Bitcoin समाचार

करीब 12 साल पहले, Bitcoin के पहले ब्लॉक को 9 जनवरी 2009 को माइन किया गया था। इस ब्लॉक में 50 बिटकॉइन शामिल थे। बिटकॉइन की बची हुई सप्लाई Bitcoin समाचार को देखकर ऐसा लगता है कि यह जल्द ही समाप्त हो जाएगी, लेकिन इस करेंसी के हॉल्टिंग शेड्यूल का अनुमान है कि बची हुई सप्लाई सर्क्युलेशन फरवरी 2140 तक जारी रहेगी। Also Read - Apex Legends Mobile कर बैठा गलती, वक्त से पहले जोड़ दिया Crypto लेजेंड
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साल 2022 की शुरुआत से ही क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में उतार-चढ़ाव जारी है। दुनिया की सबसे बड़ी और चर्चित क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) सोमवार को 2 पर्सेंट की गिरावट के साथ 16,Bitcoin समाचार 129 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। जबकि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी और चर्चित क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम ब्लॉकचेन की इथर (Ether) सोमवार को 4 पर्सेंट की गिरावट के साथ 1,162 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। वहीं ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप सोमवार को 1 ट्रिलियन डॉलर के नीचे ट्रेड कर रहा है। CoinGecko के अनुसार पिछले 24 घंटों में ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 2 पर्सेंट की गिरावट के साथ 852 बिलियन डॉलर पर ट्रेड कर रहा है।
बिटकॉइन में जारी रह सकती है गिरावट
क्रिप्टो एक्सपर्ट Mudrex के सीईओ और को-फाउंडर इदुल पटेल कहते हैं कि पिछले 24 घंटों में बिटकॉइन 16,000 डॉलर के आसपास ट्रेड कर रही है। जबकि बिटकॉइन 15,400 डॉलर के ऊपर ट्रेड करके वीकेंड में अपने प्राइस को रिकवर किया। इदुल पटेल के अनुसार अगर बायर्स ज्यादा संख्यां में निवेश करेंगे तब ही बिटकॉइन 16,600 डॉलर के उपर ट्रेड करेगा। लेकिन मार्केट में लागातार गिरावट इस बात का संकेत करती है की बीयर्स और बुल्स में फिलहाल तेजी नही दिखाई Bitcoin समाचार देगी। हलांकि अगर बिटकॉइन का रेसिस्टेंस लेवल 15.588 डॉलर के नीचे आता है तो हम इसमें और गिरावट देख सकते हैं।
आखिर क्यों गिर रहा है क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार, क्या जानते हैं भारत में रोजाना कितना का है इसका बिजनेस
TV9 Bharatvarsh | Edited By: अंकित त्यागी
Updated on: Jul 05, 2021 | 11:20 AM
बिटकॉइन, एथेरियम और अन्य प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान में मिला जुला करोबार कर रहे हैं. वैश्विक क्रिप्टो मार्केट कैप 1.37 ट्रिलियन डॉलर है. जो हाल के दिनों की तुलना में कम है. रॉयटर्स के मुताबिक, क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज बिनेंस ने 30 जून को कहा कि उसके प्लेटफॉर्म से स्टर्लिंग निकासी को फिर से सक्रिय कर दिया गया है. ग्राहक अब डेबिट और क्रेडिट कार्ड के साथ डिजिटल क्वॉइन भी खरीद सकते हैं.
एलन मस्क के ट्वीट से गिरा था बिटक्वॉइन
बीते 24 घंटे में क्रिप्टो मार्केट वॉल्युम 83.03 अरब डॉलर रहा है. पिछले दिन के मुकाबले इसमें 6.Bitcoin समाचार 07 फीसदी की गिरावट आई है. पिछले महीने जब बिटक्वॉइन समेत दुनिया की शीर्ष 30 क्रिप्टो करेंसी में गिरावट आई थी, तो चीन में इसके लेकर हुई सख्ती को वजह बताया गया था.
बिटक्वॉइन की कीमतों में आई गिरावट की एक वजह टेस्ला के चीफ एग्जिक्यूटिव अफसर एलन मस्क का ट्वीट को भी बताया गया. वहीं, बिटक्वॉइन को लेकर चीन सख्ती अभी भी जारी है.
कई देशों ने बैन किया क्रिप्टो का कारोबार
बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर के देश एक अजीब से असमंजस की स्थिति में हैं. कई देशों ने तो अपने यहां क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह से बैन कर दिया है. इसमें ईरान और सऊदी अरब शामिल है. वहीं, भारत, रूस, ब्राजील समेत कई ऐसे देश हैं, जो अभी भी डिजिटल एसेट को लेकर विचार की ही स्थिति में हैं. इनकी तरफ से अभी तक कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया है.
चीन का रवैया हमेशा से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बहुत ही सख्त रहा है. 2013 में चीन के केंद्रीय बैंक ने वित्त संस्थाओं को बिटक्वॉइन से जुड़े ट्रांजेक्शन को रोक दिया था. चीन में क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग बंद होने का बड़ा असर इसकी कीमतों पर पड़ा. क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग में चीन की 70 फीसदी तक की हिस्सेदारी है. न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, कुछ माइनर्स चीन से अपना करोबार कजाकिस्तान जैसे देशों में शिफ्ट कर रहे हैं.
CBDC: RBI पेश कर रहा आज डिजिटल रुपया! क्या आप भी समझ रहे Bitcoin जैसा
Digital Rupee By RBI: आज से Bitcoin समाचार नए महीने की शुरुआत हो चुकी है. इसी के साथ एक नया बदलाव भी आपके जीवन में दस्तक देने जा रहा है. जहां अब तक वित्तीय लेन-देन के लिए कागजी रुपयों का ही इस्तेमाल होता था वहीं अब डिजिटल रुपया का इस्तेमाल कर सकेंगे. दरअसल डिजिटलीकरण के इस दौर में देश का केंद्रीय बैंक आज से डिजिटल रुपया पेश कर Bitcoin समाचार रहा है. डिजिटल रुपया यानि कागजी रुपयों से अलग लेकिन कागजी रुपये की वैल्यु जैसा रुपया लाया जा रहा है. आरबीआई ने ये कदम डिजिटल करेंसी को लेने-देन की प्रक्रिया में शामिल करने के लिए उठाया है. आज सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी को लॉन्च करने जा रहा है. हालांकि डिजिटल करेंसी शब्द नया नहीं है. इसे लाने की बात इस साल के बजट में पहले ही हो चुकी थी.
CBDC क्या बिटकॉइन जैसा समझा जाए
बहुत से लोग सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी को बिटकॉइन जैसा मान रहे हैं. लेकिन यह हकीकत में यह इससे बहुत अलग है. सबसे बड़ा अंतर दोनों में यही है कि बिटकॉइन जैसी करेंसी किसी के अधिकार में नहीं होती जबकि सीबीडीसी को भारत का केंद्रीय बैंक पेश कर रहा है यानि इसका पूरा कंट्रोल रिजर्व बैंक के पास है. दूसरा बड़ी सहूलियत यह कि सीबीडीसी को इस्तेमाल करना कागजी रुपयों जैसा ही होने वाला है. रिजर्व बैंक सीबीडीसी को दो रूपों में लेकर आई है. पहला सीबीडीसी डबल्यू और दूसरा सीबीडीसी आर. सीबीडीसी डबल्यू का मतलब होल सेल डिजिटल करेंसी से है जबकि सीबीडीसी आर का मतलब रिटेल से है. होलसेल के लिए करेंसी को पहले ही लॉन्च किया जा चुका है. जबकि रिटेल आज पेश हो रहा है.
डिजिटल करेंसी को इस्तेमाल करने को लेकर भी कई लोगों के मन में बहुत से सवाल हैं. मसलन इसका इस्तेमाल कौन और कैसे कर सकेगा. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल ई- रुपी यानि डिजिटल टोकन के रूप में होगा. आपके स्मार्टफोन में मौजूद डिजिटल पेमेंट ऐप से इनका इस्तेमाल हो पाएगा. शुरुआती चरण में केवल चार बैंकों के जरिए पर्सन टू पर्सन या पर्सन टू मर्चेंट इसका इस्तेमाल कर सकेंगे. इन बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यस बैंक , आईसीआईसीआई बैंक और आईडीएफसी बैंक शामिल रहेंगे. बाद के चरणों में इसमें अन्य बैंको को भी शामिल किया जाएगा. खास बात ये कि डिजिटल करेंसी को कागजी रुपयों या सिक्कों में Bitcoin समाचार भी बदलवाया जा सकेगा.
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संगठन के सह-संयोजक अश्विनी महाजन ने कहा, '' स्वदेशी जागरण मंच की 15वीं राष्ट्रीय सभा में यह प्रस्ताव पारित किया गया जो कि ग्वालियर में संपन्न हुई।''
बदलने का मिले अवसर
प्रस्ताव में मांग की गई, ''सरकार को भारत में रहने वाले किसी भी व्यक्ति द्वारा क्रिप्टो मुद्रा की खरीद, बिक्री, निवेश और अन्य किसी भी लेन-देन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाना चाहिए।'' इसमें यह भी मांग की गई कि जिन लोगों के पास ऐसी मुद्रा है, उन्हें संक्षिप्त समयावधि में इसे बदलने या बेचने का अवसर दिया जा सकता है।
संसद में सरकार की सफाई
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने एक महीने पहले संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) के दौरान लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि बिटकॉइन को भारत की मुद्रा के रूप में मान्यता देने का कोई प्रस्ताव नहीं है। वित्त मंत्री ने लिखित जवाब में यह भी कहा था कि सरकार बिटकॉइन लेनदेन पर डेटा एकत्र नहीं करती है। सांसद सुमलता अंबरीश और डीके सुरेश ने पूछा कि, 'क्या सरकार के पास देश में बिटकॉइन को मुद्रा के रूप में मान्यता देने का कोई प्रस्ताव है?' इस पर वित्त मंत्री ने कहा था- नहीं सर।
Bitcoin माइनिंग
बिटकॉइन के आविष्कारक सतोशी नाकामोटो ने बिटकॉइन की सप्लाई को 21 मिलियन तक सीमित किया था। बिटकॉइन को माइनर्स द्वारा माइन (खनन) किया किया जाता है, जो इस नेटवर्क में होने वाले लेनदेन के ब्लॉक को वेरीफाई करने के लिए मैथमैटिकल पजल को हल करते हैं। Also Read - Top 5 Stable Coins: Tether (USDT) से TrueUSD (TUSD) तक टॉप 5 स्टेबल Cryptocurrency, जिनकी कीमत रहती है डॉलर के बराबर
माइनिंग असल में नए बिटकॉइन को प्रचलन में जोड़ने की एक प्रक्रिया है। लेन-देन के एक सेट को सफलतापूर्वक वेरीफाई करने के बाद, माइनर को बिटकॉइन का एक ब्लॉक इनाम में दिया जाता है।
हर चार साल के बाद, बिटकॉइन माइनिंग के इनाम को आधा कर दिया जाता है। बिटकॉइन के जन्म के समय, यानी 2008 में एक ब्लॉक की पुष्टि के लिए इनाम लगभग 50 बिटकॉइन था। तब से लेकर अब तक इस इनाम में काफी कमी आई है।
2012 में माइनिंग के इनाम को घटाकर 25 बिटकॉइन कर दिया गया था। 2016 में यह घटकर 12.5 हो गया और मई 2020 में प्रत्येक नए ब्लॉक के लिए 6.25 बिटकॉइन दिए जाने लगे। 2024 के अंत तक यह उम्मीद की जाती है कि लेन-देन के ब्लॉक को सत्यापित करने Bitcoin समाचार के लिए माइनर्स केवल 1.56 बिटकॉइन अर्जित करेंगे। इस प्रक्रिया को हॉल्टिंग कहा जाता है और यह तब तक जारी रहेगी जब तक कि अंतिम बिटकॉइन का खनन नहीं हो जाता।