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कॉमर्स का इतिहास

कॉमर्स का इतिहास
सरकार की ओर से हम तो मना कर देंगे

झारखंड बोर्ड 12वीं सिलेबस 2022-23 (JAC 12th Syllabus 2022 in Hindi) - कला, वाणिज्य और विज्ञान के लिए

झारखंड बोर्ड 12वीं सिलेबस 2022-23 (JAC 12th Syllabus 2022 in Hindi) - कला, वाणिज्य और विज्ञान के लिए

जेएसी 12वीं सिलेबस 2022-23 पीडीएफ डाउनलोड करें- झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जेएसी) द्वारा जेएसी सिलेबस 2023 कक्षा 12 पीडीएफ (JAC syllabus 2023 Class 12th pdf) जारी किया जाता है। JAC 12वीं सिलेबस 2023 jac.jharkhand.gov.in पर और इस लेख में उपलब्ध कराया गया है। साइंस, आर्ट्स, कॉमर्स और वोकेशनल स्ट्रीम के लिए न्यू झारखंड बोर्ड कॉमर्स का इतिहास 12वीं सिलेबस 2023 एक कॉमन लिंक के जरिए डाउनलोड किया जा सकता है।
Latest: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जेएसी) कक्षा 12 सिलेबस पीडीएफ डाउनलोड करने के लिए SYLLABUS_9_12_22.pdf
12वीं के बाद किए जा सकने वाले लोकप्रिय कोर्स और कॅरियर विकल्प जानें।

Latest Updates for JAC 12th Board

BBKMU : पीजी की 3312 सीटों के लिए आये 8402 आवेदन, इतिहास, हिदी, इंग्लिश और कॉमर्स बना हॉट केक

Dhanbad : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब एडमिशन के लिए तय सीट पर लगभग तीन गुना एप्लीकेशन आये हैं. अब आलम यह है कि पीजी विभाग और पीजी कालेजों में इस बार दाखिले के लिए पैरवी तक चल रही है. यहां के पीजी डिपार्टमेंट और धनबाद-बोकारो स्थिति पीजी संचालित कॉलेजों में इतिहास, हिदी, इंग्लिश और कामर्स जैसे विषय हॉट केक बने हुए हैं. विवि के एडमिशन सेल से मिली जानकारी के अनुसार पीजी की 3,312 सीटों में एडमिशन के लिए 8,402 आवेदन आये हैं. किसी विषय में एक सीट पर दो से तीन दावेदार तो किसी में तीन से चार दावेदार हैं. इतिहास, हिदी, इंग्लिश और कामर्स जैसे विषयों में सबसे ज्यादा आवेदन आए हैं.

चक्रधरपुर : जेएलएन कॉलेज में पीजी सेमेस्टर वन की कॉमर्स, इतिहास व राजनीतिशास्त्र की परीक्षा संपन्न

Chakradharpur : कोल्हान विवि एमए, एमएससी और एमकॉम सीबीसीएस फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा 11 फरवरी से अंगीभूत और मान्यता प्राप्त कॉलेजों में चल रही है. अपराह्न एक बजे से संध्या चार बजे तक कॉलेजों में परीक्षा संचालित की जा रही है. चक्रधरपुर के जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय में भी विद्यार्थी एमए और एमकॉम सीबीसीएस फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा दे रहे हैं. शुक्रवार को महाविद्यालय में कॉमर्स, इतिहास एवं राजनीति विज्ञान के छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने प्रपत्र की परीक्षा दी. इसके साथ ही इन विषयों की परीक्षा समाप्त हो गई.

शनिवार को कोल्हान विवि में एमए, एमएससी एवं एमकॉम सीबीसीएस फर्स्ट सेमेस्टर की सभी विषयों की परीक्षा संपन्न हो जाएगी. अंतिम दिन शनिवार को जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय में अर्थशास्त्र एवं हिंदी विषय की परीक्षा होगी. इधर कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन के लिए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास कुमार ने निरीक्षण किया. साथ ही परीक्षार्थियों को अपनी उपस्थिति, प्रोजेक्ट वर्क आवश्यक रूप से दर्ज कराने एवं जमा करने को कहा.

ई-कॉमर्स के विभिन्न लक्ष्यों की व्याख्या करें? E-commerce ke vibhinn lakshyon ki vyakhya कॉमर्स का इतिहास krein

यह कॉमर्स से तात्पर्य हैं ऐसी तकनीक जिसके द्वारा हम इंटरनेट के द्वारा वस्तुओं को खरीद सकते हैं, और वह वस्तु हमारे सीधे घर पर भेजी जाती हैं। ई-कॉमर्स के कई लक्ष्य हैं, जैसे कि। 1 ई-कॉमर्स का प्रमुख लक्ष्य समय की बचत हैं, जिसके द्वारा कम समय में ही हम वस्तुओं को चयन कर सकते हैं, अन्यथा अगर हम वस्तु बाजार में खरीदने जाएंगे तो उसमें कई गुना कॉमर्स का इतिहास ज्यादा समय लगेगा। 2 वह अपने ग्राहकों को अच्छी से अच्छी सेवा प्रदान कर सकें। जिससे कि लोग उन पर विश्वास कर वापस वस्तु खरीद सके। 3 ई-कॉमर्स का यह लक्ष्य है, कि वस्तु को ऑर्डर देने पर ही बनाया जाता है। जिससे कि अतिरिक्त पैसे की बचत होती हैं, और लागत में भी कमी आती हैं, जिसके कारण वह ग्राहक को कम पैसे में ही वह वस्तु दे देता है।

Rjwala

जगदाले कॉलेज का इतिहास बचाने आगे आया कॉमर्स का इतिहास शहर

जगदाले कॉलेज का इतिहास बचाने आगे आया शहर

इंदौर। देवी अहिल्या ऑर्ट्स एंड कॉमर्स (जगदाले) कॉलेज को बंद करने की खबर से शहर के कॉमर्स का इतिहास शिक्षाविद् और कॉलेज के पूर्व छात्र सकते में हैं। नईदुनिया से बातचीत में कई ने कहा कि आपसी मतभेद के कारण कॉलेज बंद नहीं होने देंगे।

पूर्व कुलपति भरत छपरवाल का तो कहना है कि गवर्निंग बॉडी अपनी मर्जी से कॉलेज बंद करने का निर्णय नहीं ले सकती। सरकार की अनुमति के बगैर नए सत्र में प्रवेश भी बंद नहीं किए जा सकते। कॉलेज से 50 सालों में पासआउट हजारों छात्र भी कॉलेज को सुचारू चलाने के लिए मदद के लिए आगे आए हैं।

जगदाले कॉलेज में 2004 से 2006 तक प्रिंसिपल रही पुष्पा मिश्रा कहती हैं संस्‍थान सिर्फ पढ़ाई नहीं, संस्कार भी देता रहा है। जिन हजारों पूर्व छात्रों को इसके बंद होने की सूचना मिल रही है, वे नाराज हैं। शिक्षाविद् डॉ. रमेश मंगल कहते हैं, इंदौर के शिक्षा इतिहास में जगदाले कॉलेज का नाम सम्मान से लिया जाता है। इसे बंद करना गलत होगा। सोसाइटी और संस्‍थान को विवाद आपस में सुलझा लेना चाहिए।

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