क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे और नुकसान - Advantages and Disadvantages of Cryptocurrency
मुद्रास्फीति ने कई देशों में मुद्राओं को समय के साथ उनके मूल्य में गिरावट का कारण बना दिया है। लॉन्च के समय लगभग हर क्रिप्टोकरेंसी एक निश्चित राशि के साथ जारी की जाती है। स्रोत कोड किसी भी सिक्के की मात्रा निर्दिष्ट करता है; जैसे, दुनिया में केवल 21 मिलियन बिटकॉइन जारी किए गए हैं। इसलिए, जैसे-जैसे मांग बढ़ेगी, इसका मूल्य बढ़ेगा जो बाजार के साथ बना रहेगा और लंबे समय में मुद्रास्फीति को रोकेगा।
2. स्वशासित और प्रबंधित (Self-governed and managed) -
किसी भी मुद्रा का शासन और रखरखाव उसके विकास के लिए एक प्रमुख कारक है। क्रिप्टोकरेंसी का लेनदेन उनके डेवलपर्स/खनिकों द्वारा अपने कंप्यूटर हार्डवेयर पर स्टोर किए जाते हैं और उन्हें ऐसा करने के लिए एक इनाम के रूप में लेनदेन शुल्क मिलता है, इस सिस्टम को proof of work के नाम से जाना जाता है। चूंकि खनिकों को इसके लिए भुगतान किया जा रहा है, इसलिए येलोग क्रिप्टोकरेंसी की अखंडता और विकेंद्रीकृत रिकॉर्ड को बनाए रखते हुए लेनदेन के सारे रिकॉर्ड को सटीक तरीके से और अपडेट रखते हैं।
3. सुरक्षित और निजी (Secure and private) -
क्रिप्टोकरेंसी के लिए गोपनीयता और सुरक्षा हमेशा एक प्रमुख चिंता रही है। ब्लॉकचेन लेज़र विभिन्न गणितीय पहेलियों पर आधारित है, जिन्हें डिकोड करना कठिन है। यह सामान्य इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन की तुलना में एक क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन को अधिक सुरक्षित बनाता है। क्रिप्टोकरेंसी, बेहतर सुरक्षा और गोपनीयता के लिए, छद्म नामों (Pseudonym) का उपयोग करते हैं जो किसी भी उपयोगकर्ता, खाते या संग्रहीत डेटा से असंबद्ध होते हैं, जिन्हें किसी प्रोफ़ाइल से जोड़ा जा सकता है।
4. मुद्रा विनिमय (Currency Exchange) आसानी से होना -
क्रिप्टोकरेंसी को अमेरिकी डॉलर, यूरोपीय यूरो, ब्रिटिश पाउंड, भारतीय रुपया या जापानी येन जैसी कई मुद्राओं का उपयोग करके खरीदा जा सकता है। विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट और एक्सचेंजों की सहायता से, किसी भी देश की मुद्रा को क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार करके, अलग-अलग वॉलेट में, और न्यूनतम लेनदेन शुल्क के साथ दूसरे में परिवर्तित किया जा सकता है।
5. विकेंद्रीकृत (Decentralized) -
क्रिप्टोकरेंसी का एक साकारात्मक पक्ष यह है कि यह मुख्य रूप से विकेंद्रीकृत हैं। बहुत सी क्रिप्टोकरेंसी को इसका उपयोग करने वाले डेवलपर्स द्वारा और उन लोगों द्वारा नियंत्रित किया जाता है जिनके पास क्रिप्टोकरेंसी सिक्के की एक महत्वपूर्ण राशि है, या किसी संगठन द्वारा इसे बाजार में जारी करने से पहले इसे विकसित करने के लिए नियंत्रित किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी का विकेंद्रीकरण होना मुद्रा के एकाधिकार को मुक्त और नियंत्रण में रखने में मदद करता है ताकि कोई भी संगठन सिक्के के प्रवाह और मूल्य का निर्धारण न कर सके, जो सरकार द्वारा नियंत्रित फिएट मुद्राओं के विपरीत, इसे स्थिर और सुरक्षित रखता है।
6. लेन-देन के लागत नगण्य होना (Cost-effective mode of transaction) -
क्रिप्टोकरेंसी के प्रमुख उपयोगों में से एक है सीमाओं के पार पैसा भेजना। क्रिप्टोकरेंसी की सहायता से, उपयोगकर्ता द्वारा भुगतान की जाने वाली लेनदेन शुल्क न के बराबर या शून्य राशि तक कम हो जाती है। यह वीज़ा या पेपाल जैसे तीसरे पक्ष की आवश्यकता को समाप्त करके लेनदेन को सत्यापित करता है। यह किसी भी लेनदेन के लिए अतिरिक्त ट्राँजैक्शन शुल्क का भुगतान करने की आवश्यकता को हटा देता है।
7. फंड ट्रांसफर करने की तेज विधि (A fast way to transfer of funds) -
क्रिप्टोकरेंसी ने हमेशा खुद को लेनदेन के लिए एक सर्वोत्तम समाधान के रूप में रखा है। क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन चाहे अंतरराष्ट्रीय हो या घरेलू, दोनों ही ट्राँजैक्शन बहुत तेजी से करता है। ऐसा इसलिए संभव हो पाता है क्योंकि सत्यापन की प्रक्रिया (verification Process) में बहुत कम समय लगता है, क्योंकि इसमें तीसरा क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार पक्ष नहीं होने को कारण सत्यापन करने के लिए बहुत कम बाधाओं को पार करना पड़ता है।
क्रिप्टोकरेंसीके नुकसान
Disadvantagesof Cryptocurrency
1. अवैध लेनदेन के लिए इस्तेमाल होने की संभावना – (Possibility for illegal transactions) -
जैसा कि आपको पता है कि क्रिप्टोक्यूरेंसी का लेनदेन बहुत ही गोपनीय एवं सुरक्षित है। जिसके कारण किसी भी देश की सरकार के लिए इसके किसी भी यूजर को उनके वॉलेट के पते से ट्रैक कर पाना या उसके डेटा पर नजर रख पाना अत्यंत ही मुश्किल है। अतीत में बहुत सारे अवैध सौदों में बिटकॉइन का उपयोग पैसे के आदान-प्रदान के एक तरीके के रूप में किया गया है, जैसे - डार्क वेब पर ड्रग्स खरीदना इत्यादि। क्रिप्टोक्यूरेंसी का उपयोग करके लोग अपने कमाई का स्रोत को छिपा सकते हैं और अपनी अवैध रूप से कमाई गई संपत्ति को क्रिप्टोक्यूरेंसी में परिवर्तित कर सकते हैं।
2. डेटा हानि से हो सकता है आर्थिक नुकसान – (Data losses can cause financial losses)
वैसे तो डेवलपर्स, अनट्रेसेबल स्रोत कोड, मजबूत हैकिंग डिफेन्स और अभेद्य ऑथिंटीकेन्टेशन प्रोटोकॉल बनाना चाहते थे, जो भौतिक नकदी या बैंक तिजोरी की तुलना में क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाना सुरक्षित बना देगा। लेकिन अगर कोई उपयोगकर्ता अपने बटुए क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार की निजी कुंजी (personal password) खो देता है, तो उसे वापस नहीं मिल पाएगा और यह वॉलेट इसके अंदर जितने सिक्के होंगे, के साथ हमेशा के लिए बंद हो जाएगा। इससे यूजर को आर्थिक नुकसान होगा।
3. विकेंद्रीकृत लेकिन फिर भी किसी संगठन द्वारा संचालित – (Decentralized but still operated by some organization)
क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत होने की अपनी विशेषता के लिए जानी जाती है। लेकिन, बाजार में कुछ मुद्राओं का प्रवाह और मात्रा अभी भी उनके रचनाकारों और कुछ संगठनों द्वारा नियंत्रित की जाती है। ये धारक इसकी कीमत में बड़े उतार-चढ़ाव के लिए सिक्के में हेरफेर कर सकते हैं। यहां तक कि अत्याधिक कारोबार वाले सिक्के जैसे बिटकॉइन आदि भी इन तोडजोड़ के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं, जिसका मूल्य 2017 में कई बार दोगुना हो चुका है।
4. कुछ सिक्के अन्य फिएट मुद्राओं में उपलब्ध नहीं हैं – (Some coins not available in other fiat currencies)
कुछ क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार केवल एक या कुछ फिएट मुद्राओं में ही किया जा सकता है। यह उपयोगकर्ता को इन मुद्राओं को पहले बिटकॉइन या एथेरियम जैसी प्रमुख मुद्राओं में से किसी एक में बदलने के लिए मजबूर करता है और फिर अन्य एक्सचेंजों के माध्यम से अपनी वांछित मुद्रा में परिवर्तित करता है। यह केवल कुछ क्रिप्टोकरेंसी पर लागू होता है। ऐसा करने से, अतिरिक्त लेनदेन शुल्क प्रक्रिया में जुड़ जाते हैं, जिससे अनावश्यक धन खर्च होता है।
5. पर्यावरण पर खनन के प्रतिकूल प्रभाव – (Adverse Effects of mining on the environment)
क्रिप्टोकरेंसी के खनन के लिए बहुत अधिक कम्प्यूटेशनल शक्ति और बिजली इनपुट की आवश्यकता होती है, जिससे यह अत्यधिक ऊर्जा की खपत करता है। क्रिप्टोकरेंसी के माईनिंग में सबसे ज्यादा ऊर्जा की खपत बिटकॉइन की माईनिंग में होती है। बिटकॉइन माइनिंग के लिए उन्नत कंप्यूटर और बहुत सारी ऊर्जा की आवश्यकता होती है। यह साधारण कंप्यूटरों पर नहीं किया जा सकता है। प्रमुख बिटकॉइन खनिक (Miner) चीन जैसे देशों में हैं, जो बिजली उत्पादन के लिए कोयले का उपयोग करते हैं। इससे चीन के कार्बन फुटप्रिंट में जबरदस्त इजाफा भी हुआ है, जो पूरे विश्व के पर्यावरण के काफी हानिकारक है।
6. हैक के लिए अतिसंवेदनशील – (Susceptible to hacks)
हालाँकि क्रिप्टोकरेंसी बहुत सुरक्षित हैं, लेकिन एक्सचेंज उतने सुरक्षित नहीं हैं। अधिकांश एक्सचेंज, यूजर आईडी को ठीक से संचालित करने के लिए यूजर्स के वॉलेट डेटा को स्टोर करते हैं। यह डेटा हैकर्स द्वारा चुराया जा सकता है, जिससे उन्हें बहुत क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार सारे खातों तक पहुंच मिल सकती है।
एक्सेस मिलने के बाद ये हैकर्स उन अकाउंट से आसानी से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। पिछले वर्षों में बिटफिनेक्स या माउंट गोक्स जैसे कुछ एक्सचेंजों को हैक किया जा चुका है और बिटकॉइन को हजारों और लाखों अमेरिकी डॉलर में चोरी कर लिया गया है। अधिकांश एक्सचेंज आजकल अत्यधिक सुरक्षित हैं, लेकिन हमेशा एक नए हैक होने की संभावना बनी रहती है।
7. कोई धनवापसी या रद्दीकरण की नीति नहीं होना – (No refund or cancellation policy)
यदि संबंधित पक्षों के बीच कोई विवाद है, या यदि कोई व्यक्ति गलती से गलत वॉलेट पते पर धन भेजता है, तो भेजने वाला यूजर पुनः उस सिक्के को प्राप्त नहीं कर सकता है। इसका इस्तेमाल कई लोग दूसरों को धोखा देने के लिए कर सकते हैं।
Cryptocurrency क्या है और कैसे काम करता है?
अब दुनिया में एक नई payment system का प्रचलन बढ़ रही है; क्रिप्टोकरेंसी. शायद अब तक सभी ने Bitcoin के बारे में सुना होगा, जो पहली Cryptocurrency थी. CoinLore के मुताबिक 5,000 से अधिक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी हैं.
ज्यादातर लोगों ने क्रिप्टोकुरेंसी के बारे में सुना है लेकिन, इसे पूरी तरह से नहीं समझे हैं, कि Cryptocurrency क्या क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार है? क्या यह सुरक्षित है और आप इसमें कैसे निवेश कर सकते हैं?
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Cryptocurrency meaning in Hindi
Crypto मतलब secret (गुप्त या गोपनीय) और Currency का मतलब मुद्रा, पैसे या धन जिसे हम क्रय और विक्रय करने के लिए इस्तेमाल करते हैं. यानी यह एक secret या private digital currency है.
Cryptocurrency शब्द “cryptography” नामक एन्क्रिप्शन तकनीकों से लिया गया है, जिसका उपयोग नेटवर्क को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है.
क्रिप्टोकरेंसी को अच्छी तरह से समझने के लिए इसमें इस्तेमाल होने वाले कुछ terms के बारे में हमें जानना होगा:
Ledger: सभी वित्तीय transactions (debits और credits) का हिसाब रखने के लिए जिस डॉक्युमेंट इस्तेमाल किया जाता है उससे Ledger कहते हैं.
Peer-to-Peer network: यह नेटवर्क तब बनता है, जब दो या दो से अधिक PC जुड़े होते हैं और बिना किसी सर्वर कंप्यूटर के संसाधनों को साझा करते हैं.
Blockchain: यह एक विकेन्द्रीकृत, वितरित ledger के रूप में परिभाषित किया जाता है जो अपरिवर्तनीय और पारदर्शी तरीके से digital asset को रिकॉर्ड करता है.
Cryptography: Code के उपयोग के माध्यम से सूचना और संचार का method है, ताकि जिनके लिए यह जानकारी भेजी गई केवल वही, इसे पढ़ और संसाधित कर सकें.
Mining: क्रिप्टोक्यूरेंसी में transaction की पुष्टि करने और उन्हें public ledger में जोड़ने की प्रक्रिया को mining कहा जाता हैं. इस कार्य को करने वाले व्यक्ति को, “Miners” कहते हैं, जो एक जटिल कम्प्यूटेशनल समस्या को हल करते हैं.
क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है?
Cryptocurrency digital या virtual, private मुद्रा (currency) है, जिसे cryptography द्वारा सुरक्षित किया जाता है. यह क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचैन तकनीक पर आधारित है. इसकी सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसे किसी भी देश, सरकार या authority द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता है. यह एक विकेंद्रीकृत network है, जो सरकारी नियंत्रण और हस्तक्षेप से दूर है.
Cryptocurrency Example: Bitcoin, Dogecoin, Ripple, Ethereum etc.
क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत 2009 में हुई थी जो “Bitcoin” थी. इसको जापान के Satoshi Nakamoto नाम के एक इंजीनियर ने बनाया था. शुरुआती दौर में यह उतनी प्रचलित नहीं थी, किन्तु धीरे-धीरे इसके रेट आसमान छूने लगे.
Blockchain क्या है?
ब्लॉकचेन एक विकेन्द्रीकृत तकनीक है जो कई कंप्यूटरों में फैली हुई है और सभी transaction का प्रबंधन और रिकॉर्ड करती है.
क्रिप्टोक्यूरेंसी में, बहत से लोग और उनके कंप्यूटरों का एक नेटवर्क होता है, जो public ledger को maintain करता है. इसमें किये जाने वाले किसी भी transaction को नेटवर्क में मौजूद सभी लोगों द्वारा मान्य किए जाने पर ledger में update किया जाता है. इस तकनीक को ब्लॉकचेन कहा जाता है।
मान ले एक ऐसी किताब है, जहां हर दिन आप जो पैसा खर्च कर रहे हैं उसका रिकॉर्ड है. यहां प्रत्येक page एक block के समान है, और संपूर्ण पुस्तक, एक ब्लॉकचेन है.
धोखाधड़ी को रोकने के लिए, प्रत्येक लेनदेन की जांच के लिए दो मुख्य validation techniques में से एक का उपयोग की जाती है: कार्य का प्रमाण (proof of work) या हिस्सेदारी का प्रमाण (proof of stake).
Cryptocurrency कैसे काम करता है?
- जब हम एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में Cryptocurrency ट्रांसफर करते हैं, तब वह public ledger में update हो जाता है. अगर इस ledger को कोई एक ऑर्गेनाइजेशन या कोई एक व्यक्ति संचालन करें तो वह इसमें गड़बड़ी या हेराफेरी कर सकता है. इसलिए बहुत सारे कंप्यूटर और लोग मिलकर इसे maintain करते हैं.
- ताकि यदि कोई एक व्यक्ति इसमें गड़बड़ी करने की कोशिश करें, तो वह data दूसरे सभी कंप्यूटर से मेल नहीं खाएगा और वह व्यक्ति पकड़ा जाएगा. Peer-to-Peer network के तहत यह काम करता है और इसके लिए जो टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है ब्लॉकचेन.
- ब्लॉकचैन बैंक की तरह कार्य करती है. इसमें जो भी लेनदेन किये जाते हैं, उसका पूरा रिकॉर्ड ब्लॉकचैन में होता है. इस टेक्नोलॉजी की कुछ लोगों द्वारा पॉवरफुल कंप्यूटर्स के माध्यम से निगरानी एवं जांच की जाती हैं. यह क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग प्रोसेस कहा जाता है.
- जैसे बैंक क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार में क्लर्क का कार्य होता हैं, उसी तरह कार्य करने वाले व्यक्तियों को माइनर्स कहा जाता है.
- ये माइनर्स जिनकी निगरानी में माइनिंग का प्रोसेस होता है, यह इतना आसान काम नहीं है. इसके लिए उन्हें विशेष कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर चाहिए और कुछ जटिल गणितीय कोड का समाधानल्व करना होता है. इस काम के लिए माइनर्स को उसी करेंसी में से reward दिया जाता है.
- आपके मन में सवाल होगा कि यदि हर कंप्यूटर में यह ledger maintain हो रहा है तो क्या इसमें कोई privacy है? जी हाँ, इसके लिए इस्तेमाल होता है Cryptography का, जिसमें सबकुछ coded होता है.
- माइनिंग प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एक्सचेंज प्रोसेस आती हैं, जिसमें क्रिप्टोकरेंसी को एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर किया जाता हैं. क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से जब खरीदारी, बिक्री या उसका व्यापार करते हैं, तो कुछ wallet होते हैं जिसमे यह store रहती क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार हैं.
- हर क्रिप्टोकरेंसी में यह तय है कि उसमें कितने coin उत्पत्ति की जाएगी (Bitcoin 21 million). इसलिए इस करेंसी में कीमत निर्भर करता है, इसके demand (मांग) के ऊपर.
क्रिप्टोक्यूरेंसी के फायदे
- क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से सुरक्षित होने की वजह से धोखाधड़ी की उम्मीद बहुत कम है.
- बैंक की तुलना में transaction cost बहत ही कम है.
- आप दिन या रात के किसी भी समय लेनदेन कर सकते हैं, और खरीद और निकासी की कोई सीमा नहीं है.
- मुद्रा विनिमय में उतार-चढ़ाव, और इसी तरह की जटिलताओं के बिना बिदेशों में किए जा सकता है.
- बहुत सारे digital wallets है, जिनके वजह से क्रिप्टो करेंसी को खरीदना,बेचना और इन्वेस्ट करना बहुत ही आसान है.
क्रिप्टोक्यूरेंसी के नुकसान
- क्रिप्टो करेंसी का कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है, इसका मुद्रण नहीं किया जा सकता है.
- इसको कंट्रोल करने के लिए कोई Central authority क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार ना होने की वजह से, कोई असुविधा या शिकायत होने पर आप किसके पास जाएंगे.
- इसका उपयोग गलत कामों जैसे हथियार की खरीद-फरोख्त, ड्रग्स, कालाबाजारी आदि के लिए आसानी से किया जा सकता है.
- इसकी कीमत में कभी बहुत अधिक उछाल और गिरावट देखने को मिलता है, जिसकी वजह से क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना जोखिम भरा सौदा है.
- यदि कोई ट्रांजैक्शन आपसे गलती से हो गया तो आप उसे वापस नहीं मंगा सकते हैं.
क्या Cryptocurrency भारत में Legal है
बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कानूनी रूप से सही है या नहीं! यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस देश से हैं, क्योंकि कुछ देशों में अभी भी क्रिप्टो करेंसी को कानूनी मान्यता नहीं मिली है, लेकिन यह भारत में Legal है. मगर इसमें निवेश, trade करना legal है, परंतु वैध मुद्रा (legal tender of money) नहीं है.
2018 में, RBI ने क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया और सभी बैंकों, वित्तीय संस्थाओं को उनमें व्यापार करने की अनुमति देने से प्रतिबंधित कर दिया था. इसके बाद बिटकॉइन या किसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी को अपने बैंक खाते से ऑनलाइन किसी क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज में फंड ट्रांसफर नहीं कर सकते थे.
लेकिन मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने RBI को कहा कि इस प्रतिबंध को हटा दिया जाए. जिसके बाद से बहुत से लोगों ने क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करना शुरू किया.
क्रिप्टोक्यूरेंसी में कैसे निवेश करें?
फिलहाल बहुत सारे वेबसाइट या apps जिनके मदद से आप क्रिप्टोकरेंसी जैसे Bitcoin, Dogecoin आदि में निवेश, खरीद, बेच सकते हैं.
- CoinMarketCap
- Coinbase
- Wazirx
- Unocoin
- Zebpay
उम्मीद करता हूं क्रिप्टोक्यूरेंसी के बारे में दी गई जानकारी आपको बेहद पसंद आई होगी. यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है तो हमें नीचे कमेंट में पूछ सकते हैं.
cryptocurrency क्रिप्टोकरेंसी क्या होता है। इसके क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार लाभ हानि क्या है।
क्रिप्टो-मुद्रा या क्रिप्टो एक डिजिटल संपत्ति के रूप मे है जिसे एक्सचेंज के माध्यम के रूप में काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। और जिसमें व्यक्तिगत सिक्का स्वामित्व रिकॉर्ड को एक कम्प्यूटरीकृत डेटाबेस के रूप में मौजूदा बहीखाता के रूप में संग्रहित किया जाता है। आज इसके चर्चे हर जगह है।
जब यह शब्द पहले मार्केट मे आया था तो विभिन्न ‘विशेषज्ञों’ द्वारा ‘तकनीकि -बुलबुले ‘ के रूप में इसको खारिज कर दिया गया था। लेकिन अब फिर बदलते दौर मे वैश्विक हस्तियो ने इसको बढ़ावा दे दिया है।
मुद्रा किसी भी रूप में मुद्रा होती है। और जिसका उपयोग विनिमय के माध्यम के रूप में किया जाता है।
क्रिप्टो करेंसी भी उनमे से एक है जो मुद्रा का एक रूप है । और जो पैसे के रूप में कार्य करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग किया जा रहा है।
इससे डिजिटल रूप से कारोबार किया जा सकता है। और यह इस प्रकार कार्य कर रहा है।
1. विनिमय का एक माध्यम के रूप मे
2. खाते की एक इकाई के रूप मे
3. मूल्य का भंडारके रूप मे लेकिन कानूनी निविदा की स्थिति इसमे नही है।
इसको अलग अलग लोंगों के द्वारा इस प्रकार से देखा गया है।
बिल गेट्स के अनुसार
“बिटकॉइन एक तकनीकी माध्यम है जो टूर डी फोर्स हो सकता है।”
टायलर विंकलेवोस (जो की फेसबुक के सह-आविष्कारक)है उनके अनुसार –
“हमने अपना पैसा और विश्वास एक गणितीय ढांचे में लगाने के लिए इसका चुनाव किया है। जो राजनीति और मानवीय त्रुटि से मुक्त है।”
अल गोर (अमेरिका के 45वें उपराष्ट्रपति) के अनुसार –
मैं बिटकॉइन का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। इसका अर्थ यह है कि बिटकॉइन ब्रह्मांड एक एल्गोरिथ्म सरकार के कार्यों को बदल देता है। यह बहुत अच्छा है।
पीटर थिएल (पेपैल के सह-संस्थापक)के अनुसार –
“मुझे लगता है कि बिटकॉइन में दुनिया को बदलने की क्षमता है।”
जॉन मैक्एफ़ी के अनुसार –
आप बिटकॉइन को नहीं रोक सकते। यह हर जगह उपलब्ध होगाऔर इससे दुनिया को फिर से समायोजित करना होगा।
क्रिप्टोकरेंसी के फायदे –
क्रिप्टोकरेंसी को किसी मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं है।
क्रिप्टोकरेंसी का कोई भौगोलिक बाधा नहीं है।
क्रिप्टोकरेंसी सस्ता, सुरक्षित, तेज मुद्रा है।
क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान-
क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है।
क्रिप्टोकरेंसीलेनदेन मे अपरिवर्तनीय हैं।
क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग अवैध गतिविधि या डार्क वेब में हो रहा है।
ब्लॉक श्रृंखला पर निर्धारित –
यह एक ऐसी गतिविधि है जहां व्यक्ति अपनी कंप्यूटिंग क्षमता का उपयोग करके एक परेशान करने वाले 64-अंकीय हेक्साडेसिमल समीकरणों, पहेलियों और हैश के रूप में ज्ञात कोड को हल करने के लिए करता है। क्रिप्टोकरेंसी एक माध्यम है जिसमे लेनदेन को एक ब्लॉक श्रृंखला पर सत्यापित और मान्य किया जाता है। इससे एक नई क्रिप्टोकरेंसी प्राप्त करते हैं।
पहले बैंक था जो मुद्रा के रूप मे निवेश का माध्यम हुआ करता था। अब क्रिप्टोकुरेंसी के साथ लेनदेन सत्यापित क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार करने के लिए कोई मध्यस्थ नहीं बचा है। दुनिया भर में ऐसे हजारों लोग हैं जो अपने लेनदेन को सत्यापित करने के लिए वहां मौजूद हैं।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी की वैधता-
भारत मे ऐसा कोई कानून नहीं है जो क्रिप्टोकरेंसी की खरीद और बिक्री को प्रतिबंधित करता है। यहा पर यह परिसंपत्ति वर्ग है जहां कोई भी निवेश कर सकता है। लेकिन यहा पर इसको कानूनी निविदा नहीं माना जाता है।
भारत मे कोई भी तकनीकी रूप से क्रिप्टोकरेंसी को रोक नहीं सकता। क्योंकि इसमे किसी भी केंद्रीकृत पार्टी आदि का इसपर कोई नियंत्रण नहीं है।
भारत मे पिछले कुछ समय में क्रिप्टो करेंसी की भूमिका एक मुद्रा के रूप में कम हो गईथी जो अब फिर से बढ़ गयी है। इसका एक बहुत छोटा हिस्सा है। यह सोने की तरह एक परिसंपत्ति वर्ग की तरह विकसित हो रहा है।
अब दुनिया मे यह तेजी से विकसित हो रही है। दुनिया के किसी भी देश ने क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। और आगे ईआई सल्वाडोर जैसे कुछ देशों ने बिटकॉइन को लीगल टेंडर का दर्जा भी दे दिया है।
भारत में क्रिप्टो मुद्रा पर कर के प्रभाव और इसका स्वरूप –
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कर योग्यता की स्थिति के बारे में 23 मार्च 2021 को संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बताया था की जिसमें कहा गया है कि आयकर अधिनियम 1961 की धारा 5 के अनुसार यह कुल आय से एक व्यक्ति की सभी आय होगी। और इसके सभी स्रोत चाहे कानूनी हों या नहीं और , कोई भी व्यावसायिक गतिविधि जो क्रिप्टोकरेंसी या संपत्ति से संबंधित हैउस पर जब तक कि विशेष रूप से छूट प्रदान न किया गया हो माल और सेवा कर के तहत कर योग्य है।
और इसी तरहसे “किसी भी सेवा की आपूर्ति यदि विशेष रूप से छूट प्रदान नही की गयी है तो वह जीएसटी के तहत कर योग्य है । और क्रिप्टोकुरेंसी एक्सचेंज से संबंधित किसी भी सेवा को छूट नहीं दी गई हैइसलिए यह भी कर योग्य है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार खुले दिमाग से सभी विकल्पों पर विचार कर रही है। और यह सुनिश्चित करेगी कि निवेशकों के हितों की रक्षा जिसमे हो उसको लागू किया जाए। आरबीआई भारत की अपनी डिजिटल मुद्रा पर भी काम कर रहा है। और सरकार ने एक अंतर-मंत्रालयी समिति की भी गठन किया गया है। जहां पर सचिवों ने एक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।
आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 2 (24) में आय की परिभाषाइस प्रकार से दी गयी है। जिसमे ‘आय’ शब्द ‘लाभ’ या ‘लाभ’ तक सीमित नहीं है। जबकि इस परिभाषा का उद्देश्य ‘आय’ के अर्थ को सीमित करना नहीं है बल्कि आय के स्त्रोत को चौड़ा करना है। भले ही एक रसीद परिभाषित किसी भी खंड के दायरे में क्यो नहीं आती है। फिर भी यह आय की प्रकृति का एक हिस्सा हो सकती है। जब तक कि स्पष्ट रूप से छूट न दी गयी हो।
यदि डिजिटल मुद्रा को मुद्रा के रूप में माना जाता है। तो यह आयकर अधिनियम के अनुसार कर के लिए अतिसंवेदनशील नहीं होगा। परंतु इसका प्राकृतिक अर्थ और न ही आईटी अधिनियम की धारा 2(24) में आय के रूप में क्रिप्टोकुरेंसी ‘पैसा’ या ‘मुद्रा’ मे शामिल किया गया है। हालांकि इसमें ‘मौद्रिक भुगतान’ शामिल है।
क्रिप्टोकरेंसी क्या है? | भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य | What is Cryptocurrency? | Future of Cryptocurrency in India
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल संपत्ति का एक नया रूप है। क्रिप्टोकरेंसी, क्रिप्टोग्राफी द्वारा निर्मित की जाने वाली सुरक्षित डिजिटल/ वर्चुअल करेंसी है। हर क्रिप्टोकरेंसी की अपनी अलग वैल्यू होती है, जिसे कई कारक डिसाइड करते हैं। यह करेंसी कई कंप्यूटरों के नेटवर्क पर आधारित है।
क्रिप्टोकरेंसी सरकारों के अधिकार क्षेत्र में नहीं आती। अवैध गतिविधियों में उपयोग एवं विनिमय दर में अस्थिरता के कारण क्रिप्टोकरेंसी की आलोचना की जा रही है।
क्रिप्टोग्राफी
यह कोड के उपयोग से सूचना और संचार को सुरक्षा प्रदान करने की एक विधि होती है। क्रिप्टोग्राफी के कारण जालसाजी नहीं की जा सकती
क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग
क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वेबसाईट और एप्स के जरिए की जाती है। इन प्लेटफॉर्म पर साइन अप (रजिस्ट्रेशन) के बाद बैंक खाते या डेबिट/ क्रेडिट कार्ड के जरिए भुगतान करके इन्वेस्ट किया जाता है।
क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री के लिए दूसरा विकल्प P2P (पर्सन टू पर्सन) है ।
मार्केट मेँ ढेरों क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स मौजूद हैं जैसे- WazirX, Coinswitch Kuber, Zebpay, CoinDCX GO आदि।
शेयर मार्केट के उलट, ये सभी प्लेटफॉर्म 24 घंटे काम करते है। यहाँ किसी भी दिन और दिन के किसी भी वक्त पैसे का इनवेस्टमेंट और निकासी संभव है ।
क्या है बिटकॉइन?
बिटकॉइन एक डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी यानि वर्चुअल करेंसी या आभासी मुद्रा है। बिटकॉइन का उल्लेख सबसे पहले जापानी प्रोग्रामर सातोशी नकामोतो द्वारा किया गया ।
बिटकॉइन के क्लाइंटस केवल डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं। बिटकॉइन करेंसी पर किसी देश का अधिकार नहीं है।
वर्तमान मेँ देश में प्रमुख बिटकॉइन एक्सचेंज Zebpay, Unocoin, BTCXIndia और Coinsecure हैं।
ब्लॉकचेन तकनीक
एक सुरक्षित नेटवर्क पर लेन-देनों का विकेंद्रीकृत डेटाबेस होता है। नेटवर्क पर उपस्थित किसी भी व्यक्ति द्वारा डेटाबेस पर जानकारी देखना संभव है।
डेटा ब्लॉकों की एक शृंखला को ब्लॉकचेन कहते है। डेटा ब्लॉक एन्क्रिप्शन (Encryption) के माध्यम से सुरक्षित होती है। लेन-देनों को पूरा करने के लिए किसी मध्यस्थ (जैसे-बैंक) की आवश्यकता नहीं होती ।
बिटकॉइन माइनिंग
बिटकॉइन माइनिंग आभासी दुनिया में बिटकॉइन बनाने की प्रक्रिया है ।
बिटकॉइन माइनिंग दो प्रकार से की जाती है-
भारत में क्रिप्टोकरेंसी
- देश में क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर अनिश्चितता का माहौल है।
- PayTM ने क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन की इजाजत देने से किया मना।
- बीते दिनों क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप मेँ करीब $1 ट्रिलियन का नुकसान हुआ, कई बड़े प्लेटफॉर्म क्रैश हुए।
- वित्तीय और भुगतान संस्थानों को क्रिप्टोकरेंसी सेवाएं देने से बैन करने का चीन ने फैसला किया है ।
- कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी प्रचलन में; जैसे- बिटकॉइन, ईथर, रिप्पल, लाइटकॉइन आदि।
- भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर नियंत्रण के लिए Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Bill 2021 पेश करेगी।
- यह विधेयक भारत में प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने के लिए लाया जा रहा है।
- यह विधेयक RBI को डिजिटल करेंसी जारी करने का अधिकार भी देगा।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य
- भारत में क्रिप्टोकरेंसी गैरकानूनी नहीं है; लेकिन अभी तक इसकी सुरक्षा या देखभाल के लिएकोई गवर्निंग बॉडी नहीं है।
अन्य तथ्य
- क्रिप्टोकरेंसी सुरक्षित ऑनलाइन पेमेंट की एक प्रणाली है।
- इस प्रकार मेँ वर्चुअल टोकन का उपयोग किया जाता है। Bitcoin क्रिप्टोकरेंसी का उदाहरण है।
- हाल ही में एल सल्वाडोर (El Salvador) ने इसे legal tender (मान्यता) दी है ।
क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी चुनौतियाँ
- पूरी व्यवस्था के ऑनलाइन होने के कारण सिक्योरिटी का मसला बना रहता है और इसके हैक होने का खतरा भी बना रहता है। इसीलिए इसे असुरक्षित करेंसी माना जा रहा है।
- क्यूंकि ज्यादातर बैंक, क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म के साथ काम करने के लिए क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार तैयार नहीं हैं,जिसने इस लेन-देन की प्रक्रिया को और भी मुश्किल बना दिया है।
- बिटकॉइन की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव होने के कारण अक्सर यह सवाल भी उठता है कि क्या यह एक करेंसी के रूप में काम करने में सक्षम है?
- चूंकि यह किसी केन्द्रीय बैंक द्वारा समर्थित नहीं है इसलिए केवल निजी तौर पर इसका लेन-देन किया जा सकता है।
- इस करेंसी को माइनिंग नामक प्रक्रिया के द्वारा जेनरेट किया जाता है जिसके लिए एक खास किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत पड़ती है। सॉफ्टवेयर पे काम करने के लिए एक बेहतर प्रोसेसर और निर्बाध बिजली आपूर्ति की आवश्यकता होती है जो हमारे देश में अभी मुश्किल है।
- क्रिप्टोकरेंसी को बेहद अस्थिर माना जाता है और इसलिए इसकी ट्रेडिंग करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
- मसलन क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य जनवरी 2021 मेँ बढ़कर $45,000 हो गया था और फिर $30,000 तक गिर गया। फिर क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार एक हफ्ते बाद फिर से बढ़कर $40,000 हो गया था।
- ऐसे में निवेशकों के लिए जोखिम बढ़ जाता है, और निवेशक एक बार में भारी मुनाफा कमा भी सकता है और अचानक से भारी नुकसान भी हो सकता है।
- यूजर्स के लिए क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग भी यूजर फ़्रेंडली नहीं है, क्योंकि इसकी ट्रेडिंग किसी वेबसाईट या एप्प के जरिए होती है।
- यदि आपकी फाइल सर्वर से हट जाए या पासवर्ड गलत हो जाए तो संभव है कि आपके पैसे हमेशा के लिए खो जाए।
- हाल ही में मीडिया में भी कुछ ऐसी ही खबरें देखने को मिली की कुछ लोगों ने अपने लाखों के बिटकॉइन इसीलिए खो दिए क्यूंकि उनके पास पासवर्ड नहीं था या वह अपना पासवर्ड भूल गए हैं।
- बड़ी मुश्किल यह है कि अगर कोई गड़बड़ी हुई तो आप कहीं शिकायत नहीं कर सकते, क्योंकि इस करेंसी का कोई रेगुलेटर या गारंटर नहीं है।
- शेयर बाजार में किसी भी व्यावसायिक इकाई की कीमत का निर्धारण बाजार में मांग के आधार पर किया जाता है लेकिन क्रिप्टोकरेंसी में कीमत की पारदर्शिता नहीं और इसकी अस्थिरता को देखते हुए इसे एक बेहतर ऑप्शन नहीं समझा जा सकता।
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क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के बहाने रायपुर में टीचर से ठगी: ठग ने फोन कर कहा-अच्छा फायदा दिलाऊंगा, फिर ऐंठे 2 लाख और फोन किया बंद
रायपुर के सुंदर नगर क्षेत्र में रहने वाले एक शिक्षक ठगी का शिकार हो गए। ठग ने फोन कर उनसे कहा था कि आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करिए आपको अच्छा फायदा दिलाऊंगा। इसके बाद टीचर से लगभग 2 लाख रुपए ले लिए। मगर टीचर को कुछ फायदा नहीं हुआ। जिसके बाद मामला थाने पहुंचा है। मामला डीडी नगर थाना क्षेत्र का है।
देवेश दुबे दुर्ग जिले के कुम्हारी में टीचर के रूप में पदस्थ हैं। उनके नंबर में 31 अक्टूबर से एक नवंबर के बीच फोन आया था। फोन करने वाले शख्स ने कहा कि मैं क्रिप्टोकरेंसी( डिजिटल रुपए) में पैसे निवेश कराने का काम करता हूं, क्या आप भी इसमें पैसे निवेश करेंगे। उसने ये भी कहा कि यदि आप पैसे निवेश करते हैं तो आपको तुरंत ही अच्छा फायदा मैं दिलावाऊंगा।
बस यही बात सुनकर टीचर उसके झांसे में आ गया और उन्होंने अलग-अलग बार में लगभग 2 लाख रुपए ठग के खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद टीचर ने उससे जब संपर्क करना शुरू किया तो पहले तो उसने फोन नहीं उठाया। इधर, टीचर को कोई फायदा भी नहीं हुआ। कुछ समय बाद ठग का फोन बंद आने लगा। जिसके बाद टीचर ने पुलिस के पास मामले की शिकायत की है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत केस दर्ज किया है।
क्रिप्टोकरेंसी क्या है
क्रिप्टो, एक वर्चुअल करेंसी होती है। इसका उपयोग डिजिटल माध्यम से ही किया जा सकता है। आज के समय में इस डिजिटल मनी का उपयोग और भी अधिक होने लगा है है। अक्सर देश के अलग-अलग जगहों में इस प्रकार की ठगी की वारदातें घटित होती रहती हैं। मगर आप इन सब से बचने के लिए अनजान जॉब सर्चिंग वेबसाइट्स पर कोई भी पेमेंट ना करें। इसके अलावा किसी भी अनजाने नंबर से फोन आने पर ओटीपी या पैसे ट्रांसफर साझा ना करें। आगर आपके साथ ठगी हो भी जाती है तो पुलिस से संपर्क करें।