शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर

सेंसेक्स के तीस शेयरों में टाइटन, टेक महिंद्रा, मारुति सुजुकी इंडिया, विप्रो, नेस्ले इंडिया, टीसीएस, लार्सन एंड टूब्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाटा स्टील और एचडीएफसी में गिरावट रही.दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में डा. रेड्डीज लेबोरेट्रीज, एशियन पेंट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज लि., भारती शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक शामिल हैं सेक्टर इंडेक्स में रियल्टी इंडेक्स शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली इंडेक्स आज 1.22 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ है. वहीं सरकारी बैंकों में आधा प्रतिशत की बढ़त रही है. ऑयल एंड गैस, मीडिया और मेटल भी आज हरे निशान में रहे हालांकि इनकी बढ़त आज सीमित थी. दूसरी तरफ कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर करीब 2 प्रतिशत और आईटी सेक्टर इंडेक्स एक प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुआ है. ऑटो, हेल्थकेयर और एफएमसीजी सेक्टर में आधा प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली.
Market Last Week: सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों का मार्केट कैप 2.29 लाख करोड़ रुपये घटा, LIC को सबसे ज्यादा नुकसान
By: एजेंसी | Updated at : 12 Jun 2022 08:40 PM (IST)
शेयर बाजार (फाइल फोटो)
Stock Market Last Week: बीता हफ्ता शेयर बाजार के लिए फिर गिरावट का दौर लेकर आया. सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन (मार्केट कैप) में बीते हफ्ते सामूहिक रूप से 2.29 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई. सबसे अधिक नुकसान में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) रही.
सेंसेक्स और निफ्टी में रहा बिकवाली का दौर
बीते हफ्ते शेयर बाजारों में जबर्दस्त बिकवाली का दौर चला. बीते हफ्ते बीएसई का सेंसेक्स 1,465.79 अंक यानी 2.63 फीसदी नीचे आया. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 382.50 अंक यानी 2.31 फीसदी का नुकसान देखा गया.
रिलायंस इंडस्ट्रीज, TCS, इंफोसिस सभी गिरे
समीक्षाधीन सप्ताह में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैपिटलाइजेशन 44,311.19 करोड़ रुपये घटकर 18,36,039.28 करोड़ रुपये रह गया. सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों- टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस के बाजार मूल्यांकन में सामूहिक रूप से 45,746.13 करोड़ रुपये की गिरावट आई. टीसीएस का मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर 12,31,398.85 करोड़ रुपये रह गया. वहीं इन्फोसिस का मूल्यांकन 6,21,502.63 करोड़ रुपये पर आ गया.
शेयर बाजार में शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर लगातार तीसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 233 अंक गिरकर बंद
TV9 Bharatvarsh | Edited By: सौरभ शर्मा
Updated on: Mar 25, 2022 | 6:02 PM
शेयर बाजार में शुक्रवार (stock market today) को लगातार तीसरे दिन गिरावट रही और प्रमुख इंडेक्स (Sensex and nifty) आज करीब आधा प्रतिशत नुकसान में रहे. वैश्विक शेयर बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले एचडीएफसी बैंक, टीसीएस और इन्फोसिस में गिरावट से बाजार नीचे आया. आज के कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 233.48 अंक यानी 0.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,362.20 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर एक समय यह 495.44 अंक लुढ़क कर 57,100.24 पर पहुंच गया था. इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) 69.75 अंक यानी 0.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,153 अंक पर बंद हुआ.
क्यों आई बाजार में गिरावट
शेयर बाजार में आज की गिरावट विदेशी बाजारों से मिले कमजोर संकेतों की वजह से देखने को मिली है. जुलियस बेअर के कार्यकारी निदेशक मिलिंद मुचाला ने कहा, ‘‘भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है. वैश्विक मार्चे पर खासकर भू-राजनीतिक स्थिति तथा फेडरल रिजर्व के फिर से नीतिगत दर बढ़ाने की खबरों को लेकर बाजार में प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. बाजार के लिये अल्पकाल में दो प्रमुख चुनौतियां मुद्रास्फीति दबाव का बने रहना और बांड प्रतिफल में तेजी है.’’एशिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई कंपोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहा जबकि जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी मामूली लाभ में रहे. अमेरिकी शेयर बाजार बृहस्पतिवार को बढ़त के साथ बंद हुआ. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 1.44 प्रतिशत की गिरावट शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर के साथ 117.32 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.
ग्रोथ स्टॉक्स में खरीदी शुरू: शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर श्रीकांत चौहान
कोटक सिक्युरिटीज (Kotak Securities) के रिसर्च हैड श्रीकांत चौहान ने कहा कि विश्व स्तर पर ऑयल, मेटल और एग्री कमोडिटीज की कीमतों में आई भारी गिरावट के बाद अंतर्राष्ट्रीय निवेशक यह मान रहे हैं कि अब महंगाई दर पीक ऑउट हो चुकी है तथा यूएस फेडरल रिजर्व अपनी अगली मीटिंग में आक्रामक रूख नहीं अपनाएगा और ब्याज दर में 100 की बजाय 75 बेसिस पॉइंट की ही वृद्धि करेगा, जो कि मार्केट डिस्काउंट कर चुका है। साथ ही यूएस के आर्थिक आंकड़े भी अनुमान से बेहतर आ रहे हैं। इसी शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर कारण अमेरिका सहित सभी वैश्विक शेयर बाजारों में तेजी का रूख बन रहा है। कुल मिलाकर माहौल पॉजिटिव होने से भारतीय बाजार में अब मंदी की आशंका तो खत्म हो गयी है, लेकिन फिलहाल ज्यादा बड़ी तेजी की संभावना तो नहीं दिख रही है। मौजूदा पुलबैक रैली में निफ्टी 17,000 या 17,2000 अंक जा सकता है। मार्केट में अब ग्रोथ स्टॉक्स में खरीद शुरू हो गयी है। इसी कारण दिग्गज कंपनियों के शेयरों में सबसे पहले तेजी आ रही है। एक गौर करने वाली बात यह है कि अप्रैल 2022 के बाद पहली बार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 20 जुलाई को 1500 करोड़ रुपए से अधिक की शुद्ध खरीद की। यह काफी पॉजिटिव संकेत है। अब देखना होगा कि आगे महंगाई के आंकड़े कैसे आते हैं और एफआईआई क्या रूख अपनाते हैं। निवेश की दृष्टि से फाइनेंशियल, आईटी, ऑटो और एफएमसीजी शेयरों में कुछ गिरावट आती है तो लंबी अवधि के नजरिए निवेश करना फायदेमंद होगा।
शनि और गुरु लाएंगे बाजार में तेजी: आर्यन राणा
एस्ट्रो इकोनॉमिस्ट आर्यन राणा ने कहा कि ज्योतिष की दृष्टि से अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार का अध्ययन किया जाए तो जब तक न्याय और अर्थव्यवस्था के कारक ग्रह शनिदेव स्वराशि (जनवरी 2020 से मार्च 2025 तक) में गोचर करते रहेंगे, उतार-चढ़ाव तो आएंगे, परंतु मंदी लंबे समय तक नहीं रहेगी। यानी तेजी का दौर चलता रहेगा। और शनि फरवरी 2020 से स्वराशि (मकर और कुंभ) में गोचर कर रहे हैं। तभी से उतार-चढ़ाव के साथ अर्थव्यवस्था व बाजार में तेजी का दौर जारी है। और यह उतार-चढ़ाव अन्य ग्रहों के गोचर से आ रहा है। अप्रैल 2022 से 18 महीने के लंबे राहु के मेष राशि में गोचर के दौरान शेयर बाजारों के लिए समय काफी उतार-चढ़ाव वाला रहने वाला है। हालांकि इस दौरान अन्य प्रमुख ग्रह अर्थव्यवस्था, इक्विटी बाजार और निवेशकों की किस्मत को सपोर्ट और प्रभावित करना जारी रखेंगे।
आर्यन राणा ने कहा कि 5 जून से 23 अक्टूबर तक शनि की 110 से अधिक दिनों की लंबी वक्री चाल में आर्थिक हालात सुधरेंगे। साथ ही धर्म गुरु बृहस्पति, जो धर्म, ज्ञान, भाग्य, शुभता, वैश्विक अर्थव्यवस्था और विस्तार के ग्रह माने जाते है, 28 जुलाई से 23 नवंबर तक अपनी ही राशि में वक्री रहेंगे, जो इंगित करता है कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिये जो प्रयास किये जा रहे हैं, उनके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। मंगल देव, जो युद्ध के कारक ग्रह है, ने जब फरवरी में शनि के साथ युति बनाई तो रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ गया, लेकिन अब मंगल 10 अगस्त को राहु-केतु के काल सर्प दोष से बाहर निकल जाएंगे और रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को अतंत: विराम लग सकता है और महंगाई शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर में भी काफी कमी आने की संभावना है। इसलिए मेरा मानना है कि शेयर बाजार में अगले छह महीने तेजी से सुधार हो सकता है।
शेयर बाजार में कारोबारी हफ्ते के अंतिम दिन फिर गिरावट का दौर, सिर्फ ये शेयर चमके
Sensex के लिए शुक्रवार का दिन शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर कुछ ठीक रहा। सुबह तेजी के साथ खुलने के बाद बीएसई का सेंसेक्स शाम को 76 अंक गिरकर बंद हुआ। सूचकांक 57200 अंक पर बंद हुआ। NTPC, Sunpharma समेत 1 दर्जन से ज्यादा शेयरों में तेजी रही। Nifty 50 भी मामूली गिरकर 17,101 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले चौतरफा लिवाली का रुख रहने से प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 700 अंक से अधिक चढ़ गया था और फिर से 58,000 के स्तर पर पहुंच गया था।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर के मुताबिक सुबह अच्छी शुरुआत के बाद कमजोर यूरोपीय ट्रेंड से घरेलू शेयर बाजारों ने फिर से बिकवाली देखी। यूएस फेड द्वारा सख्त नीति और यूक्रेन में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव ने वैश्विक भावनाओं को रंग दिया। इस सप्ताह लगातार भारी बिकवाली के बाद आईटी, रियल्टी और मिड एंड स्मॉलकैप्स के रिबाउंड को देखते हुए बाजार में मिला-जुला रुख रहा।
शेयर बाजार में गिरावट, फिर भी भरी एसबीआई और बैंक ऑफ बड़ौदा के निवेशकों की झोली, जानिए कारण
बजट के बाद से शेयर मार्केट में जारी है गिरावट (Express photo by Ganesh Shirsekar)
शेयर शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर बाजार में बजट के बाद से ही गिरावट का दौर चल रहा है। यदि बाजार के मुख्य सूचकांक की बात करें तो सेंसेक्स और निफ्टी क्रमशः 2000 और 600 पॉइंट्स तक नीचे लुढ़क चुके हैं। वही इसके बावजूद बड़े और छोटे सरकारी बैंकों ने निवेशकों शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर को मालामाल किया हैं। देश के बड़े सरकारी बैंकों स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक की बात करें तो यह बजट के बाद से लगातार तेजी दिखा रहे हैं और अब तक अपने निवेशकों को 5% से 15% तक का रिटर्न दिया हैं।