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BharatPe ने Payback India का किया अधिग्रहण, जानें इस डील के बारे में सबकुछ

BharatPe

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  • Last Updated : June 11, 2021, 01:00 IST

नई दिल्ली: भुगतान एवं लोन सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी भारतपे ने गुरुवार को कहा कि उसने अमेरिकन एक्सप्रेस और आईसीआईसीआई इंवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिक फंड से पेबैक इंडिया (व्यापार पेबैक Payback India) का अधिग्रहण किया है. कंपनी ने हालांकि इस सौदे के वित्तीय विवरण का खुलासा नहीं किया. भारतपे (Bharat Pe) ने एक बयान में कहा कि यह उसके द्वारा पहला अधिग्रहण है और पेबैक इंडिया, भारतपे की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन जाएगी.

पेबैक इंडिया की शुरुआत 2010 में हुई थी. देश में इसके उपयोगकर्ताओं की संख्या 10 करोड़ से अधिक है. इसके पास 100 से अधिक ऑफलाइन और ऑनलाइन भागीदारों का नेटवर्क है और यह अपने ग्राहकों को अपने भागीदार मर्चेंट आउटलेट पर प्रत्येक लेनदेन पर अंक अर्जित करने और उन्हें भुनाने की सुविधा देता है.

भारत पे ने पेबैक इंडिया का अधिग्रहण किया

भारत में व्यापारियों के लिए वित्तीय सेवा कंपनी भारत पे ने गुरुवार को कहा कि उसने एक सौदे के तहत अमेरिकन एक्सप्रेस और आईसीआईसीआई इन्वेस्टमेंट्स स्ट्रैटेजिक फंड से पेबैक इंडिया का अधिग्रहण किया है। सौदे की रकम का खुलासा नहीं किया गया है और यह कंपनी का पहला अधिग्रहण व्यापार पेबैक सौदा है।

अधिग्रहण के बाद पेबैक इंडिया भारत पे की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन जाएगी। पेबैक इंडिया की स्थापना 2010 में की गई थी और यह 10 करोड़ से अधिक सदस्यों के साथ सबसे बड़ा मल्टी ब्रांड लॉयल्टी कार्यक्रम है। इसके पास 100 से अधिक ऑफलाइन एवं ऑनलाइन भागीदारों का नेटवर्क है। यह अपने ग्राहकों को अपने साझेदार व्यापारी के आउटलेट पर होने वाले हरेक लेनदेन पर अंक अर्जित करने और उसे भुनाने का अवसर प्रदान करती है। इस अधिग्रहण से भारत पे को अपने व्यापार भागीदारों के लिए मूल्य अनुपात को बेहतर करने में मदद मिलेगी।

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पेबैक इंडिया ने अपोलो फार्मेसी के साथ रणनीतिक साझेदारी की घोषणा व्यापार पेबैक की

बिजऩेस रेमेडीज/नई दिल्ली
भारतपे की कंपनी और देश के सबसे बड़े मल्टी-ब्रांड लॉयल्टी प्रोग्राम पेबैक इंडिया ने आज भारत की सबसे बड़ी फार्मेसी अपोलो फार्मेसी के साथ एक रणनीतिक गठबंधन की घोषणा की। यह फार्मेसी उद्योग में पेबैक इंडिया के लिए अपनी तरह की पहली साझेदारी है। कंपनी ने घोषणा की कि यह साझेदारी पेबैक को अपने 100 मिलियन से अधिक सदस्य आधार पर ग्राहक जुड़ाव बढ़ाने के साथ-साथ 4500 अपोलो फार्मेसी आउटलेट्स में नए ग्राहकों को अपने साथ जोडऩे में मदद करेगी।
योग्य पेबैक सदस्य अपोलो फार्मेसी आउटलेट्स पर अपनी खरीदारी पर अंक अर्जित करने में सक्षम होंगे। सभी सदस्य रियायती बिलिंग का आनंद लेने के लिए अपोलो फार्मेसी आउटलेट्स पर अपने इक_ा किए गए लॉयल्टी व्यापार पेबैक पॉइंट्स को भुनाने में सक्षम होंगे। यह दोनों के लिए फायदे का सौदा है क्योंकि अपोलो फार्मेसी को पेबैक के बड़े सदस्य आधार तक पहुंच प्राप्त होगी और पेबैक को अंक अर्जित करने और भुनाने वाले उपभोक्ताओं को अपने साथ जोडऩे का अवसर मिलेगा। इसके अतिरिक्त, अपोलो फार्मेसी पेबैक द्वारा ग्राहकों के बारे में जुटाई गई जानकारी का लाभ उठाने में सक्षम होगी ताकि अपसेलिंग, क्रॉस-सेलिंग, नए ग्राहकों को जोडऩा और उन्हें कायम रखने की सुविधा मिल सके।
इस साझेदारी के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए पेबैक इंडिया के सीईओ रिजिश राघवन ने कहा कि पार्टनर नेटवर्क को मजबूत करने से संबंधित हमारी विकास रणनीति के हिस्से के रूप में, हम नए वर्टिकल में व्यापार पेबैक विस्तार करने के साथ-साथ हाई फ्रीक्वेंसी कैटेगरी पर आक्रामक रूप से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। लॉयल्टी स्टैंडपॉइंट के लिहाज से फार्मेसी एक ऐसा सेक्टर है, व्यापार पेबैक जिसका अभी पूरी तरह इस्तेमाल नहीं हुआ है। ऐसे में भारत की सबसे बड़ी और सबसे प्रसिद्ध फ़ार्मेसी श्रृंखलाओं में से एक, अपोलो फार्मेसी के साथ इस साझेदारी के माध्यम से इस कैटेगरी में प्रवेश करते हुए हमें प्रसन्नता हो रही है। पेबैक इंडिया में हम ‘पहले ग्राहक’ वाली फिलॉस्फी का पालन करते हैं और हमने हमेशा बेहतर ग्राहक जुड़ाव, अनुभव और पुरस्कारों पर ध्यान केंद्रित किया है। मुझे विश्वास है कि यह साझेदारी हमारे सदस्यों को रिवॉर्ड प्वॉइंट्स को एकत्र करने में तेजी लाने और उनके प्वॉइंट्स को भुनाकर खरीदारी के दौरान पैसे बचाने के लिए अवसर प्रदान करने के हमारे उद्देश्य को आगे बढ़ाएगी।
साझेदारी के बारे में टिप्पणी करते हुए पी जयकुमार, सीईओ, अपोलो फार्मेसी ने कहा, कि यह साझेदारी सबसे बड़े मल्टीब्रांड लॉयल्टी प्रोग्राम और भारत की सबसे बड़ी फार्मेसी श्रृंखला को एक साथ लाती है। बढ़ते उपभोक्ता व्यवहार के साथ, यह आवश्यक है कि हमारे उपभोक्ताओं के पास न केवल व्यापार पेबैक स्टोर के अंदर उत्पाद और सेवाओं के मामले में बल्कि भुगतान के मामले में भी विकल्प हों। जैसे-जैसे सभी क्षेत्रों में ग्राहकों की संख्या में सुधार होगा, हम देखेंगे कि अधिक से अधिक उपभोक्ता अपनी खरीदारी का और अधिक मूल्य तलाश करने का प्रयास करेंगे। ऐसी स्थिति में दवा खरीद पर पैसे व्यापार पेबैक बचाने का विकल्प उनके लिए बहुत मददगार साबित होगा।
पेबैक इंडिया एक अनूठा लॉयल्टी प्रोग्राम है, जिसे ग्राहकों के साथ जुडऩे और बाद में भुनाने लायक लॉयल्टी पॉइंट्स के साथ उनकी खरीदारी के लिए उन्हें पुरस्कृत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। वर्तमान में, पेबैक सदस्य इनस्टोर और ऑनलाइन 100 से अधिक ब्रांडों पर अंक अर्जित कर सकते हैं और उन्हें चुनिंदा ब्रांड भागीदारों के लिए या प्रमुख ब्रांडों के उत्पादों और वाउचर के लिए रिडीम कर सकते हैं। पेबैक इंडिया के भागीदारों में रिटेल, फ्यूल, बैंकिंग, भुगतान, मनोरंजन, हॉस्पिटेलिटी और यात्रा सहित कई उद्योगों के प्रसिद्ध ब्रांड शामिल हैं। इसके कुछ प्रमुख साझेदारों में एचपीसीएल, बुकमाईशो, थॉमस कुक इंडिया, अमेजॉन, फ्लिपकार्ट और अन्य कई शामिल हैं।

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