विदेशी मुद्रा भंडार में क्यों आ रही गिरावट

Published at : 29 Sep 2022 08:10 AM (IST) Tags: Rupee dollar forex reserve foreign currency INdia RBI Reuters Poll हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Forex Reserves: 7 हफ्तों से घटता जा रहा देश का विदेशी मुद्रा भंडार, जानिए क्यों आ रही इसमें गिरावट
देश के विदेशी मुद्रा भंडार (विदेशी मुद्रा भंडार में क्यों आ रही गिरावट Foreign Exchange Reserves) में लगातार सातवें हफ्ते गिरावट दर्ज की गई। RBI के आंकड़ों के मुताबिक, 16 सितंबर को खत्म हुए सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 5.219 अरब डॉलर घटकर 545.652 अरब डॉलर रह गया। यह पिछले 2 सालों (2 अक्टूबर 2020 के बाद) का इसका सबसे निचला स्तर है। RBI ने शुक्रवार 23 सितंबर को यह जानकारी दी।
इससे पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.23 अरब डॉलर घटकर 550.87 अरब डॉलर रहा था।
16 सितंबर को विदेशी मुद्रा भंडार में क्यों आ रही गिरावट खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में कमी के पीछे सबसे मुख्य वजह फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) में 4.7 अरब डॉलर की गिरावट रही, जो अब घटकर 484.90 अरब डॉलर पर आ गया। फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA), दरअसल कुल विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा और प्रमुख हिस्सा होता है।
Forex reserve news: तेजी से घट रहा है विदेशी मुद्रा भंडार, इतना तो 2008 में भी नहीं गिरा था
बिजनस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2008 से मार्च 2009 के बीच देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 57.7 अरब डॉलर की गिरावट आई थी। इस दौरान रुपये की कीमत में 19.22 फीसदी की गिरावट आई थी। विदेशी मुद्रा भंडार में क्यों आ रही गिरावट इसके चार साल बाद यानी 2013 में रुपये में इस बार से ज्यादा गिरावट आई थी। तब फेड रिजर्व ने मॉनीटरी पॉलिसी में सख्ती के संकेत दिए थे और दुनियाभर के मार्केट्स में हड़कंप मच गया था। तब एक मई से तीन सितंबर के बीच रुपये की कीमत में 20.6 फीसदी गिरावट आई थी। उस दौरान अप्रैल से सितंबर के बीच विदेशी मुद्रा भंडार में 21.56 अरब डॉलर की गिरावट आई थी। लेकिन इस बार देश का विदेशी मुद्रा भंडार ज्यादा तेजी से घटा है। पिछले साल दिसंबर से अब तक रुपये में 8.20 फीसदी गिरावट आई है।
Forex Reserves: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ी गिरावट! दो साल के निचलते स्तर पर पहुंचा, जानिए क्यों आ रही गिरावट?
कितने महीने के आयात के बराबर है विदेशी मुद्रा भंडार
हाल के कुछ वर्षों में आरबीआई का विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से बढ़ा। अमेरिका में ब्याज दरों के कम रहने और डोमेस्टिक करेंट अकाउंट में सुधार से विदेशी फंड का प्रवाह बढ़ा। 2020-21 में इसमें 99.2 अरब डॉलर और 2021-22 में 30.3 अरब डॉलर का इजाफा हुआ। लेकिन हाल के महीनों में इसमें तेजी से गिरावट आई है। जानकारों का कहना है कि विदेशी मुद्रा भंडार में कमी चिंताजनक है। दो सितंबर को विदेशी मुद्रा भंडार 553.1 अरब डॉलर था जो नौ महीने के आयात के बराबर है। एक साल पहले यह 15 महीने के आयात के बराबर था।
Forex: क्यों भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में आ सकती है और गिरावट, जानें इसके पीछे क्या हो सकता है कारण?
By: ABP Live | Updated at : 29 Sep 2022 08:21 AM (IST)
Edited By: Meenakshi
अमेरिकी डॉलर (फाइल फोटो)
India Forex Reserve: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार गिरावट जारी है और इसमें अधिक कमी आने की संभावना है. इसके तहत फॉरेक्स रिजर्व साल 2022 के आखिर तक यानी पिछले 2 सालों में अपने सबसे निचले स्तर तक गिर सकता है. ऐसा एक रॉयटर्स पोल में बताया गया है और इसके पीछे कारण ये है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने डॉलर की मजबूत वृद्धि से रुपये को बचाने के लिए प्रयासों के तहत विदेशी मुद्रा भंडार में कटौती की है.
विदेशी मुद्रा भंडार में 100 अरब डॉलर की कटौती की गई
भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार को लगभग 100 अरब डॉलर घटाकर 545 अरब डॉलर कर दिया है. ये एक विदेशी मुद्रा भंडार में क्यों आ रही गिरावट साल पहले 642 अरब डॉलर के अपने शिखर पर था. ऐसा रुपये की लगातार कमजोरी को काबू में रखने के लिए किया गया है पर रुपये को आरबीआई रिकॉर्ड निचले स्तर तक जाने से रोक नहीं पाया है. भारतीय करेंसी डॉलर के मुकाबले 82 रुपये प्रति डॉलर के लेवल तक बढ़ रही है.
Forex Reserves: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ी गिरावट! दो साल के निचलते स्तर पर पहुंचा, जानिए क्यों आ रही गिरावट?
2 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 560 अरब डॉलर से गिरकर 553.105 अरब डॉलर पर आ गया था
भारतीय रुपये पर बना हुआ है दबाव
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रुपये की कीमत ने रिजर्व बैंक की टेंशन थोड़ी बढ़ा दी है। लिहाजा आरबीआई रुपये की कीमत को नियंत्रित करने के लिए कदम उठा रहा है। इन चीजों का असर मुद्रा भंडार पर दिख रहा है। डॉलर में तेजी की वजह से भारतीय रुपया पर लगातार दबाव बना हुआ है।
अगस्त में भी देखने को मिली थी गिरावट
अगस्त में देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी। 2 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 560 अरब डॉलर से गिरकर 553.105 अरब डॉलर पर आ गया था। इसमें 7.941 अरब डॉलर की गिरावट देखने को मिली थी। इस समय मुद्रा भंडार 2 साल के निचले स्तर पर आ गया था। 26 अगस्त 2022 को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 561.046 अरब डॉलर था।
Forex Reserves: विदेशी मुद्रा भंडार ने बढ़ाई टेंशन, लगातार 8वें हफ्ते आई गिरावट
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का सिलसिला जारी है। बीते 23 सितंबर को समाप्त सप्ताह में यह 8.134 अरब डॉलर घटकर 537.518 अरब डॉलर रह गया। इससे पिछले सप्ताह 5.2 अरब डॉलर से अधिक घटकर 545.54 अरब डॉलर रह गया था। यह लगातार आठवां सप्ताह है जब विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई है।
वजह क्या है: विदेशी मुद्रा आस्तियों (एफसीए) में गिरावट के कारण 23 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है। एफसीए समग्र भंडार का एक प्रमुख हिस्सा होता है। आरबीआई के मुताबिक इस दौरान एफसीए 7.688 अरब डॉलर घटकर 477.212 अरब डॉलर रह गया।