स्टॉक चयन के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करें

Share kaise kharide our kaise beche?(शेयर कब खरीदना और बेचना चाहिए?)
दोस्तो आज हम जानने वाले है कि स्टॉक मार्केट से online share kaise kharide our kaise beche आज के समय मे यह बहुत स्टॉक चयन के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करें ही आसान है बस आपको एक डिमैट अकॉउंट की आवश्यकता होती है तो चलिए हम विस्तार से जानते है कि हम share kaise kharide or kaise beche.
जब कोई निवेशक शेयर मार्केट में निवेश करना चाहता है या नया नया आता है तो उसके मन में यह सवाल जरूर आता होगा कि शेयर कैसे खरीदें और कैसे बेचे(Share kaise kharide our kaise beche) शुरुआती दिनों में सभी लोगों के लिए यह मुश्किल होता है किंतु धीरे-धीरे यह आसान हो जाता है।
तो दोस्तों आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको यह बताने जा रहा हूँ कि स्टॉक मार्केट मे आये नये लोग घर बैठे आसान तरीके से stock market से share kaise kharide our kaise beche ताकि वे भी stock market से पैसा कमा सके और अपनी शेयर मार्केट की यात्रा सफल व सरल बना सके।
Table of Contents
शेयर कैसे खरीदे? (Share kaise kharide our kaise beche)
शुरुआत करते है कि शेयर खरीदने (Share kaise kharide our kaise beche) के लिये सबसे महत्वपूर्ण बाते क्या होती है।यदि आप शेयर मार्किट में नये नये है तो आपको किसी ब्रोकर के साथ अपना डिमैट या ट्रेडिंग अकॉउंट खोलवाने की आवश्यकता होती है।
डिमैट व ट्रेडिंग अकाउंट खुल जाने के बाद , ब्रोकर आपको ट्रेडिंग app उपयोग करने के लिये User ID और Password प्रदान करता है।
आपको अपने डिमैट या ट्रेडिंग अकॉउंट में, अपने ID और Password द्वारा लॉगिन करना होता है।
यहां तक का सफर तो आसान होता है,इसके बाद सबसे बड़ी चुनौती यह होती है कि हम अपने ट्रेडिंग व होल्डिंग के लिये कोन से शेयर खरीदे।
शेयर खरीदने से पहले आपको यह तय करना होगा कि आप किसी भी शेयर को कितने दिनों के लिये रखना चाहते है यदि आपको शेयर मार्केट से अच्छा रिटर्न्स प्रात करने है तो आपको किसी भी शेयर को लॉन्ग टर्म के लिये खरीदना चाहिए।तथा उसके अनुसार अपने स्टॉक का चुनाव करना चाहिए।
लॉन्ग टर्म (Share kaise kharide our kaise beche) के शेयर का चुनाव करने के लिये आपको उस कंपनी के फंडामेंटल ग्रोथ अर्थात उसके प्रॉफिट ग्रोथ ,सेल्स ग्रोथ उस कंपनी के फ्यूचर प्लानिंग आदि को देखना चाहिए तथा उसे अपने पोर्टफोलियो में रखना चाहिए जिससे हमें फ्यूचर में अधिक से अधिक रिटर्न्स प्रात हो सके।
दूसरी तरफ कई ऐसे भी लोग है जो सिर्फ स्टॉक की उतार चढ़ाव के साथ जा कर पैसा कमाना चाहते है अर्थात सॉर्ट टर्म में पैसा कमाना चाहते है तो ऐसी स्तिति में अधिक वैलिटीलिटी वाले स्टॉक का चयन करना चाहिए तथा उन्हें Intraday trading , Swing trading व position trading के साथ जाना चाहिए। जो मार्किट के चार्ट प्राइस ,इंडिकेटर, सपोर्ट रेसिस्टेन्स आदि का उपयोग कर आसानी से पैसा कमा सकते है।
Share kaise kharide our kaise beche
ऑनलाइन शेयर कैसे खरीदे। online share kaise kharide in hindi
जैसा की मैंने आपको बताया शेयर खरीदने(Share kaise kharide our kaise beche) के लिये आपके पास एक डिमैट अकाउंट की आवश्यता होती है।जिसकी सहायता से आप स्टॉक मार्केट से किसी भी कम्पनी का शेयर आसानी से घर बैठे खरीद सकते है।
किसी भी कंपनी के शेयर को खरीदने के लिये अपने होल्डिंग अवधि के अनुसार स्टॉक का चयन कर उसे अपने डिमैट अकाउंट के वॉचलिस्ट में ऐड कर सकते है।
इस वॉचलिस्ट कि सहायता से आप किसी भी कंपनी के शेयर को आसानी से ट्रैक कर सकते है तथा सही समय आने पर उसे खरीद सकते है।
स्टॉक को ऑनलाइन खरीदने के लिये उस स्टॉक को क्लिक करे तथा BUY बटन पर क्लिक करे।
आपके सामने एक विंडो खुल जाएगी जिसमें आप स्टॉक की मात्रा ,स्टॉक का प्राइस आदि दर्ज कर सकते है।
अगर आप स्टॉक के लंबे समय के लिये रखना चाहते है तो आप NORMAL या CNC ऑप्शन पर चयन करें।
और यदि आप स्टॉक को शार्ट टर्म या intraday के लिये रखना चाहते है तो MIS या INTRADAY का चयन करे।
अगर आपको लिमिट आर्डर का चयन करना है तो उसके लिये आर्डर वलेडीटी (Day या IOC) का चयन करें।
सभी जानकारियां दर्ज होने के बाद आप Submit बॉटन पर क्लिक कर उसे कन्फर्म करे।आपके आर्डर की सभी detail स्टॉक एक्सचेंज तक पहुच जाएगी ऑर्डर या स्टॉक चयन के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करें प्राइस मैच होने पर आपका शेयर buy हो जाएगा।
शेयर कब खरीदना चाहिए ,शेयर खरीदने के नियम
उपर्युक्त जानकारी के अनुसार आप सभी को पता चल गया होगा कि शेयर कैसे खरीदा जाता है ।लेकिन क्या आपको पता है किस शहर खरीदने के लिए एक सफल निवेशक को किन किन नियमों का पालन करना होता है। शेयर खरीदने के कुछ नियम इस प्रकार हैं:-
यदि संभव हो सके तो आप सभी को किसी भी शेयर को शॉर्ट टर्म के लिए नहीं अपितु long term के लिए खरीदना चाहिए जिससे हमें उस शेयर से अच्छा रिटर्न प्राप्त हो सके।
किसी भी कंपनी के शेयर को खरीदने के लिए उस कंपनी का अच्छे से रिचार्ज करना चाहिए तथा उसे टेक्निकल एनालिसिस का भी विश्लेषण करना चाहिए।
किसी भी स्टॉक चयन के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करें शेयर को खरीदने से पहले अपने बजट को देखे अपने रिस्क मैनेजमेंट के हिसाब से ही किसी भी शेयर को खरीदें ,किसी दूसरे के कहे सुने में या फिर भेड़ चाल में ना फंसे।
आप किसी भी कंपनी के शेयर को उसके इंटरिसिक वैल्यू या वास्तविक मूल्य से कम कीमत या उसके आसपास खरीदें जिससे आपको अच्छा खासा रिटर्न प्राप्त हो सके।
शेयर मार्केट के क्रैश होने के बाद जब शेयर मार्केट क्रैश होता है तब सभी शेयर के दाम तथा अच्छे कंपनियों के दाम भी कम कीमत में मिलते हैं उस समय में शेयर को खरीदने पर हमें बाद में अच्छा खासा रिटर्न प्राप्त हो सकता है।
शेयर कब बेचना चाहिए(Share kab bechna chahiye)
अगर आप जान चुके हैं कि शेयर कब – कब और किस समय खरीदना चाहिए। अब बात आती है अच्छे से खरीदने के बाद उस शेर को कब बेचे।
Share आप तभी बेचे जब आपको पैसे की बहुत अधिक जरूरत हो नहीं तो आप शेयर को होल्ड करके रख सकते हैं क्योंकि यह आपको अच्छा खासा रिटर्न प्राप्त करा सकता है।
अच्छे अच्छे शेयर को अपने पोर्टफोलियो में लंबे समय तक रखने से वह एक पैसिव इनकम के समान होता है जिसे डिविडेंट के नाम से जाना जाता है।
जिस प्रकार शेयर खरीदने के लिये प्रॉपर नॉलेज की आवश्यकता होती है ठीक उसी प्रकार शेयर के बेचने के लिये सही समय या सही रणनीति का होना बहुत जरूरी है।
अब हम जानने वाले है कि शेयर कैसे बेचे शेयर बेचने के लिये अपने पोर्टफोलियो सेक्शन में जा कर उसमें जिस शेयर को हम बेचना चाहते है उस स्टॉक को क्लिक करे तथा SELL बटन पर क्लिक करे।
आपके सामने एक विंडो खुल जाएगी जिसमें आप स्टॉक की मात्रा ,स्टॉक का प्राइस आदि दर्ज कर सकते है।
अगर आपको लिमिट आर्डर का चयन करना है तो उसके लिये आर्डर वलेडीटी (Day या IOC) का चयन करें।
सभी जानकारियां दर्ज होने के बाद आप Submit बॉटन पर क्लिक कर उसे कन्फर्म करे।आपके आर्डर की सभी detail स्टॉक एक्सचेंज तक पहुच जाएगी प्राइस मैच होने पर आपका शेयर SELLहो जाएगा।
निष्कर्ष
आज के समय मे शेयर मार्केट में स्टॉक को खरीदना और बेचना बहुत आसान हो गया है बस जरूरी है सही स्टॉक का चयन करना यदि आपने अपने KNOWLEDGE से सही स्टॉक का चयन किया है तो आप आसानी से शेयर मार्केट में ट्रेड कर सकते है।
यहाँ पर आपको ट्रेड या इन्वेस्ट करने के लिये सही स्टॉक ब्रोकर का चयन करना होता है तथा सही ब्रोकर का का चयन कर आप आसानी से ट्रेड या इन्वेस्ट कर सकते है।
आज हमने क्या सीखा ?
आज हमने सीखा कि Share kaise kharide our kaise beche और हम इसे कैसे कर सकते हैं ऑनलाइन स्टॉक कैसे खरीद सकते है और stock खरीदने की स्ट्रेटेजी क्या है।
मैं आशा करता हूं की आपको यह पोस्ट Share kaise kharide our kaise beche पढ़कर शेयर खरीदने और बेचने से जुड़े सारे सवालों के जवाब मिल गए होंगे और मैंने पूरी कोशिश की है कि आपके मन में इससे लेकर जो सवाल है वो सब इस पोस्ट के माध्यम से आप तक पहुँचा सकूँ।
यदि आपके मन में कुछ सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में अपने सवाल पूछ सकते है मैं आपके सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करूंगा और इस पोस्ट को जितना हो सके उतना स्टॉक चयन के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करें शेयर करें ताकि सभी लोगों को स्टॉक मार्केट और उससे जुड़ी सभी जानकारियां सभी तक पहुंचते रहें और सभी आप अपना प्यार ऐसे ही बनाए रखें
कम समय में चाहते हैं मोटा मुनाफा, तो आप ट्रेडिंग ऑप्शन पर लगा सकते हैं दांव
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.
शेयर मार्केट के संबंध में अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. हालांकि, दोनों माध्यमों में निवेशकों का मकसद पैसा कमाना ही होता है, लेकिन इनमें समय अवधि का अंतर होता है. निवेश का संबंध जहां कई वर्षों से है, वहीं ट्रेडिंग में कुछ मिनटों से लेकर कुछ साल तक के लिए पॉजिशन रखा जाता है.
- News18Hindi
- Last Updated : June 11, 2022, 14:52 IST
नई दिल्ली . शेयर मार्केट संबंधित चर्चा होते ही अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. कई लोग ट्रेडिंग और निवेश में फर्क नहीं कर पाते हैं. तो आपको बता दें कि ट्रेडिंग और निवेश के बीच सबसे अहम अंतर समय अवधि का है. निवेश की तुलना में ट्रेडिंग में समय अवधि काफी कम होती है. ट्रेडिंग कई प्रकार की होतीं हैं और ट्रेडर्स स्टॉक में अपनी पॉजिशन बहुत कम समय तक रखते हैं, जबकि निवेश वे लोग करते हैं, जो स्टॉक को वर्षों तक अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं. अगर आप कम समय में मोटा मुनाफा चाहते हैं, तो ट्रेडिंग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है.
सिक्योरिटीज की खरीद-बिक्री की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं. फाइनेंसियल मार्केट की स्थिति और जोखिम के आधार स्टॉक चयन के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करें पर ट्रेडिंग की विभिन्न स्ट्रेटेजी हैं. ट्रेडर्स अपने वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से इनका चयन करते हैं. साथ ही विभिन्न प्रकार की ट्रेडिंग से जुड़े रिस्क और लागत को भी ध्यान में रखते हैं. आइए, यहां हम उन लोकप्रिय ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की चर्चा करते हैं, जो अधिकतर ट्रेडर अपनाते हैं.
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इंट्राडे ट्रेडिंग
शेयर बाजार में महज 1 दिन के कारोबार में भी मोटा प्रॉफिट कमाया जा सकता स्टॉक चयन के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करें है. दरअसल, बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading) कहते हैं. इस स्ट्रेटेजी के तहत शेयर खरीदा तो जाता है, लेकिन उसका मकसद निवेश नहीं, बल्कि 1 दिन में ही उसमें होने स्टॉक चयन के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करें वाली बढ़त से प्रॉफिट कमाना होता है. इसमें चंद मिनटों से ले कर कुछ घंटे तक में ट्रेडिंग हो जाती है. हालांकि, यह जरूरी नहीं कि इंट्रोडे ट्रेडर्स को हमेशा प्रॉफिट ही होता हो. ट्रेडर्स अपना ट्रेड शेयर मार्केट बंद होने से पहले बंद करते हैं और प्रॉफिट या लॉस उठाते हैं. इसमें तेजी से निर्णय लेना होता है.
पॉजिशनल ट्रेडिंग
पॉजिशनल ट्रेडिंग (Positional trading) स्टॉक मार्केट की एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है, जिसमें स्टॉक को लंबे समय तक होल्ड किया जाता है. इस स्ट्रेटेजी के तहत ट्रेडर्स किसी स्टॉक को कुछ महीने से लेकर कुछ साल तक के लिए खरीदते हैं. उसके बाद उस स्टॉक को बेच कर प्रॉफिट या लॉस लेते हैं. उनका मानना होता है कि इतनी अवधि में शेयर के दाम में अच्छी बढ़ोतरी होगी. निवेशक आमतौर पर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल ग्राउंड को ध्यान में रखकर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल को ध्यान में रखकर यह स्ट्रेटेजी अपनाते हैं.
स्विंग ट्रेडिंग
स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading) में टाइम पीरियड इंट्राडे से अधिक होता है. कोई स्विंग ट्रेडर अपनी पॉजिशन 1 दिन से अधिक से लेकर कई हफ्तों तक होल्ड कर सकता है. बड़े टाइम फ्रेम में वोलैटिलिटी कम होने के साथ प्रॉफिट बनाने की संभावना काफी अधिक होती है. यही कारण है कि अधिकतर लोग इंट्राडे की अपेक्षा स्विंग ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं.
टेक्निकल ट्रेडिंग
टेक्निकल ट्रेडिंग (technical trading) में निवेशक मार्केट में मूल्य परिवर्तन की भविष्यवाणी करने के लिए अपने टेक्निकल एनालिसिस ज्ञान का उपयोग करते हैं. हालांकि, इस ट्रेडिंग के स्टॉक चयन के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करें लिए कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं है. इसमें पॉजिशन 1 दिन से लेकर कई महीने तक रखा जा सकता है. शेयर मार्केट में कीमतों में उतार-चढ़ाव को निर्धारित करने के लिए अधिकतर ट्रेडर्स अपने टेक्निकल एनालिसिस स्किल का उपयोग करते हैं. टेक्निकल एनालिसिस के तहत देखा जाता है कि किसी खास समय अवधि में किसी शेयर की कीमत में कितना उतार-चढ़ाव आया. इस अवधि में इसकी ट्रेड की गई संख्या में क्या कभी कोई बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है.
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स्टॉक मार्केट में अपने नुकसान को कम करना चाहते है? तो इन 5 स्ट्रेटेजी को अपनाएं
निवेश का उद्देश्य मुनाफा है, शेयर बाजार में नुकसान की संभावना हमेशा मौजूद रहती है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इसलिए, हम नुकसान को पूरी तरह से दूर नहीं कर सकते हैं, लेकिन इसकी संभावना को कम करने के तरीके खोज सकते हैं।
How to Minimize Stock Market Risk: कोई भी इन्वेस्टर ऐसी सिक्योरिटीज या स्टॉक नहीं खरीदता है, जिनसे भविष्य में कीमतों में गिरावट की आशंका हो। हालांकि सभी के लिए निवेश का उद्देश्य मुनाफा है, शेयर बाजार में नुकसान की संभावना हमेशा मौजूद रहती है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इसलिए, हम नुकसान को पूरी तरह से दूर नहीं कर सकते हैं, लेकिन इसकी संभावना को कम करने के तरीके खोज सकते हैं।
आइए अपने घाटे को प्रबंधित करने और मुनाफे को बढ़ावा देने के लिए कुछ स्ट्रेटेजी को देखें।
1) स्टॉप लॉस स्ट्रैटेजी
इस स्ट्रैटेजी के साथ आप खास शेयरों को खरीदने या बेचने के लिए स्टॉप-लॉस ऑर्डर दे सकते हैं जब वे किसी विशेष प्राइस लेवल पर पहुंच जाते हैं। उदाहरण के लिए मान लीजिए कि आप कंपनी XYZ के शेयर 50 रुपये प्रति शेयर पर खरीदते हैं। अपने घाटे को नियंत्रित करने के लिए, आप प्रति शेयर 48 रुपये के लिए स्टॉप-लॉस ऑर्डर दर्ज करते हैं। इसलिए अगर कीमतें 48 रुपये तक गिरती हैं, तो आपके शेयरों को और किसी भी नुकसान से बचने के लिए बेच दिया जाएगा। आप ट्रेलिंग स्टॉप लॉस भी सेट कर सकते हैं जो विशेष रूप से महत्वपूर्ण है यदि आप अपने द्वारा किए गए लाभ को बनाए रखना चाहते हैं। स्टॉप लॉस के पीछे, स्टॉप लॉस का लेवल बढ़ता है क्योंकि इक्विटी की कीमत बढ़ जाती है।
2) एंट्री पॉइंट की पहचान करें
जल्दबाजी में स्टॉक में प्रवेश करने से पहले एक ट्रेंड की पुष्टि करना महत्वपूर्ण है। ब्रेकआउट की पहचान करना सही एंट्री पॉइंट प्रतीत हो सकता है। लेकिन यह जरूरी है कि पहले घबराहट में निर्णय लेने के बजाय ट्रेंड का ठीक से अध्ययन किया जाए। एंट्री पॉइंट पर निर्णय लेते समय दो बातों का ध्यान रखना चाहिए -
● सबसे पहले, कीमतों को काफी हद तक स्थिर किया जाना चाहिए।
● अगर ब्रेकआउट असामान्य लगता है, तो आपको कीमतों के सही ढंग से प्रतिबिंबित होने की प्रतीक्षा करनी चाहिए।
3) एग्जिट पॉइंट की पहचान
किसी पोजीशन को बंद करने के लिए, स्टॉक के लिए एक एग्जिट पॉइंट की पहचान करना भी उतना ही जरूरी है। घाटे को कम करने या निर्धारित लाभ लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एग्जिट पॉइंट की योजना बनाई गई है। आप किसी भी समय स्टॉक से बाहर निकलने के लिए मार्केट ऑर्डर का उपयोग कर सकते हैं या स्टॉप-लॉस ऑर्डर सेट कर सकते हैं अगर ट्रेंड प्रतिकूल दिशा में आगे बढ़ रहा है।
4) सेल सिग्नल की पहचान
आपको बेचने के संकेत को पकड़ने के स्टॉक चयन के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करें लिए सतर्क रहना चाहिए जो आपको बताता है कि यह स्टॉक बेचने का समय है। एक बिक्री संकेत एक शर्त या मूल्य स्तर है जिसके आगे निवेशक को नुकसान हो सकता है। यह एक स्टॉक के फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस पर आधारित है जिसमें कंपनी के फाइनेंसियल डिटेल से प्राप्त कई महत्वपूर्ण पैरामीटर शामिल हैं। यह महत्वपूर्ण है कि निवेशक इन संकेतों पर नजर रखे और उचित तरीके से कार्य करे। कुछ चीजें जिनकी आपको जांच करने की आवश्यकता है वे हैं-
● रिलेटिव स्ट्रेंथ स्ट्रेटेजी (RSI)
इंडस्ट्री, मार्केट कैपिटलाइजेशन और अन्य फैक्टर के संदर्भ में विविध शेयरों में निवेश करना अच्छा अभ्यास है। चयन इस तरह से होना चाहिए कि अगर कोई स्टॉक किसी विशेष स्थिति में गिरता है, तो पोर्टफोलियो के अन्य स्टॉक अप्रभावित रहते हैं और कम से कम नुकसान को कवर कर सकते हैं।
नुकसान शेयर बाजारों में व्यापार का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। लेकिन ऊपर चर्चा की गई रणनीतियों को लागू करने और बाजार की स्थिति से सतर्क रहने से आपको अपने नुकसान को एक हद तक कम करने में मदद मिल सकती है।
Best Share Market Books In Hindi In 2022 | शेयर मार्किट बुक्स
आज हम इस आर्टिकल में आपको Share Market Books for Beginners in Hindi के बारे में बताएंगे दोस्तों शेयर मार्केट में लोगों की रुचि दिन पर दिन बढ़ती जा रही है और कुछ नए इन्वेस्टर या फिर जो इन्वेस्ट करना चाहते है उनके लिए इसे समझना थोड़ा चुनौती पूर्ण होता है क्योंकि उन्हें शेयर मार्केट के बारे में सही नॉलेज नहीं होती और वो किसी के बहकावे में आकर स्टॉक्स में इन्वेस्ट कर देते है फिर बाद में उनका पैसा डूब जाता है ऐसे में आपको पहले शेयर मार्किट में लर्निंग की जरूरत होती है इसलिए आज हम आपको शेयर मार्केट से जुड़ी Share Market Books In Hindi के बारे में बताएंगे और इन बुक्स को आपको जरूर पढ़ना चाहिए
Best Share Market Books In Hindi
आइए जानते हैं Share Market Books for Beginners in Hindi शेयर मार्केट लर्निंग के लिए बेस्ट बुक्स के बारे में और अगर आपको शेयर मार्केट में नए हैं या फिर आप शेयर मार्केट के बारे में जानना चाहते हैं तो मैं आपको ऐसे ही Best Share Market Books In Hindi के बारे में बताऊंगा
1. The intelligent Investor | द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर
यदि आप शेयर मार्केट के बारे में अच्छे से जानना चाहते हैं तो मैं आपसे सिफारिश करूंगा कि आप द इंटेलीजेंट इन्वेस्टर बुक का चयन करें क्योंकि इस बुक्स में शेयर मार्केट के बारे में एक दम बेसिक स्टॉक चयन के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करें से जानकारी दी गई है और यह अब तक की बेस्ट शेयर मार्केट लर्निंग बुक्स भी है और यह बुक शेयर मार्केट की बाइबिल के रूप में जानी जाती है और यह बुक महान इन्वेस्टर बेंजामिन ग्राहम के द्वारा लिखी गई है
आप इस बुक में शेयर मार्केट की संपूर्ण जानकारी और अपने लाभ को कैसे बढ़ाया जाए और आप अपने इमोशन पर काबू कैसे रखें और फाइनेंस विश्लेषण के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त कर पायेंगे
Hindi Edition – Buy Now
2. Rich Dad’s Guide to Investing | रिच डैड्स गाइड टू इन्वेस्टिंग
दोस्तों इस बुक को रॉबर्ट कियोसकी द्वारा लिखा गया है और रॉबर्ट कियोसकी एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अपनी इन्वेस्टिंग के स्ट्रेटजी के दम पर ना सिर्फ अपनी जिंदगी बल्कि लाखों लोगों की लाइफ में बदलाव लाया है और वह एक महान इन्वेस्टर व बिजनेस कोच भी रह चुके हैं और रॉबर्ट कियोसकी रिच डैड गाइड इन्वेस्टिंग बुक्स के फाउंडर भी है
इस बुक में आपको इन्वेस्टिंग करने के बेहतरीन टिप्स व आप अपना रिच माइंडसेट कैसे बना सकते हैं और यह भी जाने को मिलेगा कि अमीर कैसे बना जा सकता है और इस बुक से शेयर मार्केट समझ में पहले बेहतरी होगी
Hindi Edition – Buy Now
3. Intraday Trading Ki Pehchan
यह बुक भी शेयर मार्केट सीखने के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि बहुत से इन्वेस्टर इंट्राडे ट्रेडिंग के द्वारा ही शेयर बाजार में इन्वेस्ट करते हैं और यह जल्दी पैसे कमाने का शेयर मार्किट में अच्छा विकल्प होता है
दोस्तों इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको टिप्स और ट्रिक्स के बारे में पता होना चाहिए क्योंकि जब आपको इनके तरीके के बारे में पता होगा तभी आप इसमें लाभ कमाने के लिए ज्यादा अवसर मिलेंगे और उतना ही पैसे डूबने की संभावना कम होंगी
इस बुक में आपको इंट्राडे ट्रेडिंग और मार्केट सिक्योरिटी के बारे में और इसके अलावा रिस्क कंट्रोल और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट में के बारे में सीखने को मिलेगा
Hindi Edition – Buy Now
4. Kaise Stock Market Mein Nivesh Kare
इस बुक को सीएनबीसी आवाज टीवी चैनल द्वारा लांच किया गया है और इस बुक में आपको भारतीय शेयर मार्केट के बारे में ओर अच्छे से समझ पाएंगे क्योंकि इसमें शेयर मार्केट से जुड़ी सारी बातें सारी बुनियादी बातों को सरल व आसान शब्दों में समझाया गया है
इस बुक के द्वारा आप शेयर मार्किट का विश्लेषण करना सीख पाएंगे और किसी स्टॉक में निवेश करने से पहले क्या ध्यान रखना चाहिए इसके अलावा शेयर मार्केट में निवेश के दौरान होने वाली गलतियों कैसे बचे और यह कैसे काम करता है इसके बारे में ओर अच्छे से समझ पाएंगे
Hindi Edition – Buy Now
5. ट्रेडनीति – कैसे बने सफल प्रोफेशनल ट्रेडर
Share Market Books for Beginners in Hindi – यह बुक शेयर बाजार में रूचि रखने वाले व नए इन्वेस्टर के लिए सबसे बेस्ट बुक मानी जाती है क्योंकि यह बुक भारतीय लेखक द्वारा लिखी गयी है और इनका नाम युवराज कलशेट्टी है और इस बुक की खास बात यह भी है कि इसमें आपको एक ही बुक में शेयर बाजार से जुड़ी सारी जानकारी सरल व आसान भाषा में मिल जाएगी जिससे नए इन्वेस्टर को शेयर बाजार से जुड़ी चीजों को समझना बहुत ही आसान हो जाएगा
इस बुक में आप सीखेंगे कि सही स्टॉक को चुनाव व शेयर बाजार के रिस्क को कैसे समझ सकेंगे और सही समय पर स्टॉक चुनना सीखेंगे और इसके अलावा यह भी सीखेंगे फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करे व टेक्निकल एनालिसिस के बारे में भी सीखेंगे
Hindi Edition – Buy Now
6. रिच डैड पुअर डैड
दोस्तों यह बुक नए इन्वेस्टर के लिए या फिर जो लोग इन्वेस्ट करना चाहते है उनके लिए यह बुक बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योकि इस बुक में पैसों का मैनेजमेंट करने के लिए अच्छे तरीके बताए गए हैं और इस बुक के लेखक के रूप में सर्वाधिक विख्यात रॉबर्ट कियोसाकी ने पूरे संसार के करोड़ों लोगों से पैसे संबंधी सोच को चुनौती दी और उनके सोचने के नज़रिये को बदल दिया और उन्होंने इस बुक को 1997 में लेखा था रिच डैड पुअर डैड की बुक अंतरराष्ट्रीय बेस्ट सेलर के लिस्ट में शामिल रही है
आप इस बुक को पढ़कर आपको पैसे के समझ अच्छे से आ जाएगी जिससे आप जान पाएंगे कि पैसों को अपने लिए इस्तेमाल करके अमीर कैसे बन सकते है जिससे कि भविष्य में आपको पैसे से संबंधित किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी और इस बुक में फाइनेंस से जुड़ी सारी बातें अच्छे से बताई गई है इसलिए आपको इस बुक को एक बार जरूर पढ़ना चाहिए
Hindi Edition – Buy Now
NOTE – दोस्तों मनी सेविंग हिंदी साइट पर आपको सिर्फ बेस्ट शेयर मार्केट बुक्स के बारे में सजेस्ट किया गया है वो भी सिर्फ एजुकेशनल परपज के लिए उपलब्ध की गयी है जिससे कि आपको Share Market की बेस्ट बुक्स आसानी से उपलब्ध हो पाए
मै आशा करता हूँ कि आपको Best Share Market Books In Hindi इसे आर्टिकल से सम्बंधित जानकरी पसंद आई होगी इस आर्टिकल में बताई गई शेयर मार्किट की सभी बुक्स अच्छे लेखक द्वारा लिखी गयी है आपको इन बुक्स को पढ़ने के बाद शेयर मार्केट की समझ काफी हद तक आ जाएगी
शेयर मार्केट सीखने के लिए बेस्ट बुक कौन सी है?
Ans. 1. द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर, 2. रिच डैड्स गाइड टू इन्वेस्टिंग, 3. ट्रेडनीति,
स्टॉक चयन के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करें
Share Market Complete Course from www.tradeniti.स्टॉक चयन के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करें in / 9021167890
१. क्या है टेक्नीकल एनालिसिस और इसे ट्रेडिंग और निवेश के लिए कैसे इस्तेमाल किया जाए ।
२. कैसे टेक्नीकल एनालिसिस ने इतिहास में सबसे बड़े निवेशकों का ईजाद किया ।
३. डाउ थियरी
४. जेपनीस कैंडलस्टिक पैटर्न्स
५. चार्ट पैटर्न्स – रिवर्सल्स और कंटिन्यूएशन
६. अन्य रिवर्सल और ट्रेड सेटअप्स
७. बेयर सेटअप बेयर ट्रैप
८. पैनिक सेल ऑफ ग्रीडी ब्लो
९. शार्ट टर्म फिनोमिना
१०. सपोर्ट रेसिस्टेन्स – चैनल और ट्रेंड लाइन
११. गैप्स और गैप्स ट्रेडिंग रणनीति
१२. बॉटम लाइन ऑन नोन थिंग्स इन पब्लिक.
कैसे करें सही स्टॉक का चयन इंट्रा दे के लिए और लंबी अवधि के निवेश के लिए
लोन टर्म निवेश की रणनिती
सभी महत्त्व पूर्ण जानकरियां
सट्टेबाज की नजरिये से चैट्स
कैसे कमाए सिमित प्रीमियम आर्बिट्रा , वि वप और ऑप्शन से प्रीमियम
ज्यादा जोखिम वाले शेयर्स का चयन और मैनेजमेंट
ट्रायल और एरर
ऑटोमेटेड ट्रेडिंग सिस्टम और बुनियादी नियम
एलियट थियरी और टरटल ट्रेडिंग सिस्टम
ट्रेंड फॉलोविंग , मोमेंटम ट्रेडिंग , रिवर्सल ट्रेडिंग इत्यादि ट्रेडिंग रणनीतियां
प्रोफेशनल ट्रेडर
पूंजी नियोजन
जोखिम और ऑर्डर टाइप
कैसे बचें भावनात्मक ट्रैप से
स्टॉप लॉस
ट्रेडिंग नियम ६०
बौरें बफे से क्या सीखें
ट्रेडिंग मनोविज्ञान
केस स्टडी – शेयर्स , कमोडिटी और करंसी
न्यूज विरुध्द चार्ट्स
ट्रेडिंग प्लान
ट्रेडिंग फॉर लिविंग या ट्रेडिंग अस आ फुल टाइम बिजनेस [नॉट जॉब]
अंतिम टिप्स
कैसे शुरू करें
ज्ञान और लाइव मार्किट
इंडिकेटर्स – लीडिंग और लैगिंग
ओवर लैस
टेक्नीकल टर्म्स – ब्रेक आउट , डेड कैट ओस इत्यादि अंक
वर्ड मार्किट इंटर रिलेशन
इकोनॉमी डाटा
ब्रोकर और डिस्काउंट ब्रोकर
दैनंदिन जरूरतें और ट्रेडिंग से कमाई
ट्रेडिंग एक व्यवसाय है जॉब नहीं
क्या करें जब ऐसा हो
क्या है पेपर ट्रेडिंग
क्यों न करें ट्रेडिंग इन विशिष्ट परिस्थितियों मन उम्र , इवेंट और पर्सनल फायनांस
. कैसे बने सफल प्रोफेशनल ट्रेडर