बाज़ार पर नज़र

(ग) मन बंद होने की स्थिति में मैं कभी नही होता। मन को बंद करना अच्छी स्थिति नहीं है। मन भी किसी प्रयोजन से मिला है।
जैनेंद्र कुमार
बाजा़र में भगतजी के व्यक्तित्व का कौन-सा सशक्त पहलू उभरकर आता है? क्या आपकी नज़र में उनका आचरण समाज में शांति स्थापित करने में मददगार हो सकता है?
बाजा़र में जाकर भगतजी संतुलित रहते हैं। बाजा़र का जादू उन पर असर नहीं कर पाता क्योंकि वे खाली मन बाजा़र नहीं जाते। वे घर से सोचकर बाजार जाते हैं कि उनको क्या लेना है (काला नमक और जीरा)। वे पंसारी की दुकान पर जाकर वे ही चीजें खरीदते हैं और लौट आते हैं।
बाजा़र में भगतजी के व्यक्तित्व का यह सशक्त पहलू उभरता है कि उनका अपने मन पर पूर्ण नियंत्रण है। बाजा़र का जादू उनके मन पर नही चलता। बाजार में उनकी आँखें खुली रहती हैं, पर मन भरा होने के कारण उनका मन अनावश्यक चीजें खरीदने के लिए विद्रोह नही करता। चाँदनी चौक का आमंत्रण उन पर व्यर्थ होकर बिखर जाता है। भगतजी जैस व्यक्ति बाजा़र को सार्थकता प्रदान करते हैं।
हमारी नजर में भगतजी का आचरण समाज में शांति स्थापित करने में मददगार हो सकता है। हमारा ऐसा सोचने का कारण यह है तब लोगों में अनावश्यक प्रतिस्पर्धा नहीं होगी। वे व्यर्थ की वस्तुएँ नहीं खरीदेगे और इससे आपसी लड़ाई झगड़ों में कमी आएगी।
टेस्ला मॉडल 3 भारतीय सड़कों पर फिर नज़र आई, जानें क्या हो सकते हैं इसके मायने
By अंशुमन साकल्ले | प्रकाशित: 20-Aug-21 11:19 AM IST
इस साल की शुरुआत में टेस्ला मॉडल 3 पुणे की सड़कों बाज़ार पर नज़र पर नज़र आई थी और अब यह कार ज़्यादा ग्राउंड क्लियरेंस के साथ नहीं दिखी है जैसी पिछली बार देखी गई थी. दिलचस्प है कि हाल में दिखी दोनों कारें पूरी तरह स्टिकर्स से ढंकी हैं जिसका मतलब है कि टेस्ला भारतीय बाज़ार में आने के लिए अपनी रफ्तार बढ़ा रही है और इनमें से एक टैस्ट मॉडल तो भारतीय की स्थिति के हिसाब से ढाला गया है. इस बार इन दोनों कारों को मुंबई-पुणे ऐक्सप्रेसवे पर देखा गया है.
Two Camouflaged Model 3 Test Units. One with testing apparatus as earlier seen also.
337 बाज़ार पर नज़र seems to be new. Is Ground Clearance raised in it or just image thing?
बाजार पर निबंध / Essay on Market in Hindi
बाजार हमारा निकटवर्ती सार्वजनिक स्थान है । यह हमारे पड़ोस में स्थित व्यापार का एक प्रमुख केन्द्र होता है । यहाँ व्यापारियों और ग्राहकों का जमावड़ा बाज़ार पर नज़र होता है । यहाँ से लोग अपने दैनिक जीवन की बाज़ार पर नज़र उपयोगी वस्तुएँ खरीदते हैं । बाजार लोगों की आवश्यकता की पूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।
बाजार शहरों, कस्बों और गाँवों में भी होते हैं । शहरों में स्थायी बाजार होते हैं । यहाँ साप्ताहिक बाजार भी लगते हैं । कस्बों और गाँवों के बाजार प्राय: अस्थायी होते
हैं । यहाँ के बाजार सप्ताह में एक या दो दिन लगा करते हैं । यहाँ अपराह्न लगने वाले बाजार सायंकाल तक समाप्त हो जाते हैं । शहरों के बाज़ार पर नज़र स्थायी बाजार सुबह से शाम तक सप्ताह के छह दिनों तक खुले होते हैं । ये बाजार सजे- धजे तथा सभी प्रकार की आवश्यक वस्तुओं से सज्जित होते हैं । यदि महानगरों के बाजार देखें तो यहाँ और भी रौनक रहती है । इनकी सजावट देखते ही बनती बाज़ार पर नज़र है ।
फतहसागर में जल्द शुरू हो सकती है बोटिंग, बाज़ार पर नज़र लौटेगी पर्यटकों की रौनक
उदयपुर 11 अक्टूबर 2022 । लेकसिटी में टूरिस्ट से गुलज़ार रहने वाली फतहसागर झील में जल्द ही फिर से बोटिंग शुरु हो सकती है। हाल ही में टूरिस्ट सीजन शुरु होने वाला है ऐसे में आने वाले पर्यटकों के लिए बोटिंग शुरु कर दने की संभावना जताई जा रही हैं।
बोट संचालको का कहना है कि हाईकोर्ट ने आदेश में कहा है कि राजस्व और टूरिज्म की भावना को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया हैं कि पूर्व की भांति बोट का संचालन चालू रखा जाएगा।
मुंबइया बाज़ार में फिर से दिखेगी पर्यटकों की चहल पहल
फतहसागर में बोटिंग बंद होने के बाद इसका सीधा असर मुंबइया बाज़ार पर नज़र आया है। फतहसागर पर रोज़ाना 1000 से अधिक पर्यटक बोटिंग करते हैं ऐसे में बोटिंग बंद होने से बाज़ार में पर्यटकों की चहल पहल ही बंद हो गई है। व्यापारियों का कहना था कि त्यौहारी सीजन में बोटिंग बंद होने के बाद बाज़ार में सन्नाटा हो गया हैं। लेकिन उम्मीद है कि जल्द बोटिंग शुुरु होने से बाज़ार में पर्यटकों की रौनक नज़र आएगी।
बता दे कि हाईकोर्ट ने 6 माह पहले कोर्ट ने पिछोला और फतहसागर में डीजल-पेट्रोल वाली नावों को 6 माह में बाहर करने के आदेश दिए थे। यह मियाद 30 सितंबर 2022 को पूरी हो गई थी और अगले दिन 1 अक्टूबर से कोर्ट की पालना में यूआईटी ने फतहसागर पर नाव संचालन बंद करवा दिया था।
सेंसेक्स की गिरावट से शेयर बाज़ार में कमज़ोरी
अमेरिका का डाऊ जोंस 0.12 फीसदी की गिरावट के साथ बंद होने का असर ग्लोबल मार्केट के खुलने पर नज़र आया। नतीजे में एशियाई बाज़ारों में गुरुवार के दिन गिरावट दिखी। एसजीएक्स निफ्टी में 67 अंकों की गिरावट रही। एशियाई बाजार पर दबाव का असर जापान की मार्किट में साफ दिखा और निक्केई में 0.15% तथा कोरिया के कोस्पी में 0.50 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत कमजाेर नज़र आई। यहाँ सेंसेक्स 82.08 अंकों की गिरावट के साथ 61,898.64 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। दूसरी तरफ निफ्टी 33.25 अंकों की गिरावट के साथ 18,376.40 अंकों पर कारोबार करता नज़र आ रहा है।
गुरुवार के दिन सेंसेक्स में 168 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और ये 61812 अंकों पर खुला। बाज़ार पर नज़र निफ्टी 51 अंकों की घटत के साथ 18358 अंकों पर बाज़ार पर नज़र खुला। निफ्टी मिडकैप 32 अंकों की गिरावट के साथ 31165 अंकों पर खुला जबकि बैंक निफ्टी में 135 अंकों की गिरावट के चलते यह 42399 अंकों के स्तर पर खुला।