आपको टैक्स के मोर्चे पर ढेर सारे कंप्लायंस पूरे करने होंगे।

टिप्स पर भरोसा न करें

आपको निवेश के लिए किसी टिप्स पर भरोसा नहीं करना चाहिए। ठीक उसी तरह, जैसे आप शेयर बाजार में ढेर सारे टिप्स पर भरोसा नहीं करते हैँ। क्रिप्टो में भरोसेमंद डेटा नहीं मिलते हैं। निवेशक सोशल मीडिया की गलत जानकारियों के आधार पर इसमें पैसे लगाते हैं। कुछ एनालिस्ट वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर इसे सर्कुलेट करते हैं। इसलिए यह और खतरनाक साबित हो सकता है।

बड़ी करेंसी पर फोकस करें

जिस तरह आप शेयर बाजार में बड़ी कंपनियों पर फोकस करते हैं, उसी तरह से प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोकरेंसी में भी आपको ब्लूचिप यानी बड़ी करेंसी पर फोकस करना चाहिए। इसमें भी मिड कैप और पेन्नी यानी सस्ती करेंसी या सिक्के होते हैं। इसलिए कम कीमत देखकर कभी भी किसी सिक्के को खरीदने से बचना चाहिए। बड़ी करेंसी कीमती हो सकती हैं, पर वे ज्यादा स्थिर होती हैं। बिटकॉइन और एथरियम इसकी ब्लूचिप करेंसी मानी जाती हैं, जो पूरे बाजार के सेंटिमेंट को प्रभावित करती हैं।

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