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50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी

50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी

Business News: शेयर बाजार की जबरदस्त तेजी से लें सबक, समझें ये तेजी क्यों है और आपको क्या करना चाहिए

Business News: शेयर बाजार में निवेश कर पैसे कमाना (share bazar me invest se paise kaise kamaye) कौन नहीं चाहता है।

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कॉन्सेप्ट फोटो (फोटोः सोशल मीडिया)

Business News: हाल के हफ़्तों में शेयर बाजार (share bazar) में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। इन मामलों के विशेषज्ञ कहते हैं, जब बाजार तेज रफ्तार (share bazar me taji) में बढ़ रहा हो तो सोच-समझकर बाजार में निवेश करना चाहिए। हालांकि, शेयर बाजार निवेश जोखिमों के अधीन होता है। कई ऐसे नए निवेशक हैं जो जल्दबाजी में फैसले लेते हैं और शेयर बाजार में निवेश संबंधी गलत फैसले ले लेते हैं, इसका खामियाजा उन्हें नुकसान से चुकाना पड़ता है। तो आज 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी हम ऐसे निवेशकों के लिए ही कुछ जरूरी एक्सपर्ट टिप्स लेकर आए हैं।

शेयर बाजार में निवेश कर पैसे कमाना (share bazar me invest se paise kaise kamaye) कौन नहीं चाहता है। अगर आप भी ऐसे ही निवेशक बनना चाहते हैं और कमाई करना चाहते हैं, तो हम आज आपको शेयर बाजार के एक्सपर्ट सैमको वेंचर्स के सीईओ जिमीत मोदी की राय बताते हैं। मोदी के अनुसार, शेयर बाजार की तेजी से आपको कौन सी सीख लेनी चाहिए।

एक्सपर्ट सैमको वेंचर्स के सीईओ जिमीत मोदी (फोटोः सोशल मीडिया)

मात्र 11 दिनों में 1000 अंकों की तेजी

भारतीय शेयर बाजार लगातार (bhartiya share bazar) नई ऊंचाइयां छू रहा है। हाल के दिनों में निफ्टी (bhartiya share bazar nifty) ने गजब की छलांग लगाई। इसे आंकड़ों से समझें। 3 अगस्त को निफ्टी 16000 के आंकड़े पर था। जबकि, 31 अगस्त को यह 17000 के स्तर पर पहुंच गया। 11 अक्टूबर आते-आते इसने 18000 का लेवल पार कर लिया है। निफ्टी के आंकड़ों में देखें तो इसने सिर्फ 11 दिनों में 1000 अंक की ऊंचाई हासिल की। यह इसका दूसरा सबसे तेज कदम है।

शेयर बाजार से क्या लें सबक

जिमीत मोदी कहते हैं, 'अब आप मार्च 2020 के शेयर बाजार के निचले आंकड़ों को देखें। और ठीक उसके बाद की शानदार तेजी को देखें। हम बाजार से यहीं कई सबक सीख सकते हैं।' मोदी कहते हैं, यह 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी समझने की जरूरत है कि शेयर बाजार में आ रही तेजी कुछ निवेशकों की वजह से नहीं है। बल्कि यह विदेशी संस्थागत निवेशक की वजह से है। भारतीय पूंजी बाजार में सितंबर महीने में विदेशी संस्थागत निवेशक अपना भरोसा दिखा चुके हैं। उन्होंने साल 2021 में किसी एक महीने में सर्वाधिक अगर सबसे ज्यादा निवेश किया है तो वह सितंबर महीने में।

म्यूचुअल फंड सिप से रिकॉर्ड निवेश (mutual fund sip me nivesh)

विशेषज्ञ कहते हैं, इसके साथ ही भारतीय शेयर बाजार में सितंबर महीने में म्युचुअल फंड सिप (Mutual Fund SIP) के जरिए निवेश किए जाने वाले रकम का आंकड़ा 10,000 करोड़ रुपए को पार कर गया है। यह पहली बार देखने को मिल रहा है। देश में महंगाई दर में कमी आने के बाद पूंजी बाजार में निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का अनुमान है कि आने वाले दिनों में महंगाई दर में कमी आ सकती है।

अर्थव्यवस्था के संकेत

सैमको वेंचर्स के सीईओ (CEO Samco Ventures) कहते हैं, बाजार में कई हाई फ्रीक्वेंसी इकोनॉमिक इंडिकेटर्स में तेजी देखने को मिल रही है। इसमें पावर कंजप्शन, ई वे बिल, रेल माल भाड़ा जैसी कई चीजें प्रमुख हैं। मोदी आगे कुछ ऐसी बात बता रहे हैं जो अमूमन लोगों के मन में चलता है। कहते हैं, लोग यह कह सकते हैं कि शेयर बाजार की तेजी मार्केट में मौजूद तरलता की वजह से है। कुछ लोग यह भी कहते हैं कि लोगों का जल्द अमीर बनने का लालच इसके पीछे वजह है। जबकि, सच्चाई यह है कि शेयर बाजार के फंडामेंटल को देखे बिना निवेशकों ने पिछले एक-डेढ़ साल में शेयर बाजार से शानदार कमाई की है।

अभी सावधानी की जरूरत (mutual fund sip me savdhan)

मोदी कहते हैं, हालांकि निवेशकों को इस मौके पर सावधान रहने की भी जरूरत है। वैश्विक बाजार के स्वभाव के हिसाब से नए निवेशकों को इस समय खास सावधानी बरतने की आवश्यकता है। बीते एक महीने में निफ़्टी 50 (nifty50) में 5 फ़ीसदी की तेजी देखी गई है। जबकि एसएंडपी (s&p 500) इंडेक्स दो प्रतिशत गिरा है। भारतीय शेयर बाजार सिर्फ स्टैंडर्ड एंड पुअर 500 के साथ ही तालमेल से नहीं चलता, बल्कि अन्य ग्लोबल सूचकांक में भी पिछले एक महीने में 3-7 प्रतिशत तक कमजोरी आई है। ये सलाह उन निवेशकों के लिए जो बाजार की ऊंचाई को देखते हुए पैसे लगाने को बेताब हैं। विशेषज्ञ का कहना है कि शेयर बाजार की यह तेजी विदेशी संस्थागत निवेशकों की वजह से है, इसलिए नए निवेशक जरा संभलकर बाजार में निवेश करें, उतावलापन उन्हें झटका 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी भी दे सकता है।

मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना: युवाओं को ऋण उपलब्ध करवाने में ग्वालियर राज्य में दूसरे नम्बर पर

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बेराजगार युवाओं को रोजगार के लिए उद्याेग 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी लगाने तथा व्यवसाय के लिए मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना (एमएमयूकेवाई) के तहत ऋण उपलब्ध करवाने में ग्वालियर जिला राज्य में दूसरे नम्बर पर है। इस योजना के तहत अन्तर्गत जिले के 3600 युवाओं को लोन देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस वर्ष जनवरी से शुरू हुई इस योजना में अब तक जिले के 1657 युवाओं के ऋण आवेदनों को स्वीकार करते हुए कुल 380 युवाओं को 27 करोड़ 13 लाख 65 हजार 380 रुपए का ऋण दिया गया। इस अवधि में इंदौर ने 393 युवाओं को 26 करोड़ 17 लाख 1 हजार 201 रूपए का ऋण दिया गया है। इंदौर में 4200 युवाओं को इस योजना के तहत ऋण देने का लक्ष्य है अब तक 1048 आवेदन स्वीकार किए गए हैं। जबलपुर में 375, रीवा में 332, खरगौन में 324, भोपाल में 293, देवास में 247, रतलाम में 244, मुरैना में 213 तथा सागर में 203 आवेदकों को ऋण दिए गए हैं। राज्य के 18 जिले ऐसे हैं जहां लाभार्थियों की संख्या महज 2 हजार 477 है।
1 लाख का लक्ष्य,6790 को मिला लाभ
इस योजना के तहत राज्य के 52 जिलों के लिए 1 लाख युवाओं को लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हालांकि अब तक महज 6 हजार 790 लाभार्थियों को ही अब तक इस योजना का लाभ मिला है। यह कुल लक्ष्य का सात फीसदी भी नहीं है।

25 जिलों में लाभार्थी दहाई में
इस योजना के तहत ऋण लेने में युवाओं में उत्साह नहीं है। राज्य के 25 जिले ऐसे हैं जहां लाभार्थियों की संख्या दहाई में हैं। इन जिलों में केवल 1309 आवेदकों को ही ऋण दिया गया। हालांकि लक्ष्य हजारों में है। निवारी में केवल 13 आवेदकों को इस योजना के तहत ऋण दिया गया है। इस जिले में 600 युवाओं को ऋण देने का लक्ष्य है अब तक केवल 110 आवेदन ही आए हैं।
50 हजार से 50 लाख का लोन, 8वीं पास होना जरूरी
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के अन्तर्गत युवा उद्यमी उद्योग (विनिर्माण) इकाई के लिए 50 हजार से 50 लाख तक लोन लेकर परियोजनाएं शुरु कर सकते हैं। जबकि सेवा (सर्विस) इकाई एंव खुदरा व्यवसाय (रिटेल ट्रेड) के लिए 50 हजार से 25 लाख तक लोन लेकर परियोजनाएं शुरु की जा सकती है। इस योजना के तहत ऋण लेने के लिए 8 वीं पास होना आवश्यक है। 45 साल तक का आवेदक इस योजना के लिए पात्र है।
योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के तहत शिक्षित युवाओं को स्वयं का उद्यम/ स्वरोजगार स्थापित करने के लिए बैंको के माध्यम से 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी कोलेटरल फ्री ऋण उपलब्ध कराना है तथा ब्या‍ज अनुदान सहायता के माध्यम से ऋण लागत (कॉस्ट ऑफ क्रेडिट) कम कराकर परियोजना की व्यवहार्यता (प्रोजेक्ट वाइबिल्टी) को बढ़ाना है जिससे प्रदेश में अधिक संख्या में सूक्ष्म उद्यम स्थापित हो सकें, युवाओं की बेरोजगारी दूर हो सके साथ ही प्रदेश के युवा नौकरी के विकल्प के रूप में स्वरोजगार को अपनाने के लिए प्रोत्साहित हो सकें। वित्तीय 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी सहायता के रूप में वितरित ऋण पर 3 प्रतिशत प्रतिवर्ष ब्याज अनुदान और बैंक ऋण गारंटी फीस, अधिकतम 7 वर्षो के लिए दिए जाने का प्रावधान है।

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