दैनिक सुविचार

सफलता मन की शीतलता से उत्पन्न होती है, ठंडा लोहा ही गर्म लोहे को काट व मोड़ सकता है !!
संस्कृत भाषा में सुविचार तथा सूक्तियाँ
आलसस्य कुतो विद्या , अविद्यस्य कुतो धनम् |
अधनस्य कुतो मित्रम् , अमित्रस्य कुतः सुखम् ||
अर्थ- जो आलस करते हैं उन्हें विद्या नहीं मिलती, जिनके पास विद्या नहीं होती वो धन नहीं कमा सकता, जो निर्धन हैं उनके मित्र नहीं होते और मित्र के बिना सुख की प्राप्ति नहीं होती
आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः |
नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वा दैनिक सुविचार यं नावसीदति ||
अर्थ- मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन उसमे बसने वाला आलस्य हैं | मनुष्य का सबसे बड़ा मित्र उसका परिश्रम हैं जो हमेशा उसके साथ रहता हैं इसलिए वह दुखी नहीं रहता |
यथा ह्येकेन चक्रेण न रथस्य गतिर्भवेत् |
एवं दैनिक सुविचार परुषकारेण विना दैवं न सिद्ध्यति ||
अर्थ- रथ कभी एक पहिये पर नहीं चल सकता हैं उसी प्रकार पुरुषार्थ विहीन व्यक्ति का भाग्य सिद्ध नहीं होता |
बलवानप्यशक्तोऽसौ धनवानपि निर्धनः |
श्रुतवानपि मूर्खोऽसौ यो धर्मविमुखो जनः ||
अर्थ- जो व्यक्ति कर्मठ नहीं हैं अपना धर्म नहीं निभाता वो शक्तिशाली होते हुए भी निर्बल हैं, धनी होते हुए भी गरीब हैं और पढ़े लिखे होते हुये भी अज्ञानी हैं |
जाड्यं धियो हरति सिंचति वाचि सत्यं ,
मानोन्नतिं दिशति पापमपाकरोति |
चेतः प्रसादयति दिक्षु तनोति कीर्तिं ,
सत्संगतिः कथय किं न करोति पुंसाम् ||
अर्थ- अच्छी संगति जीवन का आधार हैं अगर अच्छे मित्र साथ हैं तो मुर्ख भी ज्ञानी बन जाता हैं झूठ बोलने वाला सच बोलने लगता हैं, अच्छी संगति से मान प्रतिष्ठा बढ़ती हैं पापी दोषमुक्त हो जाता हैं | मिजाज खुश रहने लगता हैं और यश सभी दिशाओं में फैलता हैं | मनुष्य का कौनसा भला नहीं होता |
चन्दनं शीतलं लोके ,चन्दनादपि चन्द्रमाः |
चन्द्रचन्दनयोर्मध्ये शीतला साधुसंगतिः ||
अर्थ- चन्दन को संसार में सबसे शीतल लेप माना गया हैं लेकिन कहते हैं चंद्रमा उससे भी ज्यादा शीतलता देता हैं लेकिन इन सबके अलावा अच्छे मित्रो का साथ सबसे अधिक शीतलता एवम शांति देता हैं |
अयं निजः परो वेति गणना लघु चेतसाम् |
उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम् |
अर्थ- तेरा मेरा करने वाले लोगो की सोच उन्हें बहुत कम देती हैं उन्हें छोटा बना देती हैं जबकि जो व्यक्ति सभी का हित सोचते हैं उदार चरित्र के हैं पूरा संसार ही उसका परिवार होता हैं |
अष्टादश पुराणेषु व्यासस्य वचनद्वयम् |
परोपकारः पुण्याय पापाय परपीडनम् ||
अर्थ- महर्षि वेदव्यास ने अपने पुराण में दो बाते कही हैं जिनमें पहली हैं दूसरों का भला करना पुण्य हैं और दुसरो को अपनी वजह से दुखी करना ही पाप है।
विद्या मित्रं प्रवासेषु ,भार्या मित्रं गृहेषु च।
व्याधितस्यौषधं मित्रं , धर्मो मित्रं मृतस्य च॥
अर्थ- यात्रा के समय ज्ञान एक मित्र की तरह साथ देता हैं घर में पत्नी एक मित्र की तरह साथ देती हैं, बीमारी के समय दवाएँ साथ निभाती हैं अंत समय में धर्म सबसे बड़ा मित्र होता हैं।
सहसा विदधीत न क्रियामविवेकः परमापदां पदम्।
वृणते हि विमृश्यकारिणं गुणलुब्धाः स्वयमेव संपदः॥
अर्थ- जल्दबाजी में कोई कार्य नहीं करना चाहिए क्यूंकि बिना सोचे किया गया कार्य घर में विपत्तियों को आमंत्रण देता हैं । जो व्यक्ति सहजता से सोच समझ कर विचार करके अपना काम करते हैं लक्ष्मी स्वयम ही उनका चुनाव कर लेती हैं।
100+ आज का सुविचार हिंदी में 2022, हिंदी सुविचार, सर्वश्रेष्ठ सुविचार
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आज का शुभ प्रभात सुविचार
आज का सुविचार हिंदी में लिखा हुआ
जब दूसरे व्यक्ति सोए हों, तो उस समय अध्ययन करें; उस समय कार्य करें जब दूसरे व्यक्ति अपने समय को नष्ट करते हैं; उस समय तैयारी करें जब दूसरे खेल रहे हों; और उस समय सपने देखें जब दूसरे केवल कामना ही कर रहे हों।
मस्तिष्क के लिये अध्ययन की उतनी ही आवश्यकता है जितनी शरीर के लिये व्यायाम की ।
शुभ प्रभात सुविचार इन हिंदी
प्राथमिकताओं को समझना ही वास्तविक नेतृत्व है और उसका अनुकरण करना अर्थात अनुशासन ही वास्तविक प्रबन्धन है.
एक अनुशासित जीवन जीना और उस अनुशासन के परिणाम को इश्वर की इच्छा मानकर स्वीकार करना ही किसी के पुरुष होने का संकेत देती है.
कुछ लोग अनुशासन को उबाऊ दैनिक सुविचार काम समझते हैं. मेरे लिए , ये एक तरह की सुव्यवस्था है जो मुझे उड़ने के लिए तैयार करती है.
आज का सुविचार गुड मॉर्निंग
अगर आप अपने आपको, अपने मष्तिष्क को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनुशासित कर लेंगे तो फलस्वरूप आप बाहरी संसार के आघातों से न्यूनतम प्रभावित होंगे.
जीवन की अधिकतर परिस्थितियाँ तीन मूलभूत चुनावों से उत्पन्न होती हैं: आप कैसा अनुशासन चुनकर निभा पाते हैं, आप साथ रहने के लिए कैसे लोगों का चुनाव करते हैं और आप पालन दैनिक सुविचार करने के लिए कैसे नियमों को चुनते हैं.
धन या बल या सामाजिक प्रतिष्ठा से सफलता का आंकलन नहीं किया जाता.बल्कि अनुशासन और आपकी आन्तरिक शांति से ही आपकी सफलता आंकी जाती है.
शिक्षाप्रद सुविचार
इस बात पर ध्यान दिए बिना कि कोई हमें देख रहा है या नहीं, किसी काम को सही ढंग से करना मात्र ही दैनिक सुविचार अनुशासन है.
अनुशासन का पालन करना कड़वा होता है, लेकिन अनुशासन का पालन करने के बाद मिलने वाला फल दैनिक सुविचार बहुत मीठा होता है.
अनुशासन वह डोर है, जो हमें सफलता की ऊँचाइयों को छूने में मदद करती है. जैसे दैनिक सुविचार डोर के बिना पतंग नीचे गिर जाती है, वैसे हीं अनुशासन के बिना हम असफल हो जाते हैं.
जब आप काम करते हैं, तब सिर्फ काम करें. जब आप खेलते है, तब सिर्फ खेलें – ये ही दमनकारी स्व-अनुशासन का बुनियादी नियम है.
सर्वश्रेष्ठ सुविचार हिंदी में
बाहरी दबावों में नहीं, बल्कि उन मानसिक आदतों को जो कि स्वाभाविक रूप से अवांछनीय गतिविधियों के बजाय वांछनीय रूप से हो, ही अनुशासन है.
आत्म-सम्मान अनुशासन का फल है; अपने आप को मना कर पाने की सामर्थ्य के साथ ही गरिमा की समझ पैदा होती है.
अनुशासन किसी बच्चे के जोश को तोड़ कर आधा नहीं करता लेकिन इसकी कमी कम से कम माता-पिता के ह्रदय को तोड़ कर आधा कर देती है.
बिना अनुशासन के प्रतिभा ऐसी है जैसे पहियेदार स्केट पर ऑक्टोपस.जिसमे कि बहुत सारी गतिविधि दैनिक सुविचार होंगी लेकिन आप ये नहीं जान पाएंगे की वो आगे जा रहा है,पीछे जा रहा है या फिर किनारे जा रहा है.
आपकी अच्छाई आपके मार्ग में बाधक है, इसलिए अपनी आँखों को क्रोध से लाल होने दीजिये, और अन्याय का मजबूत हाथों से सामना कीजिये”
समय पर सर्वश्रेष्ठ सुविचार
नियम ऐसा ही है कि जब अपमान का भय नहीं रहेगा, तब कोई अपमान नहीं करेगा। जब तक भय है तब तक व्यापार है, भय गया कि व्यापार बंद।
धर्म तो उसे कहते हैं कि जो धर्म होकर परिणमित हो। धर्म होकर परिणमित होना किसे कहते हैं? सामनेवाला गाली दे उस समय धर्म मदद करे। हमें ज़रा सा भी कुछ नहीं होने दे।
‘मेरा-तेरा’ वह तो व्यवहार है। सामनेवाला गाली दे ऐसा व्यवहार पसंद हो, तो आप वैसा व्यवहार करना। लेनदेन जारी रखो।
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धूल भी पैरों से रौंदी जाने पर ऊपर उठती है, तब जो मनुष्य अपमान को सहकर भी स्वस्थ रहे, उससे तो वह पैरों की धूल ही अच्छी।
इतिहास इस बात का साक्षी है कि किसी भी व्यक्ति को केवल उसकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित दैनिक सुविचार नहीं किया जाता। समाज तो उसी का सम्मान करता है, जिससे उसे कुछ प्राप्त होता है।
किसीने गाली दी तो क्या वह अव्यवहार है? व्यवहार है। ‘ज्ञानी’ तो, अगर कोई गाली दे तब खुद खुश हो जाते हैं कि बंधन से मुक्त हुए, जबकि अज्ञानी धक्के लगाए।
गाली सह लेने के असली मायने है गाली देनेवाले के वश में न होना, गाली देनेवाले को असफल बना देना। यह नहीं कि जैसा वह कहे, वैसा कहना।
अनुशासन पर सुविचार
सिर्फ तर्क करने वाला दिमाग एक ऐसे चाक़ू की तरह है जिसमे सिर्फ ब्लेड है. यह इसका प्रयोग करने वाले के हाथ से खून निकाल देता है.
प्रस्तुतकर्ता Anil Ganvit
Anil Ganvit is the founder of the blog. Where the first status and greetings दैनिक सुविचार दैनिक सुविचार messages of Indian festivals, poetry, quotes, priceless thoughts, biography of great people, thoughts of great people, articles of personality development and self improvement, inspirational stories that change our thinking, and some additional topics which It is very important for you to know that we publish articles on them.
Suvichar in Hindi | सुविचार हिंदी मे 250+
ढलान पर तो पत्थर भी लुढ़क लेता है,
शिखर पर जाने के लिए #साधना चाहिए…!🦋🇬 O͜͡O͜͡D͜͡ 🇲 O͜͡R͜͡N͜͡I͜͡N͜͡G͜͡! 🌄
ढलान पर तो पत्थर भी लुढ़क लेता है,
शिखर पर जाने के लिए #साधना चाहिए…!🦋🇬 O͜͡O͜͡D͜͡ 🇲 O͜͡R͜͡N͜͡I͜͡N͜͡G͜͡! 🌄
🤷लोग कहते है दोस्ती बर्बाद करती है❌
☝️निभाने वाले मिल जाए तो दुनिया याद करती है! 🤗🦋🇬 O͜͡O͜͡D͜͡ 🇲 O͜͡R͜͡N͜͡I͜͡N͜͡G͜͡! 🌄
👉लोगों के लिए आप तब तक अच्छे हो
जब तक आप उनकी उम्मीदों को पूरा करते हो,
और आपके लिए उस समय तक सभी लोग अच्छे हैं
जब तक आप उनसे कोई उम्मीद न रखो…!🙏
🦋🇬 O͜͡O͜͡D͜͡ 🇲 O͜͡R͜͡N͜͡I͜͡N͜͡G͜͡! 🌄
😍आज बुरा है कल अच्छा भी तो आएगा,
🤗वक़्त ही तो है रुक थोड़ी जाएगा…! 🙏🙏
सुप्रभात!🌅
☝अपना विश्वास और उम्मीद जिन्दा रखिये,
🤗 इससे आपके डर लुप्त हो जायेंगे…!☝👬
🦋🇬 O͜͡O͜͡D͜͡ 🇲 O͜͡R͜͡N͜͡I͜͡N͜͡G͜͡! 🌄
☝अपना विश्वास और उम्मीद जिन्दा रखिये,
🤗 इससे आपके डर लुप्त हो जायेंगे…!☝👬
🦋🇬 O͜͡O͜͡D͜͡ 🇲 O͜͡R͜͡N͜͡I͜͡N͜͡G͜͡! 🌄
🍁किसी का साथ अगर तुम ज़िन्दगी भर चाहते हो
☝️तो उसे ये मत बताओ कि उसे कितना चाहते हो🙏🦋🇬 O͜͡O͜͡D͜͡ 🇲 O͜͡R͜͡N͜͡I͜͡N͜͡G͜͡! 🌄
तबियत पूछने वाला इंसान ढूंढो,
वसीयत और हैसियत पूछने वाले तो बहुत मिल जाएंगे…!🤗🏵️🦋🇬 O͜͡O͜͡D͜͡ 🇲 O͜͡R͜͡N͜͡I͜͡N͜͡G͜͡! 🌴🏵️
तमाशा कोई और नहीं बल्कि हम
ख़ुद बनाते हैं,अपनी जिंदगी का,हर किसी को अपनी कमजोरी बता
कर…
- Attitude Status in Hindi | ऐटीट्यूड स्टेटस हिन्दी
- Sad Shayari for Lover
suvichar
Suvichar shayari
किसी के लिए इतना मत गिरो
कि वो तुम्हे कुचल के निकल जाएं
अगर,मगर और ‘ काश ‘ में हूं
मैं खुद अपनी तलाश में हूं।
वक़्त जब आंखें फेर लेता हैं..
तो शेर को भी कुत्ता घेर लेता है..
लोगो की कमजोरियों का पता लगाने से अच्छा है,
मनुष्य अपने दुर्गुणों और कमजोरियों का पता लगाए !!
सफलता की ख़ुशी मनाना अच्छा है पर,
उससे जरुरी है अपनी असफलता से सीख लेना !!
बिता हुआ कल अगर वर्तमान पर नकारात्मक प्रभाव डालने लगे,
तो बीते हुए कल को झहर समझकर त्याग देना चाहिए !!
किसी को प्रेम देना सबसे बड़ा उपहार है,
और किसीका प्रेम पाना सबसे बड़ा सम्मान है !!
जिस व्यक्ति ने कभी गलती नहीं की,
उसने कभी नया करने की कोशिश नहीं की !!
हारना तब आवश्यक हो जाता है जब लड़ाई अपनों से हो,
और जितना तब आवश्यक हो जाता है जब लड़ाई अपने आप से हो !!
जिसमे धीरज है और जो महेनत से नहीं घबराता,कामयाबी उसकी दासी है !!
सफलता मन की शीतलता से उत्पन्न होती है,
ठंडा लोहा ही गर्म लोहे को काट व मोड़ सकता है !!
किसी को कभी दुःख मत देना क्यूंकि,
दी हुई चीज एक दिन हजार गुनी होकर लौटती है !!
ज़िंदगी में हमेशा
एक बात याद रखना
जो चीज़ कमा सकते हो
उसे मांगना बंद करोखुद के सपनो के पीछे
इतना भागो कि एक दिन
तुम्हे पाना लोगो के लिए
सपना बन जाये
❛ख़ुद में रह कर वक़्त बिताओ तो अच्छा है,
ख़ुद का परिचय ख़ुद से कराओ तो अच्छा है..तेरी, मेरी इसकी उसकी छोडो भी अब,
ख़ुद से ख़ुद की शक्ल मिलाओ तो अच्छा है..बदन को महकाने में सारी उम्र काट ली,
रूह को अब अपनी महकाओ तो अच्छा है..दुनिया भर में घूम लिए हो जी भर के अब,
वापस ख़ुद में लौट के आओ तो अच्छा है..तन्हाई में खामोशी के साथ बैठ कर,
ख़ुद को ख़ुद की ग़ज़ल सुनाओ तो अच्छा है..❜
यूँ तो पत्थर की भी तक़दीर बदल सकती है,
शर्त ये है की उसे दिल से तराशा जाए !!
“जीवन में त्याग के बिना कुछ भी पाना आसान नहीं है .
एक साँस लेने के लिए भी,पहली साँस छोड़नी पड़ती है .