ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये

Demat Account Rules: 31 मार्च से पहले डिमैट ट्रेडिंग अकाउंट में घोषित करें नॉमिनी का नाम वर्ना नहीं कर पायेंगे शेयर ट्रेडिंग
Demat Account Nominee Rules: 31 मार्च 2022 से पहले डिमैट अकाउंट में नॉमिनी जरुर बना दें और फिर किसी को नॉमिनी नहीं बनाना चाहते है तो Opt Out Nomination ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये फॉर्म को भर दें.
By: ABP Live | Updated at : 15 Mar 2022 09:29 AM (IST)
Demat Account Rules: आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये करते हैं ? तो आपने जरुर शेयरों की खरीदारी करने और ट्रेडिंग करने के लिये डिमैट अकाउंट खुलवा रखा होगा. लेकिन क्या आपने डिमैट अकाउंट में किसी को अपना नॉमिनी बनाया है या नहीं? अगर नहीं बनाया है तो 31 मार्च 2022 से पहले डिमैट अकाउंट में नॉमिनी जरुर बना दें और फिर किसी को नॉमिनी नहीं बनाना चाहते है तो Opt Out Nomination फॉर्म को भर दें वर्ना 31 मार्च 2022 के बाद आपका डिमैट ट्रेडिंग अकाउंट इनएक्टिव हो जाएगा.
SEBI का आदेश
सेबी के आदेश के बाद एक अक्टूबर 2021 के बाद से सभी डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के लिए किसी को नॉमिनी घोषित करना या Opt Out Nomination यानि किसी को नॉमिनी नहीं बनाने के नियम को जरुरी कर दिया था. तभी डिमैट अकाउंट खोला जा सकता है. सेबी ने इसके लिए फॉर्म भी जारी किया था. लेकिन जिन लोगों ने इस तारीख से पहले डिमैट अकाउंट खुलवा रखे हैं और नॉमिनी या ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये फिर Opt Out Nomination का विकल्प नहीं चूना है उनके लिये 31 मार्च 2022 तक ये करना जरुरी है. नॉमिनेशन और डिक्लेरेशन फॉर्म पर हस्ताक्षर करना जरुरी है हालांकि कोई विटनेस की जरुरत नहीं है. हालांकि कोई अंगूठा लगाता है तो विटनेस के हस्ताक्षर की फॉ़र्म पर जरुरत होगी.
नॉमिनी का ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये शेयर बताना होगा
नए नियम के मुताबिक डिमैट ट्रेडिंग अकाउंट होल्डर को बताना होगा कि उनके मरने के बाद खाते में पड़े शेयर किसे जिये जायेंगे. नॉमिनी का नाम बाद में बदलने का विकल्प मौजूद है. तीन लोगों को डिमैट अकाउंट में नॉमिनेट किया जा सकता है. अगर दो नॉमिनी बनाये तो सबका शेयर कितना होगा ये घोषित करना होगा.
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Published at : 15 Mar 2022 09:06 AM (IST) Tags: SEBI Share Trading Demat Account Nominee Rules Demat Account Rules Demat Trading Account Nominee update Demat Trading Account हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Trading Account Kya Hai और Trading Account कैसे खोले? [In Detail] Hindi
ट्रेडिंग अकाउंट शेयर बाजारों में इनवेस्ट करने के लिए आवश्यक टूल बन गया है। यह शेयर ट्रेडिंग की पूरी प्रक्रिया को सुरक्षित और तेज बनाता है। यहां हम आपको बताएंगे कि Trading Account क्या है? इसके फायदे और Trading Account कैसे खोले?
- ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? (what is trading account In Hindi) Trading Account Kya Hai?
- Trading account कैसे काम करता है?
- ट्रेडिंग अकाउंट के क्या फायदे हैं?
- ट्रेडिंग खाते के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स क्या हैं?
- ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें?
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? (what is trading account In Hindi) Trading Account Kya Hai?
Trading Account Kya Hai
ट्रेडिंग अकाउंट का इस्तेमाल शेयर बाजार में इक्विटी शेयर खरीदने या बेचने के लिए किया जाता है। पहले, स्टॉक एक्सचेंज ओपन आउटरी सिस्टम पर काम करता था। इसमें व्यापारियों ने अपने खरीद-बिक्री के फैसले को बताने के लिए हाथ के संकेतों और बोलकर कम्युनिकेशन का इस्तेमाल किया।
शेयर बाजारों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली को अपनाने के तुरंत बाद, ट्रेडिंग अकाउंट को खुली outcry सिस्टम मे बदल दिया। ऑनलाइन जमाने में, खरीदारों और विक्रेताओं को ऑर्डर देने के लिए स्टॉक एक्सचेंज में फिजिकली रुप से उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं है।
इसके बजाय वे एक रजिस्टर स्टॉक मार्केट ब्रोकर ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये के साथ एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलते हैं; जो उनकी ओर से ट्रेडिंग करता है। हर ट्रेडिंग अकाउंट में एक विशिष्ट ट्रेडिंग आईडी होती है जिसका उपयोग ऑनलाइन लेने देने के लिए होता है।
Trading account कैसे काम करता है?
एक ट्रेडिंग अकाउंट एक इन्वेस्टर के डीमैट अकाउंट और बैंक अकाउंट के बीच एक चैन की तरह काम करता है। जब कोई इन्वेस्टर शेयर खरीदना चाहता है, तो वह अपने ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए ऑर्डर देता है। लेनदेन स्टॉक एक्सचेंज में प्रोसेसिंग के लिए जाता है। उस पर काम करने के लिए, जरुरी संख्या में शेयर उसके डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते हैं और ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये उसके बैंक अकाउंट से एक उतना पैसा काट ली जाती है।
इक्विटी शेयरों को बेचने के लिए इसी तरह की नियमो को फॉलो किया जाता है। इन्वेस्टर अपने ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से 100 शेयरों के लिए सेल ऑर्डर देता है। यह संबंधित स्टॉक एक्सचेंज में आगे के लिए जाता है।
जब ऑर्डर आगे ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये दिया जाता है, तो उसके डीमैट अकाउंट से आवश्यक संख्या में शेयर डेबिट कर दिए जाते हैं और एक बराबर पैसा उसके बैंक अकाउंट में जमा हो जाती है।
ट्रेडिंग अकाउंट के क्या फायदे हैं?
वन-पॉइंट एक्सेस
आपको भारत में कई एक्सचेंज मिल सकते हैं जो तरह तरह के सिक्योरिटी और सामानों में बिजनेस करते हैं। कुछ प्रमुख एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE), नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX), और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) हैं। एक online trading account होने से इन सभी एक्सचेंजों को सामान्य प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक्सेस करने में मदद मिलती है।
विश्वसनीय जानकारी
इक्विटी में इनवेस्ट सही समय पर सही डिसीजन लेने के बारे में है। ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अनुभवी और जानकार पेशेवरों द्वारा तैयार की गई रिसर्च रिपोर्ट जैसी valuable सर्विस का विस्तार करते हैं। रिपोर्ट इन्वेस्टर को इनफॉर्म्ड इनवेस्ट डिसीजन लेने में योग्य बनाती हैं। अंततः, हाई रिटर्न कमाने की अधिक संभावना है।
नोटिफिकेशन और कस्टमाइजेशन
ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म द्वारा नियुक्त ट्रेंड अधिकारी ग्राहकों को चौबीसों घंटे सहायता प्रदान करते हैं। ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को संभालने में टेक्नोलॉजी प्रॉब्लम या कोई अन्य प्रॉब्लम हो सकती है।
इसके अलावा, खरीद और बिक्री टारगेट के बारे में सूचना प्राप्त करने के लिए sms या ईमेल के माध्यम से अलर्ट सेट किया जा सकता है।
FLEXIBILITY
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ऐप-बेस्ड हो जाने के बाद, लैपटॉप, स्मार्टफोन और अन्य हैंड-हेल्ड डिवाइस की मदद से उन तक पहुंचना आसान हो गया है। ऑनलाइन ट्रेडिंग ने कहीं से भी और किसी भी समय इन्वेस्ट पर नज़र रखने के लिए बहुत अच्छी शुरुआत की है।
बिना रुकावट लेनदेन
ऑनलाइन ट्रेडिंग ने फंड ट्रांसफर और इक्विटी ट्रेडिंग करने की प्रक्रिया को बहुत आसान बना दिया है। एडवांस टेक्नोलॉजी की मदद से, ग्राहक आसानी से सेव और इनवेस्ट करने के लिए स्थिति में हैं।
ट्रेडिंग खाते के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स क्या हैं?
ट्रेडिंग खाता इन्वेस्टर के डीमैट अकाउंट और बचत बैंक अकाउंट के बीच एक इंटरफेस के रूप में काम करता है। ट्रेडिंग खाता खोलने की प्रक्रिया और आवश्यक जरूरी डॉक्यूमेंट्स सभी ऑर्गेनाइजेशन में समान हैं।
एक्सपायर डेट वाले किसी भी डॉक्यूमेंट्स को जमा करने से पहले, सुनिश्चित करें कि यह जमा करने की तारीख पर मान्य है। यहां उन डॉक्यूमेंट्स की डिटेल लिस्ट दी गई है जिनकी आपको ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आवश्यकता है।
आय का प्रमाण
आप आय के प्रमाण के रूप में इनमें से कोई एक जमा कर सकते हैं।
वेतन स्लिप, पिछले 6 महीनों के इनकम हिस्ट्री वाले बैंक खाते का लेटेस्ट स्टेटमेंट, कोई भी डॉक्यूमेंट्स जो खुद के माध्यम से संपत्ति के ownership को साबित करता है।
पहचान का प्रूफ
आप किसी एक चीज़ को पहचान के प्रमाण के रूप में जमा कर सकते हैं।
एड्रेस का प्रूफ
आप एड्रेस के प्रमाण के रूप में इनमें से कोई एक जमा कर सकते हैं:
पासपोर्ट/वोटर आईडी कार्ड/राशन कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस/फ्लैट मैनेजमैंट बिल।
पति / पत्नी के नाम का पता प्रमाण
ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें?
ऑनलाइन इक्विटी ट्रेडिंग करने के लिए, आपको स्टॉक ब्रोकर के साथ एक ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता खोलना होगा। हजारों ग्राहकों के बीच, ब्रोकर को आपका पर्सनल ध्यान देना मुश्किल हो सकता है। ट्रेडिंग अकाउंट पूरे इन्वेस्ट के काम को बहुत आसान बना देता है। आप इन स्टेप्स का पालन करके एक ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं।
- एक ब्रोकर को सलेक्ट करें जिसकी समय पर ऑर्डर पूरा करने की अच्छी रेप्यूटेशन हो। अवसर के सही समय का लाभ ले।
- प्रत्येक ब्रोकर आपके ऑर्डर को प्रोसेस करने के लिए एक कन्फर्म फीस लेता है। इसलिए, पूरे क्षेत्र में ब्रोकरेज दरों की तुलना करना बेहतर है। उचित दरों पर बेहतर सर्विस को एंजॉय करने के लिए मौजुद डिस्काउंट के बारे में भी पूछें।
- ब्रोकरेज फर्म खोजें और ट्रेडिंग खाता खोलने की प्रोसेस के बारे में पूछताछ करें।
- फर्म का एक काम करने वाला खाता खोलने के फॉर्म और अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) फॉर्म के साथ आपके घर आएगा। आपको इन दोनों फॉर्मों को भरना होगा और इसके साथ संबंधित डॉक्यूमेंट्स जोडने होंगे।
- सबमिशन के बाद, फर्म आपके पर्सनल डिटेल को या तो पर्सनल तरीके से चेक या फोन पर कन्फर्म करेगी।
- एक बार आपका एप्लीकेशन पूरा हो जाने के बाद, आपको ट्रेडिंग खाते का डिटेल दे दिया जाएगा।
यहा आपने जाना की Trading Account Kya Hai और Trading Account कैसे खोले? अगर इससे जुड़ी कोई भी सवाल या फीडबैक है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछे और ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।
इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे
जो लोग शेयर बाजार में एक ही दिन में पैसा लगाकर मुनाफा कमाना चाहते हैं उनके लिए इंट्रा डे ट्रेडिंग बेहतर विकल्प है. इसमें पैसा लगाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
लोग अक्सर कहते हैं कि शेयर बाजार से मोटा कमाया जा सकता है लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है. हालांकि अगर आप बेहतर रणनीति बनाकर लॉन्ग टर्म में सोच कर निवेश करेंगे तो यहां से कमाई की जा सकती है. वहीं इक्विटी मार्केट में इंट्रा डे के जरिए कुछ घंटों में ही अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. इंट्रा डे में डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले पैसा जल्दी बनाया जा सकता है लेकिन इसके जोखि से बचने के लिए आपको बेहतर रणनीति, कंपनी के फाइनेंशियल और एक्सपर्ट की सलाह जैसी चीजों का ध्यान रखना होता है.
क्या है इंड्रा डे ट्रेडिंग
शेयर बाजार में कुछ घंटो के लिए या एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्रा डे कहा जाता है. मान लिजिए बाजार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक मुनाफा मिल रहा है तो आप उसी समय उस शेयर को बेचकर निकल सकते है. इंट्रा डे में अगर आप शेयर उसी ट्रेंडिग सेशन में नही भी बेचेंगे तो वो अपने आप भी सेल ऑफ हो जाता है. इसका मतलब आपको मुनाफा हो या घाटा हिसाब उसी दिन हो जाता है. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जबतक चाहे होल्ड करके रख सकते हैं. इंट्रा डे में एक बात यह भी है कि आपको ब्रोकरेज ज्यादा देनी पड़ती है. हां लेकिन इस ट्रेडिंग की खास बात यह है कि आप जब चाहे मुनाफा कमा कर निकल सकते है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार में इंट्रा डे में निवेश करें या डिलिवरी ट्रेडिंग करें आपको पहले इसके लिए अपने आप को तैयार करना होता कि आप किसलिए निवेश करना चाहते हैं और आपका लक्ष्य क्या है. फिर इसके बाद आप इसी हिसाब से अपनी रणनीति और एक्सपर्ट के जरिए बाजार से कमाई कर सकते हैं. एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट शमित चौहान के मुताबिक इंट्रा डे में रिस्क को देखते हुए आपकी रणनीति बेहतर होनी चाहिए. इसके लिए आपको 5 अहम बाते ध्यान मं रखनी चाहिए.
1. इंट्रा डे ट्रेडिंग में सिर्फ लिक्विड स्टॉक में पैसा लगाना चाहिए. जबकि वोलेटाइल स्टॉक से दूरी बनानी चाहिए.
2. इंट्रा डे में बहुत ज्यादा स्टॉक की जगह अच्छे 2-3 शेयर्स ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये का चुनाव करना चाहिए.
3. शेयर चुनते वक्त बाजार का ट्रेंड देखना चाहिए. इसके बाद कंपनी की पोर्टफोलियो चेक करें. आप चाहे तो शेयर को लेकर एक्सपर्ट की राय भी ले सकते हैं.
4. इंट्रा डे ट्रेडिंग में स्टॉक में उछाल और गिरावट तेजी से आते है, इसलिए ज्यादा लालच नहीं करना चाहिए और पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस जरूर तय कर लेना चाहिए. जिससे टारगेट पूरा होते देख स्टॉक को सही समय पर बेचा जा सके.
5.इंट्रा डे में अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों की खरीददारी करना बेहतर होता है.
डीमैट अकाउंट से कर सकते हैं ट्रेडिंग
अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.
डिस्क्लेमर : आर्टिकल में इंड्रा डे ट्रेडिंग को लेकर बताए गए टिप्स मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं. निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
कमोडिटी वायदा बाजार में ट्रेडिंग के लिए यहां जानिए आसान तरीके
अगर आप कमोडिटी वायदा बाजार (Commodity Futures Market) में ट्रेडिंग (Trading) करना चाहते हैं तो आपको बाजार की सही जानकारी का होना बहुत ही जरूरी है. हालांकि अभी भी बहुत से लोगों में कमोडिटी फ्यूचर्स मार्केट को लेकर जानकारी का अभाव है ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये और यही वजह है कि कमोडिटी बाजार में ट्रेडिंग के लिए उतरे नए निवेशकों में डर बना रहता है. आज की इस रिपोर्ट में हम ऐसे ही निवेशकों के लिए जो कमोडिटी फ्यूचर मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं, उनको बेहद आसान भाषा में कमोडिटी मार्केट की बारीकियों को समझाने का प्रयास करेंगे. तो आइए जानने की कोशिश करते हैं कि कमोडिटी वायदा बाजार में ट्रेडिंग के वे बेहद आसान तरीके क्या हैं.
कमोडिटी वायदा में कैसे शुरू करें ट्रेडिंग
निवेशकों को कमोडिटी वायदा में ट्रेडिंग के लिए सबसे पहले ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ेगा. निवेशक इस ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए खरीद और बिक्री कर सकते हैं. ट्रेडिंग अकाउंट किसी ब्रोकिंग फर्म के साथ खुलवा जा सकता है. हालांकि ब्रोकर्स को MCX, NCDEX, BSE और NSE का सदस्य जरूर होना चाहिए. एक्सचेंज की वेबसाइट से ब्रोकर्स के बारे में जानकारी जुटाई जा सकती है. ट्रेडिंग अकाउंट के लिए पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक अकाउंट का होना जरूरी है. MCX पर नॉन-एग्री कमोडिटी वायदा में ट्रेडिंग ज्यादा होती है. NCDEX पर एग्री कमोडिटी वायदा में ट्रेडिंग ज्यादा होती है. हालांकि BSE और NSE पर भी कुछ कमोडिटी में ट्रेडिंग होती है. नॉन-एग्री कमोडिटी में सोना-चांदी, क्रूड और मेटल शामिल हैं. वहीं एग्री कमोडिटी में ग्वार, चना, तिलहन, मसाला और शुगर में ट्रेडिंग होती है.खरीद-बिक्री के लिए एक्सचेंज पर पहले से मार्जिन तय
कमोडिटी बाजार से जुड़े जानकारों का कहना है कि कुछ रकम देकर पूरे सौदे को उठाना मार्जिन कहा जाता है. वहीं दूसरी ओर हाजिर बाजार में सौदे का पूरा भुगतान करना पड़ता है. हर कमोडिटी की खरीद-बिक्री के लिए एक्सचेंज पर पहले से मार्जिन तय है. आमतौर पर मार्जिन मनी 3 फीसदी से 5 फीसदी के बीच है. उतार-चढ़ाव की स्थिति में एक्सचेंज अतिरिक्त मार्जिन भी लगाता है. जानकार कहते हैं कि कमोडिटी ट्रेडिंग में शेयर बाजार की तरह लंबी अवधि नहीं होती है. कमोडिटी मार्केट में दो से तीन सीरीज में ही कारोबार होता है. निवेशकों को खरीद-बिक्री एक निश्चित अवधि में करना जरूरी है. शुरुआत में मिनी लॉट में ट्रेड करना समझदारी भरा कदम माना जाता है. बाजार की समझ बढ़ने के बाद बड़े लॉट में ट्रेड करना चाहिए और हर सौदे में स्टॉपलॉस जरूर लगाना चाहिए. निवेशकों को कई लॉट में ट्रेडिंग के लालच में नहीं फंसना चाहिए. जानकारों का कहना है कि लिक्विड कमोडिटी में ट्रेड करना फायदेमंद रहता है.जानकार कहते हैं कि कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग के लिए आपको देश दुनिया की खबरों पर नजर बनाए रखनी होगी. कमोडिटी मार्केट पर दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों के फैसले का असर साफतौर पर देखा जाता है. साथ ही एग्री कमोडिटी की बात करें तो फसल और उत्पादन अनुमान का असर भी दिखाई पड़ता है. जानकार ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये कहते हैं कि कमोडिटी मार्केट में डिविडेंड और बोनस नहीं मिलता है और ट्रेडर्स को सौदा कटने के बाद ही फायदा या नुकसान होता है.
- ट्रेडिंग खाते के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स क्या हैं?
- ट्रेडिंग अकाउंट के क्या फायदे हैं?